क्या आपको डायबिटीज हो गई है?
क्या पीसीओडी के कारण पीरियड्स समय पर नहीं होते हैं?
क्या कब्ज और ब्लोटिंग की समस्या परेशान कर रही हैं?
ऐसे में परेशान होने की बजाय, अपने फिटनेस रूटीन में इस आसान योगासन को शामिल करें। जी हां, हम तितली आसन के बारे में बात कर रहे हैं। इसे आप आसानी से घर पर करके हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं को दूर कर सकती हैं। इसके बारे में हमें अक्षर योग केंद्र के संस्थापक, योग और आध्यात्मिक गुरु हिमालय सिद्ध अक्षर बता रहे हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, ''तितली आसन योग में सबसे महत्वपूर्ण आसनों में से एक है, जिसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। इसे द बटरफ्लाई पोज के नाम से भी जानते हैं। तितली आसन का नाम वास्तव में संस्कृत के शब्दों से आया है और सभी शब्दों को मिलाकर इसका उच्चारण बनता है। यह आसन तितली की शारीरिक मुद्रा से काफी मिलता-जुलता है, इसलिए इस आसन को तितली आसन का नाम दिया गया है।''
तितली आसन के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं, उनमें से कुछ स्वास्थ्य लाभों में थाइज, हिप्स और काफ को मजबूत करना, पाचन स्वास्थ्य में सुधार करना, डिलीवरी को नेचुरली बढ़ावा देना, थाइज एरिया के फैट को कम करना, लिवर और किडनी के कार्य में सुधार करना और तनाव और चिंता से राहत देना शामिल है।
तितली आसन रेगुलर करने इन तीनों हिस्सों की मसल्स पर स्ट्रेच आता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आसन करते समय मसल्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे इन हिस्सों में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। इसके अलावा, इससे ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन और पोषण मिलता है, जिससे मसल्स में मजबूती आती है।
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यह किडनी और लिवर में प्रेशर बनाता है, जो स्ट्रेस हार्मोन का उत्पादन करता है और किडनी और लिवर को बेहतर कार्य करने के लिए उत्तेजित करता है। इसके अलावा, यह लिवर और किडनी में जमा फैट को कम करता है।
यह पाचन संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज को रोकता है, क्योंकि तितली आसन करते समय पेट और आंतों पर प्रेशर बनता है, जिससे शरीर तनाव पैदा करता है। रोजाना इस योगासन को करने से पाचन तंत्र का कार्य बढ़ता है, जो उचित मल त्याग में सुधार करता है और यह पाचन रस और एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाता है। इसके अलावा, यह जटिल प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को आसानी से पचाता है।
जब हम इस तितली आसन को करते हैं, तब ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे दिमाग में ब्लड फ्लो बेहतर होता है और दिमाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजनयुक्त ब्लड और पोषण मिलता है, जिससे दिमाग की कार्यक्षमता में सुधार होता है और यह तनाव, चिंता, सिरदर्द कम करता है।
प्रेग्नेंसी में रेगुलर तितली आसन करना प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है और यह नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ाता है।
इस आसन को करते समय थाइज की मसल्स पर प्रेशर बनता है, जो थाइज की एक्स्ट्रा चर्बी कम करने में मदद करता है। तितली आसन का नियमित अभ्यास थाइज की मसल्स के लिए फायदेमंद होता है।
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जब हम इस योगासन को शुरू करते हैं, तब पैरों, हिप्स, थाइज, पिंडली, पेट और घुटने में कुछ दर्द महसूस होता है, लेकिन जैसे-जैसे हम इसे करते हैं, आसन को और आसानी से कर सकते हैं।
आप भी इन योगासनों को करके खुद को फिट रख सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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