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झुर्रियों और फाइन लाइन्स की तरह, ढीले और लटकते ब्रेस्ट भी हर महिला के शरीर में होने वाले प्राकृतिक परिवर्तनों का एक हिस्सा हैं। हालांकि, कुछ कारक जैसे भारी वजन कम होना, बिना सपोर्ट वाली ब्रा पहने एक्सरसाइज करना, स्मोकिंग और कई गर्भधारण इस अपरिहार्य परिवर्तन को अपने निर्धारित समय से पहले आ सकते हैं।
यदि आप भी समय से पहले इस बदलाव के शिकार हो गई हैं, तो योग मास्टर, स्पिरिचुअल गुरु और लाइफस्टाइल कोच, ग्रैंड मास्टर अक्षर जी द्वारा सुझाए गए 4 शक्तिशाली योगासन हैं, जो आपके ढीले ब्रेस्ट को वापस ऊपर उठाने और टोन करने के लिए आपकी मदद कर सकते हैं।
ग्रैंड मास्टर अक्षर जी का कहना है, 'चेस्ट एक्सरसाइज करने वाली महिलाओं के साथ कई तरह की भ्रांतियां जुड़ी हैं। लेकिन वास्तव में, पेक्टोरल मसल्स पर काम करना हमारे समग्र स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव ला सकता है। चेस्ट एक्सरसाइज करने से शरीर के ऊपरी हिस्से की ताकत बनती है और हृदय को भी लाभ होता है। चेस्ट पर काम करने की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। यह लटकती ब्रेस्ट को शेप में लाने के अलावा हमें अनेकों फायदे देती है।'
बेहतर मुद्रा
जब हम पुश-अप्स (चतुरंगडांसन) जैसी कुछ एक्सरसाइज करते हैं, तो हमारे कंधे और पीठ की मसल्स आसन को बेहतर बनाने के लिए सहसंबद्ध होती हैं। हमारे ऊपरी शरीर में सबसे बड़ी मसल्स में चेस्ट पोस्टुरल दोषों को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह हमारे पीठ के दर्द को रोकने में मदद करता है जोकि स्लाउचिंग का कारण होता है।
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फेफड़ों की शक्ति को बढ़ाता है
यथायोग्य आसन से फेफड़ों को अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होता हैं और हम आसानी सज गहरी सांसें ले पाएंगे। ताकत और आंतरिक ऊर्जा के लाभों का आनंद लेने के लिए योग में इन सरल आसानों का अभ्यास करें।
भस्त्रिका प्राणायाम
- पीठ सीधी करके बैठें और आंखें बंद कर लें।
- सांस लेना और छोड़ना 1:1 के अनुपात में किया जाना चाहिए।
- उदाहरण के लिए, यदि आप 6 काउंट के लिए सांस लेती हैं तो सांस छोड़े भी 6 काउंट्स के लिए।
संतुलनासन
- इसे करने के लिए पेट के बल लेटें।
- हथेलियों को कंधों के नीचे रखें और शरीर, पेल्विक और घुटनों को ऊपर उठाएं।
- कलाइयों को कंधों के साथ संरेखित करे और हाथों को सीधा रखें।
वशिष्ठासन
- संतुलनासन (प्लैंक) से शुरुआत करें।
- पूरे शरीर को दाहिनी ओर मोड़ें और दाहिना पैर बाईं ओर रखें।
- दाहिनी बाजुओं को ऊपर उठाएं और उंगलियों को आकाश की ओर रखें।
- दोनों साइड से एक्सरसाइज को दोहराएं।
उष्ट्रासन
- योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
- अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
- दाहिनी हथेली को दाहिनी एड़ी पर रखें और धीरे से पीछे की ओर झुकें।
- सांस छोड़ें और प्रारंभिक आसन में वापस आ जाएं।
- दोनों साइड से दोहराएं।
हिमालय प्रणाम
हिमालय का एक प्राचीन योग अभ्यास हिमालय प्रणाम है जिसमें आगे झुकने और पीछे झुकने के आसनों का कॉम्बिनेशन शामिल है। यह 11-चरणीय प्रवाह शरीर को गतिशील बनाता है और लचीलेपन में सुधार करता है। हिमालय प्रणाम एक प्रभावी कार्डियो वर्कआउट है। यह शरीर को गतिशील बनाता है और आसन शुरू करने से पहले यह एक आधारभूत अभ्यास के रूप में काम कर सकता है।
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पुशअप्स के साथ शुरू करें, 3-4 पुश अप्स के 1 सेट को 3-5 बार करें। एक्सरसाइज शरीर के हर हिस्से के लिए आवश्यक है, इसलिए महत्वपूर्ण है कि किसी एक मसल्स समूह की उपेक्षा न करें। इनके अपार लाभों का अनुभव करने के लिए सांस लेने की एक्सरसाइज और आसनों को अपनी दिनचर्या का नियमित हिस्सा बनाएं। यह हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करेगा और यहां तक कि ब्रेस्ट कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को भी कम करेगा।
आप भी इन योगासन को करके लटकते और ढीले ब्रेस्ट को शेप में ला सकती हैं। योग से जुड़ी ऐसी ही जानकारी के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Image Credit: Shuttestock