शरीर में मौजूद बैक्टीरिया के विकास और नकारात्मक विकारों को खत्म करने के लिए जिस चीज का इस्तेमाल किया जाता है उसे मेडिकल भाषा में एंटीबॉयोटिक्स या एंटीबैक्टिरियल मेडिकल ड्रग्स कहते हैं। एंटीबॉयोटिक्स से वायरस द्वारा पैदा हुए इफेंक्शन का भी इलाज किया जाता है। हालांकि सर्दी-जुकाम, खांसी और फ्लू आदि में एंटीबॉयोटिक्स का उपयोग नहीं होता है। शरीर की एक सामान्य स्थिति में, श्वेत रक्त कोशिकाओं का उपयोग बैक्टीरिया के संक्रमण को मारने के लिए किया जाता है, जो शरीर द्वारा उतनी तेजी से आवश्यक नहीं होता जितना तेजी से कार्य करना शुरू होता है। दिल्ली के मशहूर फिजिशन डॉक्टर सुनील सक्सेना का कहना है 'ऐसा नहीं है कि एंटीबॉयोटिक्स के सिर्फ फायदे ही होते हैं, एक समय के बाद एंटीबॉयोटिक्स शरीर को कई तरह के नुकसान भी पहुंचाती है।' आज इस आर्टिकल में डॉक्टर से बातचीज कर हम आपको एंटीबॉयोटिक्स के प्रकार, इस्तेमाल और साइड इफेक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
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