क्या आप ऐसी महिला है, जिनका खांसते या छींकते समय थोड़ा सा यूरिन निकल जाता है? हम समझते हैं कि दूसरों के साथ इस बात पर चर्चा करना कितना शर्मनाक होता है, लेकिन हम यह भी मानते हैं कि यदि आप इस समस्या से परेशान हैं, तो आपको इससे छुटकारा पाने के उपाय जरूर आजमाने चाहिए। आज अपनी मंडे मोटिवेशन सीरीज के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो यूरिन लीकेज को कंट्रोल करने में मदद करेंगे।
हिमालयन सिद्ध, ग्रैंड मास्टर अक्षर ने हमारे साथ कुछ योग आसन शेयर किए, जो पेल्विक मसल्स को मजबूत करने और यूरिन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। योगा आसनों से पहले यूरिन लिकेज के कारणों के बारे में जान लेते हैं।
यूरिनरी इनकंटीनेंस क्या है?
यदि आपको कभी-कभी थोड़ा सा यूरिन निकलता है, तो इसे यूरिनरी इनकंटीनेंस कहा जाता है। एक्सपर्ट का कहना है, "मेडिकली, यूरिनरी इनकंटीनेंस एक शब्द है, जिसका इस्तेमाल उस कंडीशन के लिए किया जाता है, जब कोई महिला अनियंत्रित यूरिनरी इनकंटीनेंस से परेशान होती है। यह शर्मनाक कंडीशन किसी भी उम्र की महिला को प्रभावित कर सकती है।"
ग्रैंड मास्टर अक्षर का कहना है, ''यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें आपका पेल्विक फ्लोर नॉर्मल से ज्यादा कमजोर होता है। पेल्विक फ्लोर में ऐसी मसल्स शामिल होती हैं, जो पेल्विक के नीचे मौजूद होती हैं। इनसे आपके पेल्विक अंगों जैसे ब्लैडर, आंत और यूट्रस को सहारा मिलता है। ये वह मसल्स हैं, जो यूरिन को कंट्रोल करती हैं। कुछ ऐसे योगासन हैं, जो पेल्विक फ्लोर अंगों में ब्लड फ्लो को बढ़ाते हैं। इन आसनों को रोजाना करने से आपकी पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं।''
बद्ध कोणासन
- सबसे पहले दंडासन में आ जाएं।
- पैरों को आगे की ओर फैलाकर और पीठ को सीधा करके बैठ जाएं।
- इसके बाद, पैरों को एक-एक करके मोड़ें और कोशिश करें कि पैरों के तलवे एक-दूसरे को छुएं।
- पैरों को हाथों से पकड़ें और इसे अपने पेल्विक के करीब खींचें।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें और धीरे से उन्हें नीचे की ओर करें।
- अब धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को आगे की ओर झुकाने की कोशिश करें, जितना हो सके उतना झुकें।
- फिर माथा जमीन पर रखने की कोशिश करें।
- इस मुद्रा में कुछ देर तक रहें।
पादहस्तासन
- इस आसन को करने के लिए पीठ को सीधा करके खड़ी हो जाएं।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और शरीर के ऊपरी हिस्से को हिप्स से झुकाएं।
- ऐसा करते समय नाक को घुटनों से छूने की कोशिश करें और हथेलियों से पैरों के दोनों तरफ की जमीन को छुएं।
- शुरुआत में आपको अपने घुटनों को मोड़ना पड़ सकता है, लेकिन बाद में घुटने सीधे रखें।
- इस आसन में कुछ देर तक रहें।
पश्चिमोत्तानासन
- इसे करने के लिए पैरों को आगे की ओर फैलाकर फर्श पर मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- बाजुओं को ऊपर की ओर फैलाएं।
- अब सांस छोड़ें और हिप्स को आगे की ओर झुकाएं।
- फिर दोनों हाथों से पैरों की उंगलियां पकड़ने की कोशिश करें।
- शुरुआत में, पैर की उंगलियों को पकड़ना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अभ्यास से आसानी से ऐसा किया जा सकता है।
प्रेग्नेंट महिलाओं को पश्चिमोत्तासन करने से बचना चाहिए। साथ ही, यह योगासन अल्सर, अस्थमा और स्लिप डिस्क से परेशान महिलाओं को भी नहीं करना चाहिए।
ये पोज आपके पेल्विक फ्लोर को मजबूत करते हैं, लेकिन अच्छे रिजल्ट के लिए आपको कुछ समय के लिए इन आसनों को रोजाना करना होगा। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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