बढ़ती उम्र में महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मसलन, 30 के बाद उनकी बॉडी का कैल्शियम कम होने लगता है। ठीक उसी तरह, मेनोपॉज पीरियड में उनका वजन बढ़ने लगता है। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि हर महिला के साथ ऐसा ही हो। लेकिन फिर भी एक बार जब वजन बढ़ने लगता है, तो उसे कम करना काफी मुश्किल हो जाता है।
मेनोपॉज के दौरान महिला में हार्मोनल परिवर्तन होने लगते हैं, जिससे उनके कूल्हों और जांघों की तुलना में पेट के आसपास वजन बढ़ने की संभावना अधिक हो सकती है। इस उम्र में हेल्दी वेट मेंटेन करना एक टफ टास्क हो सकता है, क्योंकि इस उम्र में शारीरिक गतिविधि काफी कम हो जाती है।
हालांकि, इस दौरान अगर वजन बढ़ने पर ध्यान ना दिया जाए तो इससे महिला को सांस लेने में तकलीफ, हृदय से जुड़ी समस्याएं, टाइप 2 डायबिटीज और ब्रेस्ट, कोलन और एंडोमेट्रियल कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि आप मेनोपॉज के बाद हेल्दी वेट को मेंटेन रखने के लिए किन तरीकों को अपना सकती हैं-
अगर आप मेनोपॉज में अपने हेल्दी वेट को मेंटेन करना चाहती हैं तो इसके लिए आप अपने कैलोरी काउंट को थोड़ा कम दें। हालांकि, कैलोरी कम करने का अर्थ यह नहीं है कि आप अपनी डाइट को आधा कर दें। बल्कि आपको बैलेंस मील पर फोकस करना है। मसलन, अगर आप दो रोटी की जगह एक रोटी ले रही हैं तो आप उसके रिप्लेसमेंट में एक कटोरी दाल व एक कटोरी सब्जी अवश्य लें। यह आपको हेल्दी वेट लॉस में मदद करेगा।
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अगर आप सही तरीके से वेट लॉस करना चाहती हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आप हाई प्रोटीन व हाई फाइबर डाइट लें। आप अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए मिल्क, मिल्क प्रोटीन सोया, एग, चिकन, फिश, दालों को एड कर सकती हैं। वहीं, मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को कब्ज या डायरिया की समस्या होती है। लेकिन अगर आप फाइबर रिच डाइट लेती हैं तो इससे आपको इन परेशानियों से मुक्ति मिलती है। डाट में फाइबर एड करने के लिए आप छिलके वाले फल-सब्जियां, बाजरा, ज्वार, ब्राउन राइस आदि को शामिल कर सकती हैं।
अगर आप वेट लॉस करना चाहती हैं तो आपको खाने के साथ-साथ पानी की मात्रा पर भी पर्याप्त ध्यान देना चाहिए। दरअसल, जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो बॉडी सही तरह से फंक्शनिंग नहीं करती है। साथ ही साथ, कई बार पानी की प्यास को हमारा शरीर भूख समझ लेता है और हम ओवर ईटिंग करते हैं। जिससे वजन कम करना मुश्किल हो जाता है।
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अगर आप मेनोपॉज फेज़ में हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आप नियमित रूप से व्यायाम करें। एक्सरसाइज ना केवल वेट लॉस में मददगार है, बल्कि यह आपको अधिक एक्टिव भी फील करवाता है। वहीं, अगर आप एक्सरसाइज नहीं करती हैं, तो इससे हार्मोन बैलेंस नहीं होंगे और आपकी समस्या बढ़ती ही चली जाएगी। तो अब आप भी इन तरीकों को अपनाएं और अपने वजन व हेल्थ दोनों को बनाए रखें।
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