आज के समय में लोग तरह-तरह की लाइफस्टाइल प्रॉब्लम्स से जूझते हैं। मसलन, देर तक एक ही सीट पर बैठकर काम करने से कमर में दर्द की शिकायत शुरू हो जाती है। कहीं ना कहीं यह आपके बॉडी पॉश्चर को भी खराब करता है और वजन बढ़ने की वजह बनता है। इस तरह की छोटी-छोटी समस्याएं कब बड़ी हो जाती हैं और व्यक्ति को दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन यह समस्या ना हो, इसके लिए आप योगाभ्यास कर सकती हैं।
जी हां, ऐसे कई योगासन हैं, जो लाइफस्टाइल से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करते हैं। इन्हीं मंे से एक है शलभासन। यह एक ऐसा आसन है, जो बहुत अधिक कठिन नहीं है, लेकिन इससे आपको कई बड़े-बड़े लाभ मिल सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको शलभासन करने का सही तरीका और इससे मिलने वाले कुछ बेमिसाल फायदों के बारे में बता रहे हैं-
शलभासन का अभ्यास करने के लिए आप कुछ स्टेप्स को फॉलो कर सकती हैं-
नोट- अगर आप बिगनर हैं तो आप केवल पैरों को ही जमीन से उठाने का प्रयास करें और हाथों व चिन को जमीन से टच करें।
जब आप शलभासन का अभ्यास करती हैं तो इससे आपकी रीढ़ की हड्डी की फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार होता है। यह आसन उन लोगों के लिए काफी अच्छा माना जाता है जो अक्सर कमर दर्द या पीठ दर्द से परेशान रहते हैं।
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अगर आप अतिरिक्त वजन को कम करने की जद्दोजहद में जुटे रहते हैं। अगर आपका नाम भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शुमार है तो ऐसे में शलभासन का अभ्यास करना आपके लिए लाभदायक हो सकता है। इस आसन का अभ्यास करने से धीरे-धीरे शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है।
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शलभासन का अभ्यास पाचन तंत्र पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। जब आप इस आसन का अभ्यास करते हैं तो इससे पेट की मसल्स में खिंचाव आता है, जिसके कारण आपका पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है। इस आसन का अभ्यास करने से व्यक्ति को कब्ज आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
जब आप शलभासन करते हैं तो इससे आपकी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। इस आसन का अभ्यास करते हुए लोग कुछ समय के लिए होल्ड करते हैं। यह आसन करने से आपका बॉडी पॉश्चर बेहतर होता है।
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शलभासन योगासन का अभ्यास करने से आपकी मसल्स को मजबूती मिलती है। जब आप इस आसन का अभ्यास करते हैं तो इस दौरान सिर्फ आपका पेट ही जमीन पर होता है, जबकि अन्य बॉडी हवा में होती है। इस पॉश्चर को मेंटेन करने के लिए शरीर की मसल्स पर जोर पड़ता है। नियमित रूप से इस आसन का अभ्यास करने से धीरे-धीरे मसल्स मजबूत होने लगती है।
तो अब आप भी अपने व्यायाम रूटीन में शलभासन को शामिल करें और अपनी हेल्थ को लाभ पहुंचाएं। हालांकि, इस योगासन का अभ्यास किसी योग विशेषज्ञ की देख-रेख में ही करें।
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