खांसी होने पर मुलेठी खाने की सलाह दी जाती है। कहते हैं कि मुलेठी खाने से कितनी भी भयंकर खांसी क्यों ना हो ठीक हो जाती है। यह बात तो लगभग हम सभी जानती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि मुलेठी आपके दिल के लिए भी बहुत अच्छी होती है। आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, मुलेठी दिल के रोग में भी लाभकारी है। 3-5 ग्राम तथा कुटकी चूर्ण को मिलाकर 15-20 ग्राम मिश्री युक्त पानी के साथ रोजाना लेने से दिल की बीमारी में बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके सेवन से पेट के रोगों में भी आराम मिलता है। मुलेठी का क्वाथ बनाकर 10-15 मिली मात्रा में पीने से पेट में दर्द दूर होता है। आइए आचार्य बालकृष्ण से जानें मुलेठी आपकी हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद होती है।
जी हां टेस्ट में मीठी मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और फैट के गुणों से भरपूर होती है। इसका इस्तेमाल आंखों, मुंह, गले, पेट के रोगों के साथ सांस के रोग, दिल के रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है। यह बात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है।
Read more: आपके घर के गार्डन में ही छिपा है खूबसूरत त्वचा का खजाना
पतंजलि आयुर्वेद हरिद्धार के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि मुलेठी के क्वाथ से आंखों को धोने से आंखों के रोग दूर होते हैं। मुलेठी की मूल चूर्ण में बरबर मात्रा में सौंफ का चूर्ण मिलाकर एक चम्मच प्रात: सायं खाने से आंखों की जलन मिटती है तथा आंखों की बढ़ती है। मुलेठी को पानी में पीसकर उसमें कॉटन को भिगोकर आंखों पर बांधने से आंखों की लालिमा मिटती है।
उन्होंने कहा कि मुलेठी कान और नाक के रोग में भी लाभकारी है। मुलेठी और द्राक्षा से पकाए हुए दूध को कान में डालने से कान के लिए फायदा होता है। 3-3 ग्राम मुलेठी तथा शुंडी में छह छोटी इलायची तथा 25 ग्राम मिश्री मिलाकर, क्वाथ बनाकर 1-2 बूंद नाक में डालने से कान के रोग दूर होते है।
मुंह के छाले मुलेठी मूल के टुकड़े में शहद लगाकर चूसते रहने से लाभ होता है। मुलेठी को चूसने से खांसी और कंठ रोग भी दूर होता है। सूखी खांसी में कफ पैदा करने के लिए इसकी 1 चम्मच मात्रा को शहद के साथ दिन में 3 बार चटाना चाहिए। इसका 20-25 मिली क्वाथ प्रात: सायं पीने से श्वास नलिका साफ हो जाती है। मुलेठी को चूसने से हिचकी दूर होती है।
यह विडियो भी देखें
त्वचा रोग भी यह लाभकारी है। फफोड़ों पर मुलेठी का लेप लगाने से वे जल्दी पककर फूट जाते हैं। मुलेठी और तिल को पीसकर उससे एलोवेरा मिलाकर घाव पर लेप करने से घाव भर जाता है।
Read more: साबुत बादाम से ज्यादा पानी में भीगे हुए बादाम क्यों बेहतर होते हैं, जानें एक्सपर्ट की राय
यह हल्के पीले-से रंग की तेज गंध की मुलेठी में ढेरों गुण होते हैं जो आपको कई तकलीफों से छुटकारा दिलाती हैं। और सबसे अच्छी बात यह आपको बाजार में आसानी से मिल जाती है। तो देर किस बात की आज से ही अपनी समस्याओं से बचने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।