सर्दियां आते ही सब्जियों की जैसे भरमार लग जाती है। एक तरफ तो हमेशा वाला आलू-प्याज बाज़ार में दिखता ही है और दूसरी तरफ हरी सब्जियां, लाल टमाटर और साग से बाज़ार भर जाता है।
सर्दियों का मौसम ही हरी सब्जियों का होता है और ऐसे में लगभग हर घर में इस तरह के साग बनाए जाते हैं। हरी भाजी, लाल भाजी, बथुआ, मेथी, पालक और भी बहुत कुछ। हर तरह की सब्जी को बनाने का तरीका अलग होता है और साग के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
अधिकतर लोगों की ये शिकायत होती है कि वो जिस तरह से साग बनाते हैं उस तरह से उसका रंग खराब हो जाता है, वो कड़वा हो जाता है और जो असली फ्लेवर आना चाहिए वो नहीं आता। साग बनाना और खाना दोनों देखने में बहुत आसान सा लगता है, लेकिन अगर बात की जाए इसे पकाने की तो कई बार छोटी-छोटी गलतियों से भी ये बिगड़ जाता है।
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह से आप हरी पत्तेदार सब्जियों को बहुत ही अच्छी तरह से बना सकते हैं और साथ ही साथ किन चीज़ों को बिल्कुल नहीं करना है।
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कैसे बचाएं हरी सब्जी का रंग?
हरी सब्जियांबनाने वाले अधिकतर लोगों का कहना है कि सब्जियों को पकाते समय उनका रंग हमेशा खराब हो जाता है और वो काली सी दिखने लगती हैं, लेकिन कुछ लोग जब सब्जी बनाते हैं तो वो ऐसी भी रहती हैं कि हमेशा हरी दिखें।
हरी सब्जियों में रंग Chlorophyll की वजह से आता है और जब सब्जियों को पकाया जाता है तो इस कम्पाउंड में ही बदलाव होता है जिससे सब्जियों का रंग बदल जाता है। अगर आपको सब्जियों का रंग रिटेन करना है तो ये टिप्स अपनाएं-
- सब्जियों को उबालने के बाद उन्हें ठंडे या बर्फीले पानी में डाल दें। ऐसा करने से उनका असली रंग रिटेन हो सकता है।
- सब्जियों को जरूरत से ज्यादा ना पकाएं। साग आदि सब्जियां 10-15 मिनट से ज्यादा पकाई जाएं तो इसमें गहरा रंग आने लगता है। चाहे आप इसे स्टीम करें, स्टिर फ्राई करें या फिर सब्जियों को कम समय के लिए पकाएं।
- एसिडिक चीजों से दूर रखें। सबसे जल्दी सब्जियों का रंग तब जाता है जब उनमें एसिडिक इंग्रीडिएंट्स मिलाए जाते हैं जैसे नींबू का रस, सिरका आदि।
- नमक और एसिडिक इंग्रीडिएंट्स को सबसे आखिर में मिलाएं।
- सब्जियों को ब्लांच करना फायदेमंद हो सकता है जो कच्ची सब्जियों के मुकाबले ज्यादा बेहतर तरीके से रंग को प्रिजर्व कर सकता है।

कैसे बनाएं साग को स्वादिष्ट?
बच्चे अधिकतर साग और सब्जियां इसलिए नहीं खाते हैं क्योंकि उन्हें उसका स्वाद कड़वा लगता है, लेकिन इसे भी थोड़ा बदला भी जा सकता है।
- साग को घी से पकाएं या फिरसरसों के तेलसे पकाएं। इसमें रिफाइंड का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें।
- पालक और मेथी जैसी कड़वी सब्जियों में आप थोड़ा सा ग्रेट किया हुआ गुड़ मिला सकती हैं (ध्यान रहे शक्कर, शहद या कोई और चीज नहीं सिर्फ सॉफ्ट गुड़)। इससे उनका स्वाद भी बदलेगा और साथ ही साथ बच्चों के लिए भी ये अच्छा होगा। आप बहुत ज्यादा गुड़ का इस्तेमाल ना करें वर्ना ये साग मीठा हो जाएगा।
- साग का टेक्सचर बहुत जरूरी होता है। इसका स्वाद हमेशा तभी आता है जब ये थोड़ा दरदरा पिसा हो। इसलिए जब भी आप साग बनाएं तब इसे दरदरा बनाएं।

लहसुन का फ्लेवर होगा बेस्ट-
अगर आप कोई भी भाजी या हरी पत्तेदार सब्जी बना रहे हैं तो उसमें प्याज, आलू, टमाटर से फ्लेवर देने की जगह घी, लहसुन और जीरे से फ्लेवर दें। ऐसे में आपकी सब्जी ज्यादा परफेक्ट बनेगी। ये फ्लेवर साग के ओरिजनल टेस्ट को खराब नहीं करेगा।
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हरी पत्तेदार सब्जियों को पकाते समय ये चीजें बिल्कुल ना करें-
अभी तो बात हो गई उन चीज़ों की जिन्हें करना चाहिए और सब्जियों को पकाते समय क्या नहीं करना है।
- सब्जियों मेंरिफाइंड ऑयलका टेस्ट अच्छा नहीं आता है।
- अगर आपको साग बनाना है तो उसे 10 मिनट से ज्यादा बॉइल ना करें। उसमें तड़का लगाने के बाद उसे पकाएं, लेकिन अगर पहले से उसे बॉइल करेंगे तो ये उसके स्वाद और कलर दोनों पर असर डालेगा।
- साग बनाते समय छोटी मूली या शलजम जैसी सब्जियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कोई भी हरी सब्जी बनाते समय कभी भी नींबू या सिरका पहले ना इस्तेमाल करें। यही बात सलाद के लिए भी लागू होती है।
ये सारे टिप्स आपको हरी सब्जियों बेहतर तरीके से बनाने में मदद करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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