Close
चाहिए कुछ ख़ास?
Search

    आयुर्वेदिक अमृत का बीमारियों में इन 5 तरीकों से करें इस्‍तेमाल

    आयुर्वेदिक अमृत गिलोय को डेली डाइट में कैसे शामिल किया जा सकता है? इसके बारे में एक्‍सपर्ट से विस्‍तार में जानें। 
    author-profile
    Updated at - 2023-02-23,12:44 IST
    Next
    Article
    use giloy for health

    क्या आप अपने इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करने के लिए एक प्राकृतिक जड़ी बूटी की तलाश कर रहे हैं? क्या होगा अगर हम आपको बताए कि यह महिला सेक्स ड्राइव को भी बढ़ाता है? हम जिस ओर इशारा कर रहे हैं, उसके बारे में बहुत ज्यादा आश्चर्य न करें। यह गुडुची या गिलोय की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। 

    प्राचीन भारतीय सभ्यता में उपयोग की जाने वाली सबसे फेमस जड़ी-बूटियों में से एक, इसका उल्लेख वर्तमान समय में COVID के रूप में प्रचलित है। महिलाओं के लिए गिलोय के लाभ कई गुना अधिक हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए पढ़ें कि वे आपके लाभ के लिए काम करते हैं। लेकिन लोगों को सबसे ज्‍यादा यह सवाल परेशान करता है कि इसका इस्‍तेमाल कैसे किया जा सकता है। इसलिए इस जड़ी बूटी को अपनी डेली डाइट में शामिल करने के 5 आसान तरीके यहां दिए गए हैं। इसकी जानकारी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से फैन्‍स के साथ शेयर की है। लेकिन सबसे पहले गिलोय के बारे में जान लेते हैं-

    गिलोय क्या है?

    गिलोय एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो सैकड़ों से अधिक बीमारियों के इलाज के लिए जानी जाती है जिसमें पुराने बुखार, फ्लू, जुकाम, बालों का झड़ना और अर्थराइटिस शामिल हैं। संस्कृत शब्द 'अमृता' से गिलोय का अंग्रेजी अनुवाद 'अमरता की जड़' है। अंग्रेजी में इस जड़ी बूटी का दूसरा नाम हार्ट लीव्ड मूनसीड है और इसका वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कोर्डिफोलिया है। गिलोय का तना व्यापक रूप से अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है जो फ्री रेडिकल्‍स से लड़ते हैं और सेल डैमेज की मरम्मत करते हैं।

    गिलोय के औषधीय गुण

    how to use giloy at home

    गिलोय को विभिन्न प्रकार के बुखारों और स्थितियों के इलाज के लिए उपयोग किए जाने वाले सर्वोत्तम उपायों में से एक माना जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस है, जो फ्री रेडिकल्‍स से लड़ता है और इस प्रकार कैंसर जैसी घातक बीमारियों के आपके जोखिम को कम करता है।

    एक्‍सपर्ट ने जानकारी शेयर करते हुए कैप्‍शन में लिखा, 'गुडुची (टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) जिसे आमतौर पर गिलोय के रूप में जाना जाता है, अमृता के नाम से भी जाना जाता है, यानी अमरता का दिव्य अमृत। गुडुची को आयुर्वेद में सबसे शक्तिशाली जड़ी बूटियों में से एक माना जाता है। यह अपने जादुई गुणों के कारण बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया, अर्थराइटिस, वायरल बुखार, खांसी/जुकाम, डायबिटीज आदि में आशाजनक परिणाम दिखा रहा है।' 

    इसे जरूर पढ़ें:10 बीमारियों का 1 इलाज है गिलोय का जूस, रोजाना थोड़ी मात्रा में लें

    आगे उन्‍होंने लिखा, 'यह प्रकृति में कायाकल्प, इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाला, ब्रेन टॉनिक और एडाप्टोजेनिक भी है। यह तनाव के लेवल को कम करता है, याददाश्त में सुधार करता है और ब्रेन की शक्ति को बढ़ाता है। चूंकि इस वायरल समय के दौरान इम्‍यूनिटी हमारी रुचि का मुख्य बिंदु है, उसके बारे में बात करते हैं। गुडूची किसी अन्य जड़ी-बूटी की तरह व्यक्ति की इम्‍यून सिस्‍टम में सुधार करता है, वायरल बुखार, पेट खराब, खांसी/जुकाम, डेंगू, टाइफाइड आदि से पीड़ित लोगों में काफी सुधार दिखाता है।'

    'गिलोय एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बायोटिक, एंटी-एजिंग, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, एंटी-डायबिटिक और एंटी-कैंसर दवा है। इसका सेवन सभी कर सकते हैं और इसके कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं हैं, लेकिन फिर भी डॉक्टर के मार्गदर्शन के बिना प्रेग्‍नेंसी के दौरान इसका सेवन नहीं करना सबसे अच्छा है।'

    ऐसे करें गिलोय का इस्तेमाल

    अगर आपके घर में यह पौधा है तो आप इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।

    1. ताजी पत्तियां और तना

    • इसे रात-भर भिगो दें। 
    • सुबह इसे 1 गिलास पानी में आधा होने तक उबालें। 
    • छानकर पी लें।

    Recommended Video

    2. ड्राई रूप (क्वाथ)

    • 1 भाग (10 ग्राम) क्वाथ (काढ़ा) को 400 मिली पानी में रात भर भिगो दें। 
    • सुबह इसे 100 मिलीलीटर तक उबालें। 
    • इसे छान लें और पी लें। 
    • आप स्वाद के लिए गुड़ डाल सकते हैं (डायबिटीज रोगियों के लिए नहीं है)।
    • काढ़े को उबालते समय उसमें तुलसी के पत्ते, हल्दी और लौंग डाल सकते हैं।

    3. गिलोय पाउडर

    बस 1 चम्मच पाउडर सुबह सबसे पहले गर्म पानी/शहद के साथ सेवन करें।

    how to use giloy juice

    4. गिलोय/गुडुची घन वटी/संशमनी वटी

    • भोजन से पहले दिन में दो बार 2 गोलियां।

    5. गिलोय का रस

    • आप भोजन से 1 घंटे पहले रोजाना सुबह 10 मिलीलीटर गर्म पानी के साथ शुरू कर सकते हैं (गिलोय जूस सबसे शक्तिशाली है लेकिन पचाने में भारी भी है, केवल अच्छे मेटाबॉलिज्‍म वाले लोगों के लिए अच्छा है)

    अच्‍छे रिजल्‍ट के लिए कोई भी जड़ी-बूटी शुरू करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना सबसे अच्छा है। आपको भी हेल्‍थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

    Disclaimer

    आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

    बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

    Her Zindagi