
यह बात तो हम सभी जानते हैं कि योग तन और मन को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाता है। योगासन करने से न सिर्फ शारीरिक चुस्ती-फुर्ती आती है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है। लेकिन, क्या आप जानती हैं कि अगर आप प्रकृति के खुले वातावरण में योगासन करती हैं, तो इसके लाभ कई गुना बढ़ सकते हैं? जी हां, ताजी हवा, खुली जगह और प्राकृतिक धूप में योग और मेडिटेशन करने से आप 60 साल की उम्र तक भी बीमारियों से बची रह सकती हैं।
प्रकृति के बीच बैठकर योग और मेडिटेशन करने से आपको कौन-कौन से अद्भुत फायदे मिल सकते हैं और इसे प्रभावी ढंग से कैसे किया जा सकता है, इस बारे में हमें एलाईव हेल्थ की काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट, हैबिट कोच और योग एक्सपर्ट मेघना बनर्जी विस्तार से बता रही हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, "ताजी हवा, खुली जगह और सूरज की रोशनी आपके डेली योग रूटीन को और भी बेहतर बना सकती है। यह सिर्फ एक आरामदायक अनुभव नहीं है, बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक प्रमाण भी हैं। प्रकृति के साथ समय बिताने से हमारे शरीर में स्ट्रेच हार्मोन कोर्टिसोल लेवल कम होता है, जिससे तनाव और चिंता में कमी आती है। इसके अलावा, प्राकृतिक वातावरण में रहने से मन खुश रहता है, क्योंकि हमारा शरीर ज्यादा सेरोटोनिन, जिसे 'खुशी का हार्मोन' भी कहा जाता है, जारी करता है। यह सब मिलकर हमारे स्वास्थ्य, यानी शारीरिक और मानसिक दोनों लेवल पर सुधार लाता है।"
कल्पना कीजिए, सुबह की पहली किरणें आपके चेहरे पर पड़ रही हैं, पक्षियों का मधुर आवाज सुनाई दे रहा है और घास पर ओस की बूंदें चमक रही हैं, ऐसे माहौल में योग करने से मिलने वाला अनुभव न सिर्फ स्फूर्तिदायक होता है, बल्कि यह आपके योग सेशन में नई गहराई भी जोड़ता है। यह आपको प्रकृति से सीधे जुड़ने का मौका देता है, जो जीवन की भागदौड़ में अक्सर खो जाता है।

योग या मेडिटेशन के दौरान प्रकृति में समय बिताने से तनाव और चिंता की भावना कम होती है। जब आप पार्क, समुद्र तट या बगीचों में अभ्यास करते हैं, तब आपका शरीर से सेरोटोनिन यानी हैप्पी हार्मोन बनाता है।
इसे जरूर पढ़ें: इस 1 योगासन को करने से मिलते हैं 5 फायदे
बाहर धूप में रहने से आपके शरीर को विटामिन-डी मिलता है। यह विटामिन बीमारी से लड़ने की ताकत बढ़ाता है और मन को खुश रखता है। साथ ही, ऊबड़-खाबड़ जमीन पर अभ्यास करने से आपकी मसल्स और शरीर मजबूत होता है।

ऐसी जगह चुनें जो शांत, सुरक्षित और जहां कोई आपको परेशान न करें। शोरगुल वाला पार्क ध्यान भटका सकता है। ऐसी जगह देखें जहां गाड़ियों का शोर, कुत्ते या भीड़ न हो। जैसे कोई शांत बगीचा, ख़ाली बीच या पार्क का कोई शांत कोना। शांत जगह पर आप अच्छे से आराम कर पाएंगे और योग और मेडिटेशन पर फोकस दे पाएंगी।
मौसम बहुत जरूरी है। हल्की धूप वाले दिन अच्छे होते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड से बचें। हवा और बारिश से आपका मुश्किल हो सकती है, इसके लिए तैयार रहें। योग और मेडिटेशन करने के लिए सुबह और शाम समय ठीक रहता है, क्योंकि यह ज्यादा ठंडा और भीड़ कम होती है। अगर मौसम अचानक बदल जाए, तो छाते जैसा कोई इंतजाम रखें या घर पर ही अभ्यास करें।

आराम के लिए हल्की योगा मैट जरूरी है। बैठने के लिए कंबल या तकिया जैसी चीजें साथ लाएं। सहारे के लिए लकड़ी का लट्ठा, पत्थर या घास का ढेर जैसी प्राकृतिक चीजें इस्तेमाल कर सकती हैं। अपना सामान हल्का रखें ताकी आप कहीं भी आसानी से अभ्यास कर सकें।
बाहर योग और मेडिटेशन करने से आपके मन, शरीर और आत्मा को अनगिनत लाभ मिलते हैं। सही जगह चुनने और अच्छी तरह से तैयारी करें। धीरे-धीरे शुरू करें, लचीली बनी रहें और प्रकृति को अपना योग साथी बनने दें। ताजी हवा और खुला आसमान आपको हेल्दी रखने में मदद कर सकता है।
इसे जरूर पढ़ें: बॉडी और माइंड को हेल्दी बनाने के लिए रोज 15 मिनट करें ये आसन
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।