कृष्ण कमल को दुनिया के सबसे सुंदर फूलों में से एक माना जाता है। इसे अंग्रजी में पैशन फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है और कुछ लोग इसे जुनून फूल के नाम से भी जानते हैं। इस फूल का हिंदू धर्म में काफी महत्व होता है।
फूल के आकार को देखकर ऐसा लगता है कि इस फूल में महाभारत के सभी जरूरी पात्र समाए हुए हैं। इस फूल की बाहरी पंखुडि़या बैंगनी लाल या सफेद रंग की होती है। इन संख्या 100 होने के कारण इसे कौरव कहा जाता है। इसके ऊपर 5 कली होती है जिसे पांडव कहते है। इसके अलावा 5 कलियों के ऊपर और 3 कली होती है जिसे ब्रह्मा विष्णु महेश का प्रतीक माना जाता है।
इसके अलावा, जो सेंटर में विराजमान होता है उसे कृष्ण स्वरुप माना जाता है। कृष्ण कमल की बनावट राखी जैसी होती है इसलिए इसे राखी बेल या झुमका लता भी कहते हैं। यह फूल न सिर्फ देखने में सुंदर होता है बल्कि आपकी हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओें को दूर कर सकता है।
आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इसके फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'पैशनफ्लॉवर आंखों के लिए एक अद्भुत इलाज है, है ना? जब मैंने इसे पहली बार देखा तो मैं मंत्रमुग्ध हो गई। न केवल बेहद खूबसूरत दिखता है, बल्कि इसमें शक्तिशाली हीलिंग गुण भी हैं जो इसे मेरा परम पसंदीदा बनाता है (इसके सुंदर नाम को नहीं भूलना- कृष्ण कमल)।'
इस खूबसूरत कृष्ण कमल में रिलैक्स और रात की अच्छी नींद को बढ़ावा देने की क्षमता होती है। इसलिए, यह वात और पित्त असंतुलन वाले लोगों के लिए सर्वोत्तम है।
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आयुर्वेदिक गुण:
- स्वाद (रस): कड़वा
- शक्ति (वीर्य): कूलिंग
- पाचन के बाद का प्रभाव (विपाका): तीखा
- दोष प्रभाव (दोष पर प्रभाव): वात और पित्त को कम करता है।
- क्रियाएं (कर्म): तंत्रिका, शामक, मूत्रवर्धक और एनोडाइन।
जुनून फूल के लाभ (krishna kamal)
- यह विशेष रूप से नर्वस संबंधी अनिद्रा के मामलों में, आरामदायक और अच्छी नींद को बढ़ावा देता है।
- यह नर्वस, मेनोपॉज और प्री मेनोपॉजल से पहले के तनाव, पीएमएस, चिड़चिड़ापन, थकान और तनाव सिरदर्द और हाई ब्लडप्रेशर के लिए प्रभावी उपाय है।
- सिर दर्द के लिए पौधे की पत्तियों से बनी चाय उपयोगी होती है।
- यह श्वसन को उत्तेजित करता है।
- फूल में गाबा (गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड) को बढ़ावा देने वाले और एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के गुणों के कारण- यह लो ब्लड प्रेशर में मदद करता है।
- यह रेस्टलेस लेग सिंड्रोम, अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर (ADD) और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के लिए फायदेमंद है।
- इसमें एंटी-एडिक्टिव, एनाल्जेसिक, हाइपोग्लाइसेमिक, हाइपोलिपिडेमिक, कामोद्दीपक, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
कृष्ण कमल लेने का सबसे आसान तरीका (how to eat passion flower)
आंतरिक रूप से (एक चाय के रूप में):
अनिद्रा (मानसिक चिंता और थकावट से नींद में खलल), अत्यधिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि के लिए।
चाय की विधि
- 1 टी-स्पून सूखे पैशनफ्लावर को एक कप पानी में उबालकर 5-10 मिनट के लिए भिगो दें।
- इसे छानकर गुनगुना लिया जाता है।
- इसे दिन में 2-3 बार लिया जा सकता है और सोने से एक घंटे पहले इसे लेना सबसे अच्छा है।
बाहरी रूप से (passion flower eating)
- बवासीर जैसे बाहरी उपचार के लिए रिंस करने के लिए, 20 ग्राम दवा को 200 मिलीलीटर उबलते पानी में डालें, छान लें और ठंडा होने पर उपयोग करें।
- यूटीआई, यूरिन में अत्यधिक जलन, फिशर और बवासीर को दूर करने के लिए सिट्ज़ बाथ (ठंडा करने के प्रभाव के लिए) के लिए जुनून के साथ उबला हुआ पानी का उपयोग किया जा सकता है।
यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसे लेना चाहिए।
आप भी इस फूल का इस्तेमाल करके अपनी समस्याओं को दूर कर सकती हैं। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। हेल्थ से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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