सफेद दाग किसी भी खूबसूरती में दाग की तरह होता है। इसलिए लोग खासतौर पर महिलाएं इससे बचने के उपायों की तलाश में रहती हैं। अगर आप भी ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं तो आइए आज इस आर्टिकल के माध्यम से आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर वाजपेयी से सफेद दाग से बचाने वाले नेचुरल तरीकों के बारे में जानें।
डॉक्टर वाजपेयी का कहना है कि ''सफेद दाग में त्वचा का रंग बदल जाता है और वह हिस्सा सफेद हो जाता है। धब्बे नुमा बनते-बनते यह पूरे शरीर में फैल जाता है इसका कारण मेलेनिन नामक द्रव्य होता है जो त्वचा को प्राकृतिक रंग देता है। इसकी कमी से सफेद दाग का रोग हो जाता है। कभी-कभी यह पूरे शरीर में फैल जाते हैं और कभी एक सीमित जगह पर ही बने रहते हैं। इसके बहुत से कारण हैं। अगर आप इन कारणों को रोक लेगी, तो निश्चित रूप से इसका फैलना भी बंद हो जाएगा और धीरे-धीरे यह कम होने लगेंगे। इसमें सुई चुभोकर देखते हैं, अगर रेड ब्लड निकलता है तो चिकित्सा हो सकती है और अगर पानी जैसा तरल निकलता है तो यह असाध्य माना जाता है। इसके कारण प्रकृति के विरुद्ध खान-पान है और खाने में अनियमितता बांसी, दूषित, सड़ा गला मांस ,खाना, नंबर दो मछली और दूध भी और दही आदि चीजों के साथ-साथ खाना प्रकृति के विरुद्ध ब्लड के दूषित होने से यह रोग पैदा होता है।''
इसे जरूर पढ़ें: सफेद दाग के कारण सब कहते हैं कुष्ठ रोगी तो आजमाएं ये घरेलू नुस्खे
इलाज के दौरान कुछ चीजों का ध्यान रखें
- सफेद दाग का जब इलाज चल रहा हो तो क्या खाना चाहिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है।
- नमक रहित गेहूं, बाजरा, ज्वार, जौ की रोटी, जौ का दलिया, पुराना चावल, मूंग मसूर की दाल, भोजन में खाएं।
- तांबे के बर्तन में पानी को 8 घंटे रखने के बाद भी लेना चाहिए।
- हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, लौकी, सोयाबीन ज्यादा खाएं।
- पेट में कीड़ा ना हो लीवर ठीक से काम करें इसकी जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा लें।
- 30 से 50 ग्राम भीगे हुए काले चने और तीन से चार बादाम रोजाना खाएं।
Recommended Video
- ताजा गिलोय एलोवेरा का जूस पिएं और एक छोटा चम्मच दवाई सुबह शाम पानी के साथ लें।
- नीम की पत्ती निबोली आदि को सुखाकर पीस लें और इसे प्रतिदिन फंकी लें।
- सब्जी में पालक, मेथी, बथुआ, परवल, तोरई, टिंडा, सहजन की फली, अदरक, लहसुन खाएं।
- फलों में पपीता अनार चीकू खजूर अखरोट खाएं। आंवला और मौसमी कम मात्रा में ले सकती हैं।

परहेज है जरूरी
- इस रोग का इलाज करते समय परहेज बहुत जरूरी है।
- ज्यादा नमक के सेवन से बचें, नया अनाज, भारी गरिष्ठ तला हुआ नमकीन मिर्च मसालेदार भोजन नहीं खाएं।
- अचार, सिरका, दही, अमचूर, इमली, नींबू का सेवन ना करें।
- अंडा, मछली या अन्य मांसाहार और शराब तंबाकू से परहेज करें।
- आलू, उड़द, गन्ना, प्याज, मक्खन, दूध, जामुन, मिठाई, केला न खाएं।
- दूध और मछली या दूध के और नॉनवेज एक साथ सेवन न करें इन चीजों का सफेद दाग में विशेष तौर पर परहेज रखें।
- दूध से बनी चीजों का सेवन कम कर दें। मिठाई रबड़ी दही का एक साथ खाने में शामिल ना करें।
- तिल, गुड़ और दूध भी एक साथ सेवन न करें। खट्टी चीजें जैसे इमली, खटाई, नींबू, संतरा, अंगूर, टमाटर, आंवला, अचार, दही, लस्सी, मिर्च, मैदा, उड़द न खाएं। इन चीजों का सफेद दाग में परहेज रखें।

- मांसाहार और फास्ट फूड खाने से परहेज करें। नमक मूली और मांस के साथ दूध न पिए।
- सफेद दागों पर खुजली होने पर नाखून से खुजली ना करें।
- कब्ज की शिकायत ना होने दें।
- नीम किसी भी प्रकार की स्किन प्रॉब्लम में योगदान देती है। स्किन पिगमेंटेशन को वापस लाने के लिए नीम की पत्तियों को चटनी बनाकर स्क्रीन पर लगाएं। कोमल पत्तियों को खाया भी जा सकता है। इससे रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है। नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर दही के साथ लगाना चाहिए सूखने पर धो डालें। नीम का तेल नारियल का तेल मिलाकर सफेद दाग पर लगाएं।
- उड़द की दाल पीसकर दागों पर लगाने से भी बहुत फायदा होता है।
- धूप से बचें खाने पीने में सफेद चीजें ना खाएं।
- लैट्रिन दोनों समय जाएं और मल-मूत्र को ना रोकें।
- देर रात तक न जगे केमिकल वाले साबुन का उपयोग न करें।
इन टिप्स को अपनाकर आप भी सफेद दागों से छुटकारा पा सकती हैं।