महिलाएं खुद को फिट और एक्टिव रखना चाहती हैं, लेकिन बहुत ज्यादा मेहनत यानि एक्सरसाइज करने से कतराती हैं। इसलिए वेट लॉस के आसान डाइट प्लान की तलाश में रहती हैं। ऐसी डाइट जिससे तेजी से वजन कम हो सकें। इसलिए हम समय-समय पर वेट लॉस में मददगार डाइट प्लान शेयर करते रहते हैं।
यूं तो हमने 2019 में आपके साथ समय-समय पर वेट लॉस के लिए अपनाएं जाने वाले डाइट प्लान शेयर किये हैं, ताकि आप खुद को फिट और हेल्दी रख सकें। लेकिन जब 2019 खत्म होने वाला हैं, तो साल के अंत में हम आपके साथ 2019 के ऐसे डाइट ट्रेंड शेयर कर रहे है जो इस साल में महिलाओं ने न केवल सबसे ज्यादा पसंद किया, बल्कि वेट लॉस के लिए इसे अपनाया भी। अगर आपको भी वेट लॉस के लिए 2019 के डाइट ट्रेंड को जानना है तो हमारा यह आर्टिकल जरूर पढ़ें। हो सकता है इनमें से किसी डाइट ट्रेंड को अपनाकर आपका वजन भी तेजी से कम हो जाए। तो देर किस बात की आइए ऐसे ही 6 डाइट ट्रेंड के बारे में जानें।
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कीटोजेनिक डाइट
कीटो या कीटोजेनिक डाइट ऐसी डाइट है जिसमें लो कार्ब वाली चीजें शामिल होती हैं, इसलिए इस डाइट को कीटोजेनिक डाइट, लो कार्ब डाइट जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस डाइट को कीटो डाइट इसलिए भी कहते हैं क्योंकि इससे लिवर में कीटोन पैदा होता है। जी हां जब हम कार्बोहाइड्रेट ज्यादा खाते हैं तो शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन का उत्पादन होने लगता है जिससे बॉडी में फैट जमा होने लगता है। लेकिन कीटो डाइट के साथ ऐसा नहीं होता है क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट कम होता है जिसके कारण इसे खाने से बॉडी में फैट जमा नहीं होता है और बॉडी में एनर्जी पैदा करने के लिए बॉडी में ही मौजूद फैट का इस्तेमाल करता है। इस प्रोसेस को कीटोसिस कहा जाता है। इस डाइट में फैट का सेवन ज्यादा, प्रोटीन का मीडियम और कम कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें खाई जाती हैं। एक स्टैंडर्ड कीटो डाइट में 70 प्रतिशत फैट, 25 प्रतिशत प्रोटीन और सिर्फ 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होता है।
पेगन डाइट
पेगन डाइट, पैलियो और वेगन के कॉम्बिनेशन से बनने वाला डाइट प्लान है। ये डाइट 75/25 रूल पर आधरित है, जिसमे 75 प्रतिशत डाइट में फल और सब्जियां होती हैं और बाकि के 25 प्रतिशत में प्रोटीन और हार्ट हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है। जो महिलाएं इस डाइट को फॉलो करते हैं उन्हें आलू, शक्करकंद, कॉर्न जैसे स्टार्च वाले फूड से बचना चाहिए और नॉन-स्टार्च फूड लेने चाहिए। प्रोटीन के लिए एनिमल और प्लॉट बेस फूड के कॉम्बिनेशन का चुनना चाहिए। हेल्दी फैट को डाइट में जोड़ा जा सकता है जिसमें ओमेगा -3 से भरपूर फूड जैसे फैटी फिश, ऑलिव ऑयल, नट्स और एवाकाडो शामिल हो।
इंटरमिटेंट फास्टिंग
वेट लॉस के लिए इस डाइट प्लान को अपनाते हुए आपको 16 घंटे खाने से परहेज करना होता है, जैसे अगर आपने रात को खाना खाया है तो अगले दिन 16 घंटे पूरे होने पर ही आप लंच करेंगे, मतलब आपको ब्रेकफास्ट छोड़ना होगा। साथ ही लंच और डिनर के बीच का समय निर्धारित होता है जो 8 घंटे का है। यानि लंच के बाद अगला भोजन (डिनर) आपको 8 घंटे के भीतर ही करना होगा। वजन कम करने का यह बहुत ही अच्छा तरीका माना जाता है। इस फास्टिंग की सबसे अच्छी बात यह है कि वेट लॉस करते समय आपको कमजोरी भी महसूस नहीं होती है।
मेडिटेरेनियन डाइट
मेडिटेरेनियन डाइट में फलों, सब्जियों, अनाज, आलू, ऑलिव ऑयल, सीड्स, फिश, लो सैचुरेटड फैट, डेयरी प्रोडक्ट और रेड मीट की अधिकता होती है। ये आपके मसल्स मास और हड्डियों को मजबूत करने में बहुत ही मददगार होती है। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम होता है क्योंकि इसमें फिश, कम मात्रा में रेड मीट और हार्ट हेल्दी रेड वाइन शामिल होती है। साथ ही इसमें अधिक मात्रा में मौजूद अनाज, फल, सब्जियां और नट्स फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल से भरपूर होते है। यह सभी चीजें इम्यूनिटी को मजबूत बनाती है। इसके अलावा ऑलिव ऑयल मोनोसैचुरेटेड फैट से भरपूर होने के कारण आपके हार्ट के लिए अच्छा है।
डैश डाइट
ये नॉर्मल डाइट की तरह ही होती है जिसमें शुगर, फैट और जंक फूड को कंट्रोल करके डाइट में फल, सब्जियां, नट्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट, मछली, बींस आदि को शामिल किया जाता है। इसके अलावा डैश डाइट में नमक और ऑयली फूड कम होते है, जिससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकें। डैश डाइट प्लान में आपको रोजाना सिर्फ 1500-2300 मिलीग्राम सोडियम ही लेना होता है। डैश डाइट दो तरह की होती है, स्टैंडर्ड डैश डाइट, जिसमें रोजाना 2300 मिलीग्राम तक सोडियम लेना होता है। दूसरी लोअर सोडियम डैश डाइट, जिसमें आपको रोजाना 1500 मिलीग्राम तक सोडियम लेना होता है, यानि डैश डाइट प्लान वजन कम करने के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी आपकी हेल्प करती है।
एल्कलाइन डाइट
एल्कलाइन डाइट एक ऐसी डाइट हैं जिसमें डाइट में कई ऐसे फूड शामिल होते हैं जो हमारी बॉडी की एसिडिटी और पीएच बैलेंस को कंट्रोल में रखने में हेल्प करते हैं। ये डाइट कैंसर और अर्थराइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने के साथ वेट लॉस में भी हेल्प करती है। बॉडी में अगर एसिड ज्यादा बढ़ जाता है तो ऐसे में हेल्थ को नुकसान हो सकता हैं। एल्कलाइन डाइट बॉडी को अंदर से साफ करके, बीमारियों के होने के खतरे को कम करती है। इस डाइट में प्लांट प्रोटीन, कच्चे फूड्स, फ्रेश फ्रूटस और सब्जियां, ग्रीन ड्रिंक्स आदि शामिल होते हैं। लेकिन आपको अंडे, दाल, सोडियम युक्त फूड्स, प्रोसेस मीट, मूंगफली, अखरोट, ओट्स, होल व्हीट, पास्ता, चावल, ब्रेड, पैकेज फूड, कैफीन युक्त ड्रिंक्स आदि को लेने से बचना होता हैं। अगर पीएच रेट ज्यादा होता है तो यह बॉडी के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। पीएच रेट को बैलेंस करने के लिए आप एल्कलाइन डाइट ले सकती हैं।
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ब्लड ग्रुप डाइट
वेट लॉस के लिए ज्यादातर लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं। लेकिन हम डाइट में ब्लड ग्रुप के हिसाब से कुछ चीजों को शामिल करके अपना वजन तेजी से कम कर सकते हैं। आपके द्वारा खाए जाने वाले फूड्स आपके ब्लड ग्रुप के साथ रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करते हैं और अगर आप अपने ब्लड ग्रुप के हिसाब से डाइट लेती हैं, तो यह आपकी बॉडी को ज्यादा कुशलता से डाइजेस्ट करने में हेल्प करता है। खाना अच्छे से डाइजेस्ट होने के कारण आपका वेट लॉस में हेल्प मिलती है। ब्लड ग्रुप के हिसाब से खाना खाने पर हमें खाने से ज्यादा मात्रा में एनर्जी मिलती है और इम्यूनिटी पावर भी बढ़ती है। हर किसी का डाइजेस्टिव और इम्यूनिटी पावर उसके ब्लड ग्रुप पर निर्भर करता है। अगर इसके हिसाब से हम डाइट में जरूरी चीजों को शामिल करते हैं, तो यह बॉडी के नेचुरल प्रॉसेस को बनाए रखने में मदद करता है और इससे हम बॉडी में एक्स्ट्रा फैट जमा होने से रोक सकते हैं।
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