जब भी वर्कआउट परफार्मेंस को बेहतर बनाने की बात आती है, तो लोग सबसे पहले अपनी डाइट, सप्लीमेंट्स या फिर एक्सरसाइज़ रूटीन को बदलने पर फोकस करते हैं। लेकिन वर्कआउट परफार्मेंस को बेहतर बनाने का एक ऐसा असरदार तरीका भी है, जिसके बारे में अधिकतर लोग जानते ही नहीं हैं या फिर जानकर भी उसे नजरअंदाज कर देते हैं। जी हां, यह तरीका है मेडिटेशन।
मेडिटेशन को अमूमन आत्मिक शांति के लिए जाना जाता है, लेकिन यह बहुत ज्यादा पावरफुल है। साधारण-सा नजर आने वाला मेडिटेशन, जिसमें आप बस शांति से बैठकर सांसों पर ध्यान देते हैं, वास्तव में आपके लिए बहुत अधिक असरदार साबित हो सकता है। यह आपकी ताकत बढ़ाने से लेकर आपको जल्दी रिकवर करने में मदद कर सकता है। सुनने में शायद आपको अजीब लग सकता है, लेकिन सच यही है। मेडिटेशन को हम सभी सिर्फ रिलैक्सेशन के लिए नहीं है। बल्कि यह आपको बेहतर फोकस करने, स्ट्रेस को कंट्रोल में रखने, मेंटल स्ट्रेंथ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। तो चलिए आज इस लेख में पावरलिफ्टिंग में नेशनल रिकॉर्ड होल्डर और एनीटाइम फिटनेस के फिटनेस ट्रेनर विनय माहौर आपको बता रहे हैं कि मेडिटेशन वर्कआउट परफार्मेंस को बेहतर बनाने में किस तरह मददगार है-
बढ़ता है फोकस
वर्कआउट परफार्मेंस को बेहतर बनाने के लिए सबसे जरूरी है कि आपका पूरा ध्यान सिर्फ अपने वर्कआउट पर हो। इससे आपको माइंड और बॉडी का कनेक्शन बनाने में मदद मिलती है। लेकिन हम सभी के साथ ऐसा होता है कि वर्कआउट करते समय ध्यान भटकता है। उस समय हम काम से लेकर परिवार या फिर कुछ और सोच रहे होते हैं। जिससे कहीं ना कहीं परफार्मेंस पर असर पड़ता है। लेकिन, मेडिटेशन आपके दिमाग को उस वर्तमान पल में रहने की ट्रेनिंग देता है, जिससे आप अपने बॉडी मूवमेंट्स पर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं, सही तरीके से सांस ले सकते हैं और सही फॉर्म में एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे आप अपने वर्कआउट से बेहतर रिजल्ट पाते हैं क्योंकि आप पूरी तरह उसमें लगे रहते हैं।
तनाव होता है कम
मेडिटेशन तनाव को कम करके मसल्स को जल्दी रिकवर करने में भी मदद करता है। दरअसल, जब आप तनाव में होते हैं, तो आपका शरीर कॉर्टिसोल नाम का एक हॉर्मोन रिलीज़ करता है। अगर यह ज्यादा बनता है, तो आपकी मसल्स को एक्सरसाइज के बाद रिकवर होने में दिक्कत हो सकती है। लेकिन मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है, जिससे शरीर को वर्कआउट के बाद जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है।
एक्सपर्ट की राय
वर्कआउट मोटिवेशन को बढ़ाए
अक्सर यह देखने में आता है कि लोग एक्सरसाइज करना तो शुरू करते हैं, लेकिन अपने रूटीन को बीच में ही छोड़ देते हैं या फिर एक बार ब्रेक लेने के बाद दोबारा वर्कआउट रूटीन शुरू करने में आलस आता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो ऐसे में मेडिटेशन से आपको फायदा मिल सकता है। मेडिटेशन आपकी सोच को इस तरह ट्रेन करता है कि आप आलस को मात देकर रेगुलर एक्सरसाइज करने में सक्षम हो पाते हैं। इससे आपकी फिटनेस को लेकर पॉज़िटिव सोच बनती है और वर्कआउट मज़ेदार लगने लगता है और आप इसे बोझ की तरह नहीं लेते। जिससे आप अपनी वर्कआउट रूटीन को आसानी से फॉलो कर पाते हैं और ज्यादा मोटिवेटेड रहकर बेहतर तरीके से वर्कआउट कर पाते हैं।
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