
सर्दियों में कई महिलाओं को रात में सोते समय पैरों में खिंचाव, झनझनाहट या हिलाने की इच्छा महसूस होती है। इसे रेस्टलेस लेग सिंड्रोम (Restless Legs Syndrome) कहते हैं, जो नर्व से जुड़ी समस्या है। इससे नींद टूटती है, बेचैनी बढ़ती है और अगली सुबह शरीर में भारीपन महसूस होता है।
अगर आपको भी रात में पैरों में बेचैनी होती है या नींद टूटती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। इस समस्या को सही देखभाल और कुछ आदतों को बदलकर काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। सबसे पहले हम पैरों में बेचैनी के कारणों के बारे में जान लेते हैं। इसके बारे में हमें डॉक्टर रमिता कौर बता रही हैं। वह न्यूट्रिशनिस्ट, डाइट और लाइफस्टाइल कंसल्टेंट हैं। डॉक्टर कौर के पास अपने क्लाइंट्स के लिए पर्सनलाइज्ड डाइट प्लान बनाने और लाइफस्टाइल कंसल्टेशन देने का 10 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है। रमिता Nutriapt हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड पाखोवाल में प्रैक्टिस करती हैं।
ठंड में यह समस्या इसलिए बढ़ जाती है, क्योंकि मौसम में बदलाव से ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, शरीर में विटामिन्स की कमी बढ़ती है और मसल्स जल्दी टाइट हो जाती हैं। आइए ऐसे ही कुछ और कारणों के बारे में जानते हैं।

ये सभी कारण रात में पैरों में 'कंपन' जैसी बेचैनी पैदा कर सकते हैं।
पैरों में अचानक होने वाली बेचैनी और झनझनाहट से नींद खराब हो जाती है। यह सिर्फ मौसम का असर नहीं, बल्कि आपकी नसों, मिनरल्स और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ा संकेत भी हो सकता है। ऐसे में कुछ आसान और घरेलू उपाय सर्दियों की इस परेशान करने वाली बेचैनी को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

ये दोनों मिनरल्स नसों और मसल्स को रिलैक्स करते हैं। इसकी कमी को पूरा करने के लिए अपनी डाइट दालें और अंकुरित अनाज, तिल, कद्दू के बीज, बादाम और हरी सब्जियां को शामिल करें।
ठंड में धूप कम मिलती है, इसलिए विटामिन D और B12 की कमी जयादातर लोगों में पाई जाती है। शरीर में इन दोनों चीजों की कमी से RLS के लक्षण बढ़ जाते हैं। विटामिन D और B12 की कमी को पूरा करने के लिए रोज 15-20 मिनट की धूप लें। डाइट में दही, पनीर और फर्मेंटेड फूड शामिल करें। साथ ही जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें।
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हल्की एक्सरसाइज पैरों की नसों को रिलैक्स करती है और रात में होने वाली बेचैनी कम करती है। इसके लिए रोजाना हल्के योगासन और काफ स्ट्रेचेस करें और रात में 10-15 मिनट तेज कदमों से वॉक करें।

सर्दियों में मसल्स जल्दी टाइट होती हैं और गर्माहट तुरंत राहत देती है। इसलिए समस्या से बचने के लिए सोने से पहले कैमोमाइल टी पिएं। सेंधा नमक वाले गर्म पानी में पैर डुबोकर बैठें और गर्म पानी से पैरों की हल्की मसाज करें।
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सही लाइफस्टाइल अपनाकर आप पैरों की बेचैनी को काफी हद तक कंट्रोल कर सकती हैं। यदि लक्षण ज्यादा बढ़ें, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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