वेट लॉस करना एक टाइम टेकिंग प्रोसेस है। अमूमन वेट लॉस करने और बॉडी को शेप में लाने के लिए जरूरी है कि आप बॉडी में स्टोर फैट को बर्न करें। ऐसा माना जाता है कि अगर आप कैलोरी बर्न करती हैं तो इससे आपकी बॉडी का फैट भी बर्न होता है।
ऐसे में आपकी बॉडी जल्दी शेप में आ जाती है। जबकि फैट बर्न करना और कैलोरी बर्न करना दोनों अलग चीजें हैं। हो सकता है कि आप कैलोरी बर्न करके अपने वजन को कम होती हुई देखें। लेकिन इससे आपका फैट बर्न भी हो रहा है, यह जरूरी नहीं है।
आपको शायद यह जानकर हैरानी हो कि जब आप सो रही होती हैं, तब भी आपका शरीर कैलोरी बर्न करता है। लेकिन उस समय आपकी बॉडी में स्टोर फैट बर्न नहीं होता है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि फैट बर्न करने और कैलोरी बर्न करने में क्या अंतर होता है-
कैलोरी बर्निंग क्या है?
कैलोरी बर्निंग करने का अर्थ है कि आप अपनी बॉडी के फ्यूल्स, मिनरल्स, विटामिन व अन्य पोषक तत्वों का इस्तेमाल करते हैं तो उसे कैलोरी बर्निंग कहा जाता है। अमूमन किसी खास तरह के वर्कआउट के दौरान आप अपनी कैलोरी को काफी तेजी से बर्न करते हैं। दरअसल, इस दौरान आपकी बॉडी की मसल्स को चलाने और उसे एनर्जी प्रोवाइड करने के लिए सभी तरह के मैक्रो- न्यूट्रिएंट्स व माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। इतना ही नहीं, आपका आहार भी कैलोरी बर्निंग में मदद करता है। दरअसल, ऐसे कई फूड आइटम्स होते हैं, जिन्हें पचाने के लिए शरीर को अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत होती है।
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फैट बर्निंग क्या है?
फैट बर्निंग का अर्थ होता है कि आप मुख्य रूप से सिर्फ और सिर्फ शरीर में जमा फैट को बर्न करने पर ही फोकस कर रही हैं। इसमें किसी तरह के मैक्रो- न्यूट्रिएंट्स पर फोकस नहीं किया जाता है। कुछ ऐसे वर्कआउट होते हैं, जो विशेष रूप से आपकी बॉडी के फैट को बर्न करने में मदद करते हैं। इसी तरह कुछ खास तरह की डाइट जैसे कीटो डाइट आदि भी फैट बर्निंग में मददगार है।
कैलोरी बर्निंग और फैट बर्निंग में अंतर
हमारा शरीर चलते-फिरते, खाते-पीते यहां तक कि सोते समय भी कुछ हद तक कैलोरी बर्न करता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि बॉडी में स्टोर फैट भी बर्न हो रहा हो। दरअसल, जब आप भोजन करती हैं, तो जिन कैलोरी का तुरंत उपयोग नहीं किया जाता है, वे ट्राइग्लिसराइड्स में परिवर्तित हो जाती हैं और ये आपकी फैट सेल्स में जमा हो जाते हैं। ऐसे में शरीर से फैट बर्न करने के लिए जरूरी होता है कि आप उपभोग की गई कैलोरी से अधिक कैलोरी का उपयोग करें। इसके लिए आपको अपने डेली कैलोरी काउंट को थोड़ा कम करके फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाने की जरूरत होती है।
ऐसे करें फैट बर्न
फैट बर्निंग के लिए डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। याद रखें कि सभी वर्कआउट कैलोरी बर्न करते हैं, लेकिन वे फैट को भी बर्न करें, यह आवश्यक नहीं है। एक्सरसाइज के दौरान, आपका शरीर पहले कार्बोहाइड्रेट से कैलोरी का उपयोग करता है। एक बार इनका उपयोग हो जाने के बाद, फैट स्टोर से ट्राइग्लिसराइड्स निकल जाते हैं, और तब आप फैट बर्न करते हैं। फैट बर्न करने के लिए आपको हाई इंटेसिंटी वर्कआउट जैसे एरोबिक्स क्लास, साइकिल चलाना या स्कीइंग आदि करें। वहीं, लो इंटेसिटी वर्कआउट जैसे पिलेट्स या योग, आपकी मसल्स को टोन करने में मदद करेंगे, लेकिन वे आमतौर पर फैट बर्न करने में उतने मददगार नहीं होते हैं।
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तो अब आपको भी समझ में आ गया होगा कि बॉडी को शेप में लाने के लिए आपको फैट बर्न करने की आवश्यकता है। हालांकि, इसके लिए आप हार्मफुल सप्लीमेंट्स का सेवन करने से बचें। ये आपकी बॉडी पर नेगेटिव इफेक्ट डालते हैं।
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