अगर आपसे ये पूछा जाए कि भारत में किस तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या सबसे ज्यादा होती है तो शायद जवाब आएगा पेट से जुड़ी समस्या। चाहे खट्टी डकारें हों या फिर खराब हाजमा भारतीयों का पेट उन्हें किसी ना किसी तरह से परेशान करता ही रहता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक ये समस्या होती ही है। ऐसे में एसिडिटी की परेशानी भी साथ में हो तो उठना-बैठना और खाना-पीना भी मुश्किल हो जाता है। एसिडिटी किसी भी मौसम में, किसी भी समय में परेशान कर सकती है और इसलिए ये जरूरी है कि हम उसके सही उपाय करें।
आपके घर में भी कोई दवा हो या ना हो लेकिन एसिडिटी और हाजमे की गोलियां जरूर मिल जाएंगी। पर क्या बार-बार गोलियां खाना सही है? अगर आपसे पूछा जाए कि एसिडिटी की समस्या को खत्म करने के लिए आप किस तरह के उपाय करती हैं तो आप क्या कहेंगी? इसके लिए आयुर्वेदिक चीजें ली जाएं तो भी अच्छा होगा।
आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एसिडिटी से जुड़ी कुछ जानकारी शेयर की है। उन्होंने बताया है कि वयस्कों को एसिडिटी की समस्या अधिकतर पित्त दोष के कारण होती है। सीने में जलन होना, घबराहट होना, चिड़चिड़ापन होना ये सब कुछ एसिडिटी की वजह से ही होता है।
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आखिर क्यों बढ़ जाती है एसिडिटी?
इन दिनों में लोग अपने डाइजेशन को लेकर ध्यान नहीं देते हैं। उन्हें जो भी समझ में आता है वो फूड आइटम्स बिना सोचे समझे खा लेते हैं। पेट भरना और भूख को शांत करना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही खाने की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों पर ध्यान देना भी जरूरी है। किसी के भी शरीर में पित्त दोष ज्यादा होगा तो उसे इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ेगा। बच्चा हो या बड़ा शरीर में पित्त के बढ़ने से एसिडिटी की समस्या भी बढ़ेगी।
अगर आपको भी एसिडिटी की समस्या है तो आप लगातार 12 हफ्ते इन चीजों को ट्राई कर सकती हैं। ये एसिड रिफ्लक्स और हार्ट बर्न जैसी समस्याओं के लिए बहुत ही उपयोगी तकनीक साबित हो सकती है।
1. धनिया की चाय
नहीं-नहीं यहां हरा धनिया नहीं बल्कि धनिया के बीज की बात हो रही है। 1 ग्लास पानी में अगर आप 1 चम्मच धनिया के बीज, 4-5 पुदीने की पत्तियां और 10-15 करी पत्ते डालकर उबालेंगी तो बनेगी धनिया की चाय। इसे बनने में लगभग 5 मिनट ही लगते हैं।
इसे छानकर सुबह खाली पेट पीने से फायदा होता है। आप दिन की शुरुआत इस चाय से करें। इसे छानकर गुनगुना ही पीना है। एकदम से पीने की जगह सिप-सिप करके पीने की कोशिश करें।
2. सौंफ का सेवन
एसिडिटी की समस्या को कम करने के लिए आप सौंफ का सेवन भी कर सकती हैं। हर बार खाना खाने के बाद आप 1 छोटा चम्मच सौंफ खाएं। ये ना सिर्फ माउथ फ्रेशनर का काम करेगी बल्कि इससे एसिडिटी की समस्या भी कम होगी। सौंफ से पाचन संबंधित समस्याएं भी कम होती हैं। इसमें आपको फ्लेवर वाली सौंफ नहीं बल्कि सादी सौंफ इस्तेमाल करनी है।
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3. गुलाब की चाय
रात को सोने से पहले गुलाब की चाय पी जा सकती है। इसे बनाने का तरीका काफी आसान है। 1 कप पानी को उबालें और फिर लगभग 1 छोटा चम्मच सूखी गुलाब की पंखुड़ियां डालें। 5 मिनट तक इंतजार करें और इसके बाद इसे छानकर पी लें। इसे सोने से 30 मिनट पहले पीना है ताकि रात में आपके पेट संबंधित समस्याओं में आपको आराम मिल सके।
अपनी डाइट से जुड़ा कोई भी बड़ा बदलाव करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। अगर आपको लंबे समय से एसिडिटी की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह पर ही काम करें और क्रॉनिक एसिडिटी का इलाज करवाएं। ध्यान रखें कि ऐसा हो सकता है कि जो देसी नुस्खे सबके लिए अच्छे होते हैं वो आप पर असर ना करें। आपको थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।