नींद हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। यह हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करती है। आपने सुना होगा जब बीमार होने पर आराम करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है ताकि शरीर आराम करके पहले से मजबूत कर सके।
अब अगर आप नींद कम लेते हैं या लेते ही नहीं, तो इससे शरीर को बहुत ज्या नुकसान पहुंचता है। नींद न लेने से आपका मूड तो खराब रहता ही है, इसके साथ ही इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। आप कॉन्संट्रेशन नहीं कर पाते। वजन एकदम से बढ़ने या घटने लग सकता है। इतना ही नहीं, इसका असर आपकी सेक्शुअल हेल्थ पर भी पड़ता है।
जानी-मानी न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि लोग अक्सर कहते हैं उनके लिए 5-6 घंटे की नींद काफी होती है। इससे उनकी एनर्जी में कोई असर नहीं पड़ता। बस आज इसलिए मैं आपको बताने वाली हूं कि पर्याप्त नींद जो कि 7-8 घंटे की होती है, वो न लेने से शरीर में क्या-क्या प्रभाव पड़ते हैं।
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सेक्सुअल एराउजल और आपके सोने के बीच में गहरा संबंध है। एक अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं का लिबिडो या यौन संबंध बनाने की इच्छा तभी बढ़ती है, जब वह अच्छी नींद लेती हैं। इसके अलावा, नींद की कमी से आदमी के टेस्टोस्टेरोन में कमी आ सकती है - जिससे उनका लिबिडो कम हो सकता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के कारण स्पर्म बनते हैं, जो फर्टिलिटी और रिप्रोडक्शन के लिए जरूरी हैं। लिबिडो के चलते स्पर्म नबीं बन पाते, जो इंफर्टिलिटी का कारण बन सकता है।
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वहीं, महिलाओं में नींद की कमी से हार्मोनल इंबैलेंस हो सकता है, जिसके कारण अनियमित मेंस्ट्रुअल साइकिल हो जाती है। यह स्थिति ओव्यूलेशन पर असर डाल सकती है।
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यदि आप नियमित रूप से हर रात 7-8 घंटे से कम नींद लेते हैं, तो आपको डायबिटीज की शिकायत हो सकती है। इतना ही नहीं, अगर आपको पहले से डायबिटीज है, तो उसे मैनेज करना कठिन हो जाता है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंट बढ़ सकता है। अगले दिन आपको अधिक भूख लगेगी और खाने के बाद आपका पेट भरा हुआ महसूस होना कम हो जाएगा। इसी कारण से आपका मन जंक फूड खाने का ज्यादा करने लगता है। ऐसे फूड्स में कार्ब्स और चीनी की मात्रा अधिक होती है। इसके कारण वजन भी अत्यधिक बढ़ने लगती है। ब्लड प्रेशर के साथ-साथ दिल की बीमारी होने का खतरा भी हो सकता है।
हमारे दिमाग को पूरी क्षमता से काम करने के लिए नींद की जरूरत होती है। नींद की कमी से ब्रेन फॉग हो सकता है, जो अक्सर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी खड़ी करता है। कई बार, आप चीजों को याद नहीं रख पाते हैं। बोलते वक्त आपको शब्द नहीं मिलते। आप गहरी सोच में होने के बाद भी स्पेस्ड आउट फील करते हैं। आपके आसपास कुछ भी हो रहा हो, आपको उसका ध्यान नहीं रह पाता है। सरल शब्दों में आपकी मेंटल अलर्टनेस पर प्रभाव पड़ने लगता है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आप मामूली स्ट्रेस को भी हैंडल नहीं कर पाते। इससे मूड में बदलाव भी हो सकता है। आप चिड़चिड़े होने लगते हैं।
कई लोग सिर्फ 3-4 घंटे सोते हैं। कई लोगों 5-6 घंटे सोकर रिफ्रेश्ड फील करते हैं, लेकिन अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी उम्र के लोगों को पर्याप्त आराम की आवश्यकता होती है। उम्र बढ़ने के साथ आपको कितने घंटे की नींद की आवश्यकता होती है, यह बदलता रहता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन और स्लीप रिसर्च सोसाइटी के मुताबिक, वयस्कों को कम से कम 7 घंटे की नींद लेनी जरूर चाहिए। वहीं, बच्चों और टीनेजर्स को इसकी अधिक आवश्यकता होती है।
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अगर आप चाहते हैं कि आप रिफ्रेश्ड फील करें और आपकी सेक्शुअल लाइफ में भी स्पार्क बना रहे, तो अच्छी नींद लें। इस लेख को लेकर यदि आपके किसी तरह के सवाल हैं, तो हमें लिख भेजें।
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Image Credit: Freepik
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