क्या आपको अक्सर जोड़ों में दर्द सताता है? 30 की उम्र के बाद जोड़ों में दर्द श्लेष द्रव की हानि और कम कोलेजन के कारण होता है। साथ ही दिन भर काम पर बैठे रहने से भी आपके जोड़ टाइट हो सकते हैं। जोड़ों का दर्द बहुत बुरा हो सकता है। यह व्यक्ति के चलने-फिरने को सीमित कर देता है और इससे छुटकारा पाना आसान नहीं होता है।
राहत पाने की कोशिश में, कई लोग घरेलू उपचारों की ओर रुख करते हैं। प्रभावित हिस्से पर तेल से मालिश करने से लेकर गर्म और ठंडी थेरेपी तक की लिस्ट काफी लंबी है। लेकिन इस समस्या से राहत पाने का एक आसान उपाय भी है। एक गिलास हर्बल ड्रिंक आपकी मदद कर सकता है। जी हां, आपने सही पढ़ा। घर पर बना एक जादुई ड्रिंक आपको इससे राहत दिलाने में मदद कर सकता है।इसकी जानकारी डाइटीशियन मनप्रीत जी के इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर की है।
सामग्री
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- बादाम- 1/2 कटोरी
- मखाने- 1 कटोरी
- भुने हुए चने- 1/2 कटोरी
- सौंठ या ड्राई जिंजर पाउडर - 1/2 चम्मच
- अजवाइन- 1 चम्मच
- दालचीनी- 1/2 चम्मच
- ड्राई खजूर- 5
- मिश्री- 1/4 कटोरी
विधि
- एक मिक्सर जार में सभी चीजों को डालें।
- फिर इसे पाउडर के रूप में पीस लें।
- एक गिलास पानी में 1 चम्मच मिलाकर इसे पिएं।
जादुई ड्रिंक में मौजूद चीजों के फायदे?
सोंठ
सोंठ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों में दर्द और अकड़न को दूर करने में मदद करते हैं। सोंठ के एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड COX-2 इनहिबिटर की तरह ही काम करते हैं। COX-2 अवरोधक सूजन और दर्द के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं हैं।
अर्थराइटिस रोगियों में प्रभावित जोड़ों के आसपास दर्द के लिए पुरानी सूजन को जिम्मेदार ठहराया जाता है। यह अत्यधिक संकट का कारण बनता है जो आंदोलन को भी प्रभावित करता है। इस प्रकार, अर्थराइटिस उपचार का मुख्य लक्ष्य असुविधा को कम करना है क्योंकि वर्तमान में अर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है।
सोंठ का उपयोग मुख्य रूप से इस दर्द और बेचैनी को कम करने के लिए किया जाता है।
मखाने
मखाने बॉडी में कैल्शियम लेवल को बनाए रखते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, ऑस्टियोआर्थराइटिस वात दोष के बढ़ने के कारण होता है और इसे संधिवात के रूप में जाना जाता है। यह दर्द, सूजन और जोड़ों की गतिहीनता का कारण बनता है। मखाना में वात संतुलन गुण होता है और यह ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों जैसे जोड़ों में दर्द और सूजन से राहत देता है।
भुने चने
भुने चने में विटामिन-के होता है जो शरीर में कैल्शियम के अवषोषण में मददकरता है और जोड़ों में दर्द को कम करता है। चने में कैल्शियम, मैग्नीशियम के विशाल भंडार हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने और जोड़ों के लचीलेपन में सुधार के लिए महत्वपूर्ण आवश्यक पोषक तत्वों के सेवन को सुनिश्चित करते हैं।
इस पौष्टिक फली को मध्यम मात्रा में दैनिक आहार में शामिल करने से वृद्धावस्था में अर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य दुर्बल करने वाली बीमारियों का खतरा टल जाता है। इसके अलावा, काले चने आयरन से भरपूर होते हैं, जो कोलेजन के संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है - मजबूत हड्डियों और जोड़ों के लिए एक प्रमुख प्रोटीन।
सूखे खजूर
सूखे खजूर विटामिन-सी और डी का सबसे अच्छा स्रोत है जो कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करते है और इलास्टिसिटी को बढ़ाते हैं। खजूर में मैग्नीशियम भी अधिक होता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो उन्हें अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है। इसके अलावा, यह विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, आयरन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
अजवाइन
विटामिन- के से भरपूर अजवाइन जोड़ों की मसल्स को रिलैक्स करके दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिकों की उपस्थिति के कारण, अजवाइन अर्थराइटिस के कारण होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए एक बेस्ट नेचुरल तरीका है और मसल्स को आराम देने में प्रभावी है।
इसमें एनेस्थेटिक गुण होते हैं जो अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में देखे जाने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
दालचीनी
दालचीनी में सिनेमिक एसिड होता है जो जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करता है। दालचीनी में रासायनिक यौगिक होते हैं जिन्हें सिनामाल्डिहाइड और सिनामिक एसिड कहा जाता है। ये यौगिक जोड़ों के दर्द को कम करने से जुड़े हैं। अनुसंधान ने सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में दालचीनी के साथ कुछ आशाजनक रिजल्ट दिखाए हैं।
मिश्री
मिश्री डाइजेस्टिव जूस को उत्तेजित करता है और गैस से जुड़ी समस्याओंसे बचाता है और डाइजेशन को मजबूत करता है।
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बादाम
बादाम कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होने के कारण कनेक्टिव टिशू और जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करते हैं।
आप भी इस जादुई ड्रिंक की मदद से जोड़ों में दर्द को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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Image Credit: Freepik
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