क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा अनुभव किए जाने वाले जोड़ों के दर्द और आपके पेट के स्वास्थ्य के बीच एक संबंध हो सकता है? यदि आप घुटनों में दर्द, पुराने दर्द या हड्डी से संबंधित अन्य समस्याओं का अनुभव कर रहे हैं, तो इसका कारण पेट में गड़बड़ी हो सकता है!
अक्सर, ये समस्याएं व्यक्ति की उम्र से जुड़ी होती हैं या यह सब अर्थराइटिस के कारण होता है। यहां हम यह समझने में असफल होते हैं कि इसकी एक अलग तस्वीर भी हो सकती है। एक जिसके बारे में बहुत कुछ नहीं कहा जाता है, लेकिन मजबूत कारणों में से एक है। वह आपका 'आंत स्वास्थ्य' है। जी हां, आपके पेट में असंतुलन इसका कारण हो सकता है। इस बारे में हमें डाइट बेस्ड न्यूट्रिशन ऐप, फिट्जा की को-फाउंडर सेलिब्रिटी डाइटीशियन श्वेता शाह जी बता रही हैं।
आश्चर्य है कि कैसे?
जब हम हेल्दी भोजन करते हैं, तब हमें यह आभास होता है कि हमारे स्वास्थ्य में सुधार होगा। इसलिए, जब हम कैल्शियम से भरपूर भोजन करते हैं, तो हमें लगता है कि हमारा काम हो गया है और हमारे शरीर को कभी भी कैल्शियम की कमी का अनुभव नहीं होगा। लेकिन यह सच नहीं है। भले ही आप स्वस्थ भोजन करें लेकिन आपका आंत पोषक तत्वों को अवशोषित करने की स्थिति में नहीं है, तो यह मदद नहीं कर सकता है। वहां आपका आंत स्वास्थ्य इतना महत्वपूर्ण हो जाता है।
यह आपके शरीर को आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से अवशोषित करने और शरीर के विभिन्न हिस्सों में ले जाने में मदद करता है। तो, अब से याद रखें कि आप वही खाएं, जिसे आप आसानी से अवशोषित करते हैं। इसलिए न केवल स्वस्थ खाने पर ध्यान केंद्रित करें, बल्कि अपने पेट के स्वास्थ्य को भी इस स्थिति में रखें कि यह पोषक तत्वों को अवशोषित कर सके।
तो, जब आंत के स्वास्थ्य की बात आती है तो फोकस क्षेत्र क्या होना चाहिए?
सबसे पहले, आंत बैक्टीरिया के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनाएं और माइक्रोबायोटा/आंत वनस्पतियों में सुधार करें। इन 3 स्टेप्स रिमूव, रिप्लेस और रिस्टोर को फॉलो करें।
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स्टेप नंबर-1: रिमूव
अपने पाचन तंत्र में सुधार करना सबसे पहली जरूरत है। यदि आप दर्द का अनुभव करते हैं, तो ऐसे भोजन से बचने का प्रयास करें जिससे सूजन होती है। तनाव और एंटी-इंफ्लेमेटरी चीजों जैसे चीनी, ओमेगा 6 फैटी एसिड, रिफाइंड कार्ब्स, एमएसजी, ग्लूटेन और कैसिइन, संतृप्त फैट, ट्रांस फैट, वनस्पति ऑयल और शराब आदि को दूर करने की कोशिश करें।
स्टेप नंबर-2: रिप्लेस
अनप्रोसेस्ड फूड्स को होल फूड्स से रिप्लेस करें। यह पोषक तत्वों के कुशल अवशोषण में मदद करेगा। इसमें टमाटर, जैतून का तेल, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल जैसे संतरे, चेरी, ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी शामिल हैं।
स्टेप नंबर-3: रिस्टोर करें
लास्ट स्टेप में आपके आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को बहाल करना है। आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इसमें क्या शामिल है? तो हम आपको बता दें कि इसमें हाई क्वालिटी वाले प्रोबायोटिक्स शामिल हैं। प्रीबायोटिक्स में लहसुन, प्याज, लीक, कच्चे सिंहपर्णी साग, हड्डी शोरबा, करक्यूमिन आदि में पाए जाने वाले गैर पचने योग्य फाइबर यौगिक होते हैं।
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यह भी याद रखें कि आपको अपने शरीर को अच्छी तरह से जानना चाहिए। यदि आप कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति असहिष्णु हैं तो उनसे बचें अन्यथा आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली सूजन के साथ प्रतिक्रिया करेगी। अपने ब्लड शुगर को संतुलित करें और सभी खाद्य एलर्जी, असहिष्णुता और खाद्य योजकों को हटा दें।
इंटरमिटेंट फास्टिंग भी बचाव में मदद कर सकती है। यह आपके शरीर को आंत को ठीक करने का समय देती है क्योंकि हम उस समय के दौरान भोजन नहीं कर रहे होते हैं और इसलिए पाचन क्रिया रुक जाती है।
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तो, निष्कर्ष यह निकलता है कि अपने पेट को ठीक करें, इससे जोड़ भी ठीक होंगे!
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने कैटरीना कैफ, गीता बसरा से लेकर साक्षी धोनी तक और यहां तक कि गौतम गंभीर और हरभजन सिंह जैसे खेल जगत की कुछ बड़ी हस्तियों को डाइट से जुड़े टिप्स दिए हैं। सह-संस्थापक के रूप में, उन्होंने हाल ही में अपना नया उद्यम फिट्ज़ा, द फर्स्ट एवर इंटेलिजेंट वर्चुअल न्यूट्रिशन ऐप पेश किया है।
अगर आप भी जोड़ों के दर्द से परेशान रहती हैं तो अपनी डाइट में इस तरह बदलाव करके फर्क महसूस कर सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिदंगी से जुड़ी रहें।
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