बेली फैट कई कारणों से बढ़ता है जिसमें खराब डाइट, एक्सरसाइज की कमी और तनाव शामिल हैं। आनुवंशिकी के वजन के कारण डायबिटीज या मोटापे जैसी कुछ स्थितियों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है, हालांकि, यह एक हेल्दी जीवनशैली है जो अंततः हमें आकार देती है।
यदि हम अनहेल्दी खाने की आदतें अशांत नींद के पैटर्न और गतिहीन जीवनशैली को फॉलो करते हैं, तो पेट पर मोटापा निश्चित है। योग हमारी हार्ट रेट को बढ़ाता है और कैलोरी को जलाने में हमारी मदद करता है। पेट के हिस्से में सबसे
जिद्दी चर्बी जमा होती है, जिसे कम करना सबसे कठिन होता है। लेकिन, निराश न हों क्योंकि योग विशिष्ट आसनों के माध्यम से पेट की चर्बी को लक्षित करता है। इन योगासन के बारे में योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच हिमालयन सिद्ध अक्षर जी बता रहे हैं।
निम्नलिखित में से प्रत्येक आसन को 30 सेकंड के लिए होल्ड करें और 3 सेट तक दोहराएं। प्रतिदिन 5 मिनट तक प्राणायाम तकनीक का अभ्यास करें।
प्राणायाम
कपालभाति
संस्कृत में 'कपाल' का अर्थ 'खोपड़ी' और 'भाती' का अर्थ 'चमकना/रोशनी' होता है। इसलिए इस कपालभाति प्राणायाम को स्कल शाइनिंग ब्रीदिंग टेक्निक भी कहा जाता है।
विधि
- किसी भी आरामदायक आसन (जैसे सुखासन, अर्धपद्मासन या पद्मासन) में बैठ जाएं।
- पीठ को सीधा करें और आंखें बंद कर लें।
- हथेलियों को (प्रप्ति मुद्रा में) घुटनों पर ऊपर की ओर रखें।
- सामान्य रूप से सांस लें और छोटी, लयबद्धदद सांस छोड़ने पर ध्यान दें।
- पेट का उपयोग डायफ्राम और फेफड़ों को संकुचित करके बलपूर्वक सारी हवा बाहर निकालने के लिए कर सकते हैं।
- जब हम अपने पेट को दबाते हैं तो अंतःश्वसन अपने आप हो जाता है।
आसन
नौकासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- संतुलन बनाने के लिए ऊपरी और निचले शरीर को ऊपर उठाएं।
- पैर की उंगलियां आंखों के साथ सीध में होना चाहिए।
- घुटने और पीठ को सीधा रखें।
- बाजुओं को जमीन के समानांतर रखें और आगे की ओर देखें।
- पेट की मसल्स को टाइट कर लें।
- अपनी पीठ को सीधा करें।
- सामान्य रूप से सांस लें और छोड़ें।
संतुलनासन - प्लैंक पोज
- इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं।
- हथेलियों को कंधों के नीचे रखें और ऊपरी शरीर, पेल्विक और घुटनों को ऊपर उठाएं।
- फर्श पर पैरों को जमाकर और घुटनों को सीधा रखें।
- ध्यान रखें कि घुटने, पेल्विक और रीढ़ एक सीध में हों।
- कलाइयां कंधों के ठीक नीचे होनी चाहिए और बाजुएं सीधी होनी चाहिए।
- अंतिम आसन में कुछ देर रुकें।
वशिष्ठासन
- इसकी संतुलनासन (प्लैंक) में शुरुआत करें।
- बाईं हथेली को मजबूती से जमीन पर रखते हुए, दाहिने हाथ को फर्श से हटा लें।
- पूरे शरीर को दाहिनी ओर मोड़ें और दाहिने पैर को फर्श से ऊपर उठाएं और बाएं पैर के ऊपर रखें।
- दाहिने हाथ को ऊपर उठाएं और उंगलियों को आकाश की ओर रखें।
- ध्यान रखें कि दोनों घुटने, एड़ी और पैर एक दूसरे के संपर्क में हों।
- साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दोनों हाथ और कंधे एक सीध में हों।
- सिर घुमाएं और दाहिने हाथ की ओर देखें।
- आसन में कुछ देर तक रुकें।
- यही प्रक्रिया बाईं ओर दोहराएं।
जब हम एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल कर लेते हैं, तो यह भी सुनिश्चित करें कि अनावश्यक चीनी के उपयोग कम करने के लिए डाइट को संशोधित करें, अधिक घुलनशील फाइबर शामिल करें और कार्ब्स के सेवन को सीमित करें।
अध्ययनों से पता चलता है कि मोटापे के बढ़ते जोखिम का 60% (बच्चों में) चीनी-मीठे पेय पदार्थों के कारण होता है। शुगरी ड्रिंक्स, हाई फैट फूड्स को हटा दें और फलों का सेवन करें जो बहुत हेल्दी है और हमारे सिस्टम में फाइबर जोड़ते हैं। प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है जिससे हमें कम भूख लगती है।
सही डाइट, अच्छी लाइफस्टाइल, अच्छी नींद और एक्सरसाइज और योग के साथ, हम कुछ ही समय में पेट की अनचाही चर्बी को कम कर सकते हैं। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock.com
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