हममें से ज्यादातर लोग कॉर्पोरेट जॉब्स का हिस्सा हैं, जहां कम से कम 8-9 घंटे बैठकर हम काम करते हैं। एक सिटिंग जॉब आखिर किसे पसंद नहीं होती, लेकिन क्या आपको पता है कि बैठने के नुकसान भी हैं? नहीं, मेरे कहने मतलब यह नहीं कि आपको बैठना ही नहीं चाहिए, बल्कि लंबे समय तक बैठे रहना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
चूंकि खड़े रहना हमें थका देता है, इसलिए हममें से अधिकतर लोग अपने कई सारे काम बैठकर करना ही पसंद करते हैं। बैठे-बैठे और टीवी देखते हुए सब्जी काट ली या आटा गूंथ लिया। बैठे रहने से आपकी बहुत ज्यादा एनर्जी का उपयोग हो नहीं पाता है और इसलिए एक समय के बाद इसके उल्टे प्रभाव देखने को मिलते हैं।
क्या आप जानना चाहते हैं कि लंबे समय तक बैठे रहने के क्या-क्या नुकसान हैं? आइए इस आर्टिकल में हम आपके साथ इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे।
बैठने से आपके स्वास्थ्य और शरीर पर शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म, दोनों तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं। लंबे समय तक बैठे रहना कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की जड़ हो सकता है। यह आपकी मेटाबॉलिक हेल्थ के साथ खिलवाड़ करता है और ऐसे लोग हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, मोटापा और अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
जैसा कि हमने बताया कि यह आपके शरीर को अंदर और बाहर से कमजोर बना देता है। इससे नकारात्मक प्रभाव जो हमारे शरीर में पड़ते हैं, वे इस प्रकार हैं-
जब आप नियमित फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, तो इससे आपकी मांसपेशियां लिपोप्रोटीन लाइपेज जैसे मॉलिक्यूल्स रिलीज करती हैं। यह फैट और शुगर को प्रोसेस करने में मदद करता है। जब आप अपना अधिकांश दिन बैठने में बिताते हैं, तो ये मॉलिक्यूल्स कम रिलीज होते हैं, जिससे आपके निचले हिस्से में चर्बी ज्यादा बढ़ जाती है। यदि आप व्यायाम करते हैं तो भी आपको मेटाबोलिक सिंड्रोम का खतरा होता है।
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लंबे समय तक बैठने से पीठ की मांसपेशियों, गर्दन और रीढ़ पर भारी दबाव पड़ता है। झुकी हुई स्थिति में बैठने से रीढ़ की हड्डी के लिगामेंट्स पर खिंचाव पड़ सकता है और रीढ़ की हड्डी की डिस्क पर दबाव पड़ सकता है। एक समय के साथ यह रीढ़ की हड्डी की संरचनाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे अक्सर आपकी पीठ और गर्दन में दर्द रहता है।
पूरे दिन बैठने से, आप अपने शरीर के निचले हिस्से की शक्तिशाली मांसपेशियों को कमजोर बना देते हैं। मांसपेशियों की इसी कमजोरी को मांसपेशी एट्रोफी कहते हैं। मजबूत पैर और ग्लूट मांसपेशियों के बिना, आप स्थिर नहीं रह पाते और आपको चोट लगने का खतरा ज्यादा रहता है।
लंबे समय तक बैठे रहने से पैरों में खून जमा हो सकता है। यह वैरिकोज वेन्स या स्पाइडर वेन्स का कारण बन सकता है। ये सूजी हुई और दिखाई देने वाली नसें भद्दी दिखती हैं और मामला गंभीर होने पर इनसे खून के थक्के जैसी अधिक गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
बैठे-बैठे स्क्रीन पर क्या आप भी घंटों बिता देते हैं? ऐसा करने से आपकी नींद में खलल पड़ता है और जब नींद की साइकिल बिगड़ती हैं, तो आपका एंग्जायटी (एंग्जायटी कम करने का तरीका) लेवल भी बढ़ता है। इस तरह से आप अकेले समय ज्यादा बिताते हैं और अपने प्रियजनों से दूर रहते हैं, जो सोशल एंग्जायटी से जुड़ा हुआ है।
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ऑफिस में भी घंटों अपनी सीट पर न बैठें। बीच-बीच में ब्रेक लें या फोन पर बात करने के लिए भी टहलें। इसके अलावा आप इन टिप्स को आजमाएं-
क्या हुआ? आपको भी इन नुकसानों के बारे में पता नहीं था! अगर आप भी अब तक 9-10 घंटे बैठे-बैठे गुजार रहे हैं, तो अब सावधान हो जाइए और अपनी इस आदत को कम कीजिए। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आएगी। यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक करें और अपने करीबियों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ते रहने के लिए विजिट करें हरजिंदगी।
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