किसी भी घर में खिड़कियों का अलग महत्व है। खिड़कियां ना केवल वेंटिलेशन में मदद करती हैं, बल्कि घर में प्राण ऊर्जा का संचार भी इनके कारण हो पाता है। वास्तु के अनुसार एनर्जी तीन तरह की होती हैं- प्रकाश, सूरज की किरणें व हवा। खिड़कियों की मदद से यह तीनों एनर्जी घर में प्रवेश कर पाती हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में पर्याप्त खिड़कियां नहीं होती हैं, वहां पर रहने वाले सदस्य अक्सर बीमार ही रहते हैं। इसलिए, घर के ड्रॉइंग रूम से लेकर बेडरूम तक में खिड़कियों का निर्माण करवाना बेहद आवश्यक होता है।
हालांकि, जब घर के बेडरूम में खिड़कियों का निर्माण किया जाता है तो कई छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखना बेहद आवश्यक होता है। दरअसल, बेडरूम घर का वह कमरा होता है, जहां पर आप रिलैक्स करते हैं और इसलिए अगर उस स्थान में सकारात्मकता नहीं होगी तो मन अशांत ही रहेगा। तो चलिए आज इस लेख में वास्तुशास्त्री डॉ. आनंद भारद्वाज आपको बता रहे हैं कि बेडरूम में खिड़कियों का निर्माण करवाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
सही दिशा में हों बेडरूम की खिड़कियां
बेडरूम में खिड़कियों का होना बेहद जरूरी है। लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि इन्हें कमरे की किसी भी दीवार पर बनवा दिया जाए। सही दिशा में बनी खिड़की आपको सुकून का अहसास करवाती है। बेडरूम में खिड़कियों को आप उत्तर या पूर्व दिशा में बनाते हैं तो इससे अधिक लाभ होता है।(घर की खिड़कियों के लिए वास्तु टिप्स)
लेकिन अगर आपका बेडरूम कुछ इस तरह डिजाइन किया हुआ है कि उत्तर या पूर्व दिशा से प्रकाश नहीं आता है तो आप दक्षिण के दक्षिण पूर्व दिशा में खिड़की बना सकती हैं या फिर पश्चिम की उत्तर-पश्चिम दिशा अर्थात् वायु कोण में बेडरूम की खिड़कियों को डिजाइन किया जा सकता है।
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खिड़कियों के साइज पर भी करें फोकस
यूं तो बेडरूम में खिड़कियों को बड़ा से बड़ा बनाने की सलाह दी जाती है, ताकि पर्याप्त प्रकाश और हवा कमरे के भीतर आ सके। लेकिन फिर भी इनका साइज इनकी दिशा के आधार पर निर्भर करता है। मसलन, अगर आपने खिड़की पूर्व या उत्तर में बनाई है तो आप जितना हो सके, उन्हें बड़ा बनाने का प्रयास करें।
आप चाहें तो एक दीवार के बराबर भी खिड़की बनवा सकती हैं। वहीं, दक्षिण या पश्चिम दिशा में खिड़कियों का साइज छोटा ही रखें। वास्तु में ऐसा माना जाता है कि दक्षिण या पश्चिम दिशा से नेगेटिव एनर्जी अंदर आती है। ऐसे में बेडरूम में इस दिशा की खिड़कियों का साइज छोटे से छोटा रखा जाना चाहिए।
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डार्क फिल्म का करें इस्तेमाल
अगर आपके बेडरूम की खिड़कियां दक्षिण या पश्चिम दिशा में है तो ऐसे में आप वहां की नेगेटिव एनर्जी को कम करने के लिए आप खिड़कियों पर डार्क ब्लैक फिल्म भी लगवा सकती हैं। अगर आप किराए के घर में रहती हैं या फिर डार्क फिल्म लगवाना संभव नहीं है। तो इस दक्षिण या पश्चिम दिशा की खिड़कियों पर भारी परदे लगाएं, ताकि उस दिशा से सीधी रोशनी या तेज प्रकाश आपके बेडरूम में प्रवेश ना कर सके।(परदे खरीदते समय इन बातों का ध्यान)
इन बातों का रखें ध्यान
बेडरूम में खिड़कियां बनवाने के बाद आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। जैसे-
- खिड़कियों को दिन में एक बार जरूर खोलें ताकि आपके बेडरूम में ऊर्जा का संचार हो सके।
- खिड़कियों की नियमित रूप से साफ-सफाई(ऐसे करें खिड़कियों की सफाई) करना बेहद आवश्यक है। वहां पर जमी धूल-मिट्टी नेगेटिविटी फैलाती है।
- अगर खिड़की चटक गई है या उसे खोलने-बंद करने पर आवाज आती है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं।
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