क्‍या 40 की उम्र में झुर्रियां और मसल्‍स में कमजोरी महसूस हो रही है? ये 7 चीजें खाने से बढ़ेंगी द‍िक्‍कतें

बढ़ती उम्र में सरकोपेनिया महिलाओं को बहुत ज्‍यादा परेशान करती हैं। इससे चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती हैं और सीढ़ियां चढ़ने में काफी परेशानी होती है। मसल्‍स के नुकसान से बचने के लिए आपको इन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
foods to avoid in sarcopenia

क्‍या 40 की उम्र में आपकी त्‍वचा लटक गई है और आपको जोड़ों में दर्द या मसल्‍स में कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह सरकोपेनिया का शुरुआती संकेत हो सकता है। सरकोपेनिया उम्र से संबंधित मसल्‍स के नुकसान को कहते हैं और यह पेरिमेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन में बदलाव के कारण तेजी से बढ़ता है। लेकिन, परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपकी डाइट इस नुकसान को रोकने या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। आइए, शुरुआत करते हैं यह जानने से कि आपको क्या नहीं खाना चाहिए ताकि आप मसल्‍स के नुकसान से बच सकें। इसकी जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है।

सरकोपेनिया से बचने के लिए इन 7 चीजों से बचें

  • रिफाइंड कार्ब्स: सफेद ब्रेड, पास्ता जैसी चीजों में मौजूद रिफाइंड कार्ब्स आपके ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है और मसल्‍स का क्षरण होने लगता है।

refined carbs

  • शुगरी ड्रिंक: फ्लेवर्ड बादाम/सोया मिल्‍क जैसी चीजों में चीनी की मात्रा ज्‍यादा और प्रोटीन बहुत कम होता है। ये सिर्फ खाली कैलोरी देते हैं और मसल्‍स को किसी भी तरह का पोषण नहीं देते हैं।
  • तले हुए स्नैक्स: इनमें मौजूद ट्रांस फैट शरीर में सूजन बढ़ाते हैं, जिससे मसल्‍स थकी हुई और कमजोर महसूस होने लगती हैं। इसलिए, भुजिया, चिप्स, पकौड़े आदि चीजों से दूरी बनाकर रखें।
  • बहुत ज्‍यादा चाय/कॉफी: जरूरत से ज्‍यादा चाय और कॉफी पीने से कैल्शियम का अवशोषण रुकता है, जिससे समय के साथ हड्डियां और मसल्‍स दोनों कमजोर हो सकती हैं।
  • स्‍वीट ब्रेकफास्ट सीरियल्स: ये दिखने में भले ही सेहतमंद लगें, लेकिन इनमें चीनी बहुत ज्‍यादा और न के बराबर प्रोटीन होता है। ये मसल्‍स की रिकवरी में बिल्कुल मदद नहीं करते हैं।

sugary breakfast cereals

  • आर्टिफिशियल स्वीटनर्स : डाइट सोडा और शुगर-फ्री फूड्स भूख को कंट्रोल करने वाले संकेतों को भ्रमित करते हैं, इंसुलिन लेवल पर असर डालते हैं और मसल्‍स की क्‍वालिटी को कम कर सकते हैं।
  • शुगरी फ्लेवर्ड दही: दही में मौजूद चीनी उसके प्रोटीन के फायदे को खत्म कर देती है और हार्मोनल असंतुलन को और भी बदतर बना देती है।

सही खाना खाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि आप गलत चीजों को खाने से बचें। अपनी डाइट में छोटे-छोटे बदलाव करके आप 50 की उम्र में भी अपने शरीर को मजबूत और हेल्‍दी महसूस कर सकती हैं।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Freepik & Shutterstock

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FAQ

  • 40 की उम्र के बाद मसल्‍स में कमजोरी क्‍यों होती है?

    40 के बाद मसल्‍स में कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह सरकोपेनिया का शुरुआती संकेत हो सकता है।