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Most Common Complication For Mother After Birth

हर नई मां को डिलीवरी के बाद हो सकती हैं ये 6 समस्याएं, बचाव का सही तरीका एक्‍सपर्ट से जानें

Most Common Complication For Mother After Birth: बच्चे को जन्म देने के बाद एक मां के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। उन्हें डिलीवरी के बाद, भी बहुत-सी समस्याएं हो सकती हैं। आज हम आपको एक्सपर्ट के हवाले से बताएंगे कि बच्चे के जन्म के बाद मां को कौन-सी 6 समस्याएं हो सकती हैं?   
Editorial
Updated:- 2025-05-08, 17:03 IST

Common Postpartum Complications: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर और भावनाओं में कई बदलाव आते हैं। एक तरफ बच्चे के आने की खुशी होती है, तो दूसरी तरफ मां को अपनी सेहत का भी ध्यान रखना पड़ता है। डिलीवरी के बाद मां को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। यही कारण है कि डिलीवरी के बाद की स्थिति को समझना और समय पर इलाज कराना जरूरी है। बच्चे को जन्म देने के बाद न्यू मॉम्स को 6 तरह की समस्याओं को सामना करना पड़ता है। आइए, ऑब्स्टेट्रिक्स एन्ड गाईनेकोलॉजी, मणिपाल हॉस्पिटल गोवा की असोसिएट कन्सल्टेंट डॉ. किंजल अवधुत कोठारी जी से जानते हैं, बच्चे को जन्म देने के बाद नई मां को किन समस्याओं से गुजरना पड़ता है?

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तनाव और थकान

stress and fatigue

बच्चे के जन्म के बाद अक्सर महिलाओं को थकान ज्यादा महसूस होती है। यह इसलिए होता है क्योंकि उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। बच्चे को जन्म देने के बाद एक तरफ बॉडी रिकवर हो रही होती है। वहीं, उन्हें बच्चे की देखभाल भी करनी होती है, जिससे तनाव हो सकता है। 

उपाय- इस थकान को कम करने के लिए जरूरी है कि आप जब भी मौका मिले आराम करें। खासकर जब बच्चा सो रहा हो। दूसरों से मदद लें, खूब पानी पिएं, और पूरे दिन थोड़ा-थोड़ा करके पौष्टिक खाना खाएं। सेहत में सुधार के लिए दिन में छोटी-छोटी नींद भी ले सकती हैं।

ब्रेस्ट फीडिंग में हो सकती है दिक्कत

There may be problem in breast feeding

शुरुआती दिनों में, माएं बच्चे को दूध पिलाने में भी दिक्कत महसूस कर सकती है। असल में शुरुआती दिनों में बच्चे को दूध पिलाते हुए उन्हें कई तरह की दिक्कतें होती हैं। जैसे- निप्पल में दर्द होना, दूध कम आना या स्तनों में इन्फेक्शन हो जाना। मांओं को लग सकता है कि दूध कम आ रहा है या उन्हें दर्द, सूजन, लालिमा या बुखार जैसी परेशानी हो रही है। 

उपाय- ऐसी स्थिति में दूध पिलाने के विशेषज्ञ (लैक्टेटिंग एक्सपर्ट) से सलाह लेना फायदेमंद हो सकता है। निप्पल को आराम देने वाली क्रीम, दूध पिलाने के तरीके में बदलाव, गर्म सिंकाई करके या ब्रेस्ट पंप से दूध निकालकर आराम मिल सकता है। अगर कोई इन्फेक्शन हो, तो आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाइयां दी जाती हैं।

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पोस्टपार्टम हेमरेज

बच्चे के जन्म के समय अगर बहुत ज्यादा खून बह जाए, तो उसे पोस्टपार्टम हेमरेज कहते हैं। सिजेरियन ऑपरेशन में 1000 मिलीलीटर या नॉर्मल डिलीवरी में 500 मिलीलीटर से ज्यादा खून बहना खतरनाक हो सकता है। अगर एक घंटे में सैनिटरी पैड पूरा भीग जाए, चक्कर आए या बहुत ज्यादा थकान लगे, तो यह पोस्टपार्टम हेमरेज हो सकता है। यह एक इमरजेंसी की स्थिति है। 

उपाय- इस तरह की कंडीशन में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। ऐसे हालातों में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, खून चढ़ाना और कई बार ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है।

इन्फेक्शन का बढ़ जाता है खतरा

डिलीवरी के बाद कभी-कभी गर्भाशय, पेशाब की थैली या जहां पर टांके लगे हैं, वहां इन्फेक्शन हो सकता है। इसके लक्षण हैं बुखार आना, योनि से बदबूदार पानी निकलना, पेशाब करते समय जलन होना या बहुत ज्यादा दर्द होना। 

उपाय- ज्यादातर मामलों में, डिलीवरी के बाद होने वाले इन्फेक्शन साधारण एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाते हैं। साफ-सफाई रखना, खूब पानी पीना और भारी सामान न उठाना जैसी बातों का ध्यान रखने से यह समस्या दूर हो सकती है।

पेल्विक फ्लोर से जुड़ी समस्याएं

Pelvic floor problems

डिलीवरी के बाद पेल्विक फ्लोर से जुड़ी समस्याएं भी आम हैं। डिलीवरी के दौरान ये मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे पेशाब लीक हो सकता है या पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है। कुछ महिलाओं को शारीरिक संबंध बनाते समय भी दर्द होता है। 

उपाय- कीगल एक्सरसाइज करने से पेल्विक एरिया की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे पेशाब रोकने में मदद मिलती है और ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं। अगर लक्षण बढ़ते हैं, तो फिजिकल थेरेपिस्ट से सलाह लेकर पेल्विक हेल्थ को ठीक किया जा सकता है।

बाल झड़ना और कब्ज

डिलीवरी के बाद आमतौर पर कब्ज और बालों के झड़ने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। अक्सर कब्ज दवाइयों के असर, कम हिलने-डुलने और खाने-पीने में बदलाव के कारण हो सकती है। 

उपाय- इसे ज्यादा फाइबर वाला खाना खाकर, खूब पानी पीकर और डॉक्टर की सलाह से हल्के जुलाब लेकर ठीक किया जा सकता है। बालों का झड़ना अक्सर थोड़े समय के लिए होता है और यह हॉर्मोन में बदलाव के कारण होता है। संतुलित भोजन और बालों की थोड़ी देखभाल से बाल फिर से बढ़ने लगते हैं और कुछ महीनों बाद सामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं।

दूसरों की मदद जरूर लें

Take help from others

बच्चे के जन्म के बाद का समय हर मां के लिए अलग होता है। परेशानियां आम हो सकती हैं, लेकिन आपको अकेले इनसे जूझने की जरूरत नहीं है। मदद जरूर लें, चाहे वह डॉक्टर या एक्सपर्ट की हो या फिर अपने परिवार और दोस्तों की। इससे आपको जल्दी ठीक होने में मदद मिलेगी और यह अनुभव और भी अच्छा बनेगा।

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Image Credit: Her Zindagi

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