गुड़हल का फूल बेहद होता है, जिसे गुजरात में जसूद और हिंदी में गुड़हल के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में, हम इसे जपा कहते हैं। गुड़हल एक पौधा है जो अपने बड़े, रंगीन फूलों के लिए जाना जाता है। लेकिन, इसके सिर्फ एक सुंदर सजावटी फूल होने से ज्यादा फायदे हैं। पौधे में एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक यौगिक जैसे एंथोसायनिन और फ्लेवोनोइड्स होते हैं जो कई हेल्थ बेनिफिट्स के साथ आते हैं।
गुड़हल के फूल स्वाद में मधुर (मीठे) और कषाय (कसैले) होते हैं। यह शक्ति के मामले में ठंडे हैं और बिगड़े हुए पित्त को कम कर सकते हैं और कफ को संतुलित कर सकते हैं। दुनिया भर में हर्बल उपचार के रूप में विभिन्न प्रकार के गुड़हल का उपयोग किया जाता है।
अपने पित्त को शांत करने वाले गुण और रक्तस्तंभक (एंटी-हेमरेजिक) गुणों के कारण, गुड़हल के फूल अत्यधिक प्रभावी होते हैं। इससे आप कई तरह की समस्याओं को दूर कर सकती हैं जैसे-
- माइग्रेन
- मुंहासे
- पेट में गैस
- अल्सर
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर (मसूड़ों से ब्लड आना, पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग)।
इसके अलावा, यह हार्ट के लिए अच्छे होते हैं और ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी होते हैं। साथ ही एनीमिया, बवासीर, अनिद्रा, यूटीआई, ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स जैसे एपिस्टेक्सिस और मेनोरेजिया में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, गुड़हल के फूल से आप अपनी त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याओं को भी दूर कर सकती हैं।
लेकिन इसके इस्तेमाल को लेकर ज्यादातर लोग कंफ्यूज होते हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि गुड़हल का उपयोग विभिन्न तरीकों से कैसे कर सकते हैं। इसकी जानकारी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने इंस्टाग्राम के माध्यम से फैन्स के साथ शेयर की है।
गुड़हल की चाय (Hibiscus Tea)
सामग्री
- गुड़हल की पंखुड़ियां- 5
- पानी- 1 गिलास
विधि
- एक गिलास उबलते पानी में 5 गुड़हल की पंखुड़ियां डालें।
- 2 मिनट उबलने के बाद आंच से उतार लें।
- इसे छानकर ठंडा होने दें।
पित्त-प्रधान और देर रात तक जागकर काम करने वाले लोगों की त्वचा के नीचे फंसी अतिरिक्त गर्मी के कारण बाल झड़ने लगते हैं। गुड़हल की चाय अतिरिक्त गर्मी को नियंत्रित करने और पित्त को संतुलित करने में मदद करती है।
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गुड़हल हेयर रिंस (Hibiscus Hair Rinse)
सामग्री
- पानी- 2 कप
- गुड़हल के फूल- 10 पंखुड़ियां
विधि
- 500 मिलीलीटर (2 कप) पानी में गुड़हल के फूल की 10 पंखुड़ियों को रात भर के लिए भिगो दें।
- अगली सुबह हाथों से फूलों को निचोड़कर घोल से निकाल लें।
- फ़िल्टर्ड चाय को अपने बालों में लगाएं।
- बालों को शावर कैप से ढक लें।
- 20 मिनट बाद गर्म पानी से धो लें।
गुड़हल हेयर ऑयल (Hibiscus Hair Oil)
सामग्री
- गुड़हल की पत्तियां- 12
- गुड़हल के फूल- 5
- नारियल तेल- 1 कटोरी
विधि
- गुड़हल की पत्तियों और फूलों को पीसकर पेस्ट बना लें।
- वर्जिन नारियल तेल में मिला लें।
- पानी की मात्रा गायब होने तक कम आंच पर एक साथ उबालें।
- 48 घंटों तक बैठने और डालने दें।
- छानकर साफ कांच की बोतल में भरकर रख लें।
- आप इसे घर पर आसानी से बना सकते हैं।
एनीमिया के लिए हिबिस्कस (Hibiscus For Anemia)
सामग्री
- गुड़हल की कलियां- 20 से 30
- शहद- 1/2 चम्मच
विधि
- गुड़हल की कलियों को छाया में सुखाकर बारीक पीस लें।
- एक हवाबंद कंटेनर में स्टोर करें।
- अपना एचबी सुधारने के लिए दिन में दो बार 1/2 चम्मच शहद के साथ सेवन करें।
डायबिटीज, सफेद बाल, बालों का झड़ना, कोलेस्ट्रॉल, पीरियड्स में ऐंठन, एसिडिटी, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पित्त संबंधी समस्याओं के लिए गुड़हल की चाय का सेवन करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका चाय के रूप में है।
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