ब्रेस्टफीडिंग मां और बच्चे दोनों के लिए ही बहुत जरूरी होती है। बच्चों का विकास ब्रेस्ट मिल्क के जरिए होता है। हालांकि, ब्रेस्टफीडिंग को लेकर आजकल बहुत सारे सप्लीमेंट्स आ गए हैं, फिर भी डॉक्टरों की सलाह रहती है कि कम से कम 6 महीने तक तो बच्चे को मां का दूध ही पिलाया जाए। कई महिलाओं के साथ यह समस्या होती है कि उनके शरीर में ठीक से ब्रेस्टमिल्क का प्रोडक्शन नहीं होता है। हमारी लाइफस्टाइल कुछ ऐसी हो गई है कि इस तरह की समस्या आम है।
जहां 6 महीने बच्चों को दूध पिलाना श्रेयस्कर माना जाता है, वहीं आयुर्वेद कहता है कि कम से कम 18 महीने या उससे ज्यादा मां का दूध बच्चों के लिए अच्छा होता है। ऐसा मानना है आयुर्वेदिक डॉक्टर और द कदंब ट्री की फाउंडर डॉक्टर दीक्षा भावसार का।
डॉक्टर दीक्षा ने इंस्टाग्राम पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। उनका मानना है कि ब्रेस्ट मिल्क नेचुरली प्योर होता है जो बच्चे को कई सारे इन्फेक्शन्स और बीमारियों से बचा सकता है। ब्रेस्ट मिल्क में ऐसे कई सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो किसी अन्य दूध में उपलब्ध नहीं होते।
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डॉक्टर दीक्षा ने एक आयुर्वेदिक रेमेडी शेयर की है जिससे नई मां को असल में बहुत ही ज्यादा फायदा हो सकता है। उनके मुताबिक यह रेमेडी ब्रेस्टमिल्क प्रोडक्शन में मदद करती है।
मेथी हमेशा से ही न्यूट्रिएंट्स से भरपूर रहती है और ऐसे में यह जरूरी है कि महिलाएं अपनी डाइट में इसे शामिल करें। आप सुबह उठकर मेथी की चाय (बॉइल्ड मेथी सीड्स का पानी) या फिर नॉर्मल मेथी के सीड्स गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पी सकती हैं। इसके लिए पहले रात में आप एक छोटा चम्मच मेथी दाने भिगोकर रख दें और फिर सुबह उठकर उन्हें गुनगुने पानी के साथ पिएं। यह शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है।
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ब्रेस्टमिल्क के प्रोडक्शन के लिए सौंफ का शरबत भी बहुत अच्छा माना जा सकता है। आप सौंफ की चाय (सौंफ को पानी में उबालने के बाद छान लीजिए) भी दिन में किसी भी समय पी सकती हैं।
डिल सीड्स (Dill Seeds) या हिंदी में सोआ के बीज भी डिलीवरी के बाद मददगार साबित होंगे। आप इन्हें भी पानी में उबालकर पी सकती हैं। लैक्टेशन के लिए कई तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां भी मददगार होती हैं।
डॉक्टर दीक्षा ने और भी कई चीजें बताईं जिन्हें डाइट में शामिल किया जा सकता है।
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ये सारी चीजें मददगार तो होती हैं, लेकिन हर तरह की डाइट हर किसी को सूट करे यह जरूरी नहीं है। इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि आप डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले अपनी हेल्थ रिपोर्ट्स के साथ डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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