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प्रोटीन की कमी से व्यक्ति को हो सकती हैं यह स्वास्थ्य समस्याएं

अगर शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
Editorial
Updated:- 2022-08-20, 14:00 IST

शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन्हीं में से एक है प्रोटीन। यह एक ऐसा आवश्यक पोषक तत्वा है, जो सिर्फ मसल्स बिल्डिंग में ही मदद नहीं करता है, बल्कि स्किन, एंजाइम और हार्मोन के लिए भी आवश्यक है। यह शरीर के सभी टिश्यूज के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

बता दें कि पचने पर प्रोटीन अमीनो एसिड में टूट जाता है। ये अमीनो एसिड शरीर के टिश्यू को काम करने और बढ़ने में मदद करते हैं। यह इस मैक्रोन्यूट्रिएंट को स्वस्थ और मजबूत मांसपेशियों और हड्डियों के साथ-साथ बालों और नाखूनों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

वहीं, जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में बता रहे हैं, जो प्रोटीन की कमी के कारण होती हैं-

हड्डियों का कमजोर होना

weak bones

ज्यादातर लोग शरीर में प्रोटीन की कमी को सिर्फ मसल्स मास या वजन से जोड़कर ही देखते हैं। लेकिन प्रोटीन की कमी से हड्डियों पर भी विपरीत असर पड़ सकता है और वह कमजोर भी हो सकती हैं। जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो फ्रैक्चर या मामूली चोट के कारण भी हड्डियां टूटने का खतरा रहता है। खासतौर से, बच्चों में यह समस्या काफी गंभीर होती है और इस वजह से ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है।

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फैटी लीवर की समस्या

fatty liver

प्रोटीन की कमी लीवर को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। इससे लीवर सेल्स में फैट बढ़ने लगता है, जिससे व्यक्ति को फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। फैटी लीवर के कारण व्यक्ति को अत्यधिक थकान, कमजोरी या पसलियों के नीचे दर्द की शिकायत भी रहती है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो इससे लीवर खराब भी हो सकता है।

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क्वाशिओरकोर रोग

क्वाशिओरकोर रोग आहार से जुड़ा एक रोग है। यह अमूमन तब होता है जब शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। यूं तो यह समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन बच्चों में रोग होने की संभावना अधिक रहती है। इसका संबंध एडिमा के साथ होता है। इसकी समय रहते पहचान करना और इलाज करना बेहद आवश्यक होता है। अन्यथा बच्चे को स्थायी रूप से मानसिक और शारीरिक विकलांगता हो सकती है। कुछ मामलों में तो देरी होने पर यह बीमारी बच्चे की जान तक ले सकती है।

स्किन, बाल और नाखूनों पर विपरीत असर पड़ना

प्रोटीन की कमी अक्सर त्वचा, बालों और नाखूनों पर अपनी छाप छोड़ती है, जो काफी हद तक प्रोटीन से बने होते हैं। जब शरीर मे प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो यह स्किन को प्रभावित कर सकती है, जिससे रेडनेस और परतदार त्वचा की समस्या हो सकती है। साथ ही, यह नाखूनों के कमजोर होने और बालों के झड़ने का कारण भी बन सकता है। हालांकि, ये लक्षण तब तक नजर नहीं आते हैं, जब तक कि प्रोटीन की गंभीर कमी ना हो जाए।

बार-बार इंफेक्शन की समस्या

infection

यूं तो बदलते मौसम में अधिकतर लोगों को इंफेक्शन की शिकायत होती है। लेकिन अगर आपका शरीर बार-बार संक्रमित हो रहा है, तो इसके पीछे प्रोटीन की कमी जिम्मेदार हो सकती है। दरअसल, प्रोटीन की कमी प्रतिरक्षा प्रणाली पर अपना असर डाल सकती है। बहुत कम प्रोटीन खाने से आपके शरीर की सामान्य सर्दी जैसे संक्रमणों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है। जिसके कारण व्यक्ति बार-बार बीमार होने लगता है।

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तो अब आप भी अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन को शामिल करें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- freepik

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