तापमान अभी से काफी बढ़ने लगा है और इस मौसम में लोगों को अपनी सेहत के प्रति अतिरिक्त सचेत होने की आवश्यकता होती है। आमतौर पर, यह माना जाता है कि इस मौसम में केवल डिहाइड्रेशन की समस्या होती है, लेकिन यह एक ऐसा मौसम होता है, जब मच्छरों के आंतक से लेकर खुजली, रैशेज, बुखार -खांसी, कमजोर डाइजेशन, पेट में समस्या, सीने में जलन, गैस व अन्य कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ऐसे में अगर डाइट पर पर्याप्त ध्यान ना दिया जाए, तो स्वास्थ्य समस्या और भी अधिक बढ़ जाती है।
हो सकता है कि आपके लिए समर में अपनी डाइट को पूरी तरह से बदल पाना संभव ना हो, लेकिन फिर भी ऐसे कई मसाले व हर्ब्स होते हैं, जिन्हें अगर डाइट में शामिल किया जाए तो इससे सेहत का ख्याल अच्छी तरह से रखा जा सकता है। तो चलिए आज इस लेख में दिल्ली के सरोज हॉस्पिटल की चीफ डायटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. निधि धवन आपको कुछ ऐसे मसालों व हर्ब्स के बारे में बता रही हैं, जिन्हें आपको समर डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए-
पुदीने को उसके कूलिंग इफेक्ट के लिए जाना जाता है और इसलिए गर्मियों में पुदीने को डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। गर्मियों के मौसम में पेट में दर्द व गैस्ट्रिक समस्याएं होती हैं, ऐसे में पुदीने का इस्तेमाल करने से काफी आराम मिलता है। इतना ही नहीं, यह डाइजेस्टिव फायर जैसे जलन आदि को भी कम करता है। आप इसके पत्तों को पानी मूं डालकर उबालकर और छानकर पी सकते हैं। इसके अलावा, गर्मियों में मिंट टी, लेमनेड, मिंट रायता आदि बनाया जा सकता है।
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पुदीना के अलावा तुलसी भी गर्मियों के लिए काफी अच्छा मानी जाती है। यह जी मचलाने से लेकर पेट की समस्याओं में आराम दिलाती है। यह ब्लोटिंग और गैस को कम करती है। वैसे भी पेट से जुड़ी सबसे अधिक समस्या गर्मियों में ही होती है। इसके अलावा, अगर आपको गर्मी में स्किन रैशेज की समस्या है, तो ऐसे में इसके पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाया जा सकता है। वहीं, अगर गर्मी में खांसी-बुखार या फिर मलेरिया की समस्या होती है, तो ऐसे में तुलसी के पानी को उबालकर पीने से काफी राहत मिलती है। इतना ही नहीं, यह इम्युनिटी को बढ़ाती है। यह बॉडी को डिटॉक्स करती है।
यह ब्लोटिंग और गैस को कम करती है। गर्मी में सौंफ का सेवन करने से आपका पाचन तंत्र सही तरह से काम करता है। इसमें बीटा-कैरोटीन व विटामिन सी भी पाया जाता है, जिसके कारण यह आपकी इम्युनिटी(इम्यूनिटी ड्रिंक्स) को बेहतर बनाता है। यह बैड ब्रेथ से भी राहत दिलाता है। आप इसे यूं ही खा सकते हैं या फिर इसे पानी में उबालकर भी पिया जा सकता है। वहीं, इसका पाउडर बनाकर भी डाइट में शामिल किया जा सकता है।
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लेमनग्रास अपने कूलिंग इफेक्ट्स के लिए जाना जाता है। इतना ही नहीं, यह एक बेहतरीन डिटॉक्सिफाइंग एजेंट है, जिसके कारण यह आपकी बॉडी के टॉक्सिन्स को दूर करता है और इससे आपकी बॉडी लाइट व एक्टिव फील करती है। आप इसे आइस्ड टी या ग्रीन टी में शामिल कर सकते हैं या फिर इसे डिशेज की फ्लेवरिंग में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, लेमनग्रास में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं और इसलिए मक्खी-मच्छरों को दूर भगाने के लिए इसके ऑयल का इस्तेमाल स्किन पर किया जा सकता है।
डिल के पत्ते जिसे सोया भी कहा जाता है, समर के लिए बेहद ही लाभदायक है। यह मुख्य रूप से आपके पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है। यह यह डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को आराम पहुंचाता है। पेट में दर्द, डायरिया व हार्ट बर्न होने पर इसके सेवन से आराम मिलता है। आप इसके पत्तों व सीड्स दोनों को ही डाइट में शामिल कर सकते हैं। आप इसके सीड्स व पत्तों को क्रश करके अपनी डाइट में शामिल करें।
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Image Credit- freepik
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