सर्दियों की शुरुआत के साथ ही बच्चे छोटी-मोटी बीमारियों जैसे सर्दी-जुकाम, खांसी, बंद नाक, गले में खराश, पेट में दर्द, बुखार आदि के शिकार हो जाते हैं और यह सब उनके साथ पूरी सर्दियां लगा ही रहता है। ऐसे में मां इन समस्याओं से अपने बच्चे को बचाने के लिए बार-बार दवा नहीं देना चाहती हैं, क्योंकि ज्यादातर माएं दवाओं के साइड इफेक्ट को लेकर चिंतित रहती हैंं। ऐसे में दिमाग में एक ही सवाल आता है कि क्या किया जाए? तो हम आपको बता दें कि आप सर्दियों में अपने बच्चे को सर्दी-जुकाम से बचाने के लिए 'बेसन का शीरा' दे सकती हैं। जी हां 'बेसन का शीरा' सर्दियों में सर्दी-जुकाम से बचाने के साथ-साथ आपके बच्चों को और भी कई समस्याओं से बचा सकता है। आइए इसके फायदों के बारे में आर्टिकल के माध्यम से विस्तार में जानें।
जब भी मेरे बच्चों को खांसी या जुकाम होता है तो मैं उन्हें दवा देने की बजाय बेसन का शीरा खिलाती हूं। इसे सिर्फ 2 बार खाने से ही उनका खांसी-जुकाम छूमंतर हो जाता है। मुझे यह नुस्खा मेरी मां ने बताया है। अगर आप दवाओं से अपने और अपने बच्चों के सर्दी-जुकाम का इलाज कर रही हैं तो आपको बता दें कि इसकी जगह आपको दादी मां के बताए घरेलू नुस्खों को आजमाना चाहिए। इन नुस्खों की सबसे अच्छी बात यह है कि यइ बहुत असरदार होते हैं और इनका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।
इसे जरूर पढ़ें: सर्द-गर्म हवाओं से हो गया है सर्दी-जुखाम तो ‘बेसन का शीरा’ देगा राहत, रेसिपी सीखें
"दादी और नानी के घरेलू नुस्खे" बेहद भरोसेमंद होते है और इसे बनाने में सालों लगे है। आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली प्राकृतिक सामग्री बीमारी के लिए अद्भुत दवाएं हैं। आज भी, ये घरेलू उपचार सामान्य बीमारियों का बेहतर तरीके से इलाज करते हैं। सर्दी और खांसी जैसी सामान्य बीमारियों के लिए ऐसे उपायों में से एक है 'बेसन का हलवा'। 'बेसन का हलवा' सर्दी और खांसी को ठीक करने के लिए पंजाबी घरों का एक पुराना प्रभावी नुस्खा है। 'बेसन का शीरा' घी, हल्दी और काली मिर्च के साथ बनाया गया, यह एक पतला घोल होता है जो प्रभावी औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए, आप इसमें थोड़ी चीनी या गुड़ भी मिला सकती हैं।
यह विडियो भी देखें
हल्दी और काली मिर्च को अपने एंटी-इफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है जो सर्दी-जुकाम से राहत देते हैं। साथ ही सर्दी-जुकाम से परेशान बच्चे को नींद में भी परेशानी होती है, लेकिन इस शीरे में मौजूद तत्व अच्छी नींद को प्रेरित करते हैं। बेसन के शीरा को थोड़ा गर्म और सोने से ठीक पहले सेवन किया जाना चाहिए। यह शीरा नाक के मार्ग को पूरी तरह से साफ करने में मदद करता है।
इसे जरूर पढ़ें:प्रेग्नेंसी में कोल्ड औैर कफ से निजात दिलाएंगे ये 5 असरदार नुस्खे
बेसन एंटीऑक्सीडेंट का एक पावरहाउस है जो आपके नाक के मार्ग को साफ करने में मदद करता है। यह विटामिन बी 1 का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है जो भोजन को एनर्जी में परिवर्तित करके थकान को कम करता है। मुझ पर भरोसा करें कई बार शीरा एंटीबायोटिक्स से बचने में भी आपकी मदद करती है जो हमारे पेट को बहुत प्रभावित करती है!
तो देर किस बात की इन सर्दियों में अपने बच्चों को 'बेसन का शीरा' जरूर खिलाएं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुडी रहें।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।