क्या पुरुष फर्टिलिटी कम हो रही है? लाख टके का सवाल है! या हम इसमें बहुत ज्यादा देख रहे हैं। वर्तमान में, हमारे पास इसका ठोस उत्तर नहीं है। आजकल युवा पुरुषों में फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं का एक महत्वपूर्ण अनुपात है। लो स्पर्म काउंट, लो स्पर्म स्पीड और असामान्य रूप से दिखने वाले स्पर्म पुरुष इनफर्टिलिटी के कुछ सामान्य कारण हैं।
पितृत्व प्राप्त करने की चाह में, रिप्रोडक्टिव संबंधी समस्याओं का सामना करने वाले पुरुष जीवनशैली में बदलाव की तलाश करते हैं जो उनकी फर्टिलिटी क्षमता को बढ़ा सकते हैं और पितृत्व के उनके सपने को साकार करने में मदद कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम स्पर्म हेल्थ में सुधार और इस प्रकार फर्टिलिटी क्षमता को अनुकूलित करने के लिए जरूरी जीवनशैली बदलाव शेयर कर रहे हैं।
अगर आप भी पति के स्पर्म काउंट को बढ़ाने के उपायों की तलाश कर रही हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है। इसके बारे में हमें रूबी हॉल क्लिनिक, पुणे के M.Ch रिप्रोडक्टिव मेडिसिन और सर्जरी (गोल्ड मेडिलिस्ट) एमआरसीओजी (लंदन), मेल इनफर्टिलिटी में स्पेशल ट्रेनिंग (यूएसए), चीफ मेल- फीमेल फर्टिलिटी कंसल्टेंट, डॉ तेजस गुंडेवार जी बता रहे हैं।
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पुरुषों में मोटापा टेस्टोस्टेरोन में गिरावट का कारण बनता है जिससे यौन ड्राइव और स्पर्म काउंट कम हो जाता है। 'कम खाओ और ज्यादा एक्सरसाइज करो' की अवधारणा वेट लॉस के लिए आधारशिला है जो स्पर्म काउंट और बदले में फर्टिलिटी क्षमता में सुधार कर सकती है।
अध्ययनों से पता चला है कि तनावपूर्ण जीवन वाले पुरुषों में इनफर्टिलिटी का जोखिम 10-15% तक बढ़ जाता है। तनाव बढ़ने से हार्मोन कोर्टिसोल का उत्पादन बढ़ जाता है जिसका स्पर्म हेल्थ पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। तनाव यौन जीवन को भी प्रभावित करता है जो कपल्स की रिप्रोडक्टिव क्षमता को प्रभावित करेगा।
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समस्या के बारे में बात करना, ऑनलाइन ग्रुप्स में शामिल होना, म्यूजिक, एक्सरसाइज, योग, मेडिटेशन, कोई खेल खेलना, पालतू जानवर पालना कुछ तनाव निवारक हैं जो निश्चित रूप से पुरुष फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करेंगे।
एक्सरसाइज सूजन को कम करती है, एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ाती है, अंगों में ब्लड की आपूर्ति बढ़ाती है, टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ाती है जिससे स्पर्म काउंट में सुधार होता है।
स्क्वाट्स, पुशअप, डेडलिफ्ट, बेंच प्रेस, पुलअप/चिनअप, ओवरहेड प्रेस। ये एक्सरसाइज मसल्स मास को बढ़ाती हैं और एक्सरसाइज के दौरान मसल्स मास की मात्रा बढ़ना टेस्टोस्टेरोन रिलीज में एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। इसका उद्देश्य लगभग कुल शारीरिक कार्य करना है। इसलिए हफ्ते में 3 बार एक्सरसाइज जरूर करें।
मूल बंध उर्फ रूट लॉक - यह योग मुद्रा शरीर के निचले हिस्से में ब्लड आपूर्ति में सुधार करने और इस प्रकार स्पर्म काउंट में सुधार करने में मददगार होता है।
इन सबसे ऊपर, कपल्स की फर्टिलिटी क्षमता हेल्दी संबंध पर निर्भर करती है। पार्टनर के साथ समय बिताने, उनकी जरूरतों को समझने और स्क्रीन को सीमित करने से एक अच्छा रिश्ता बनाने और फर्टिलिटी क्षमता को अनुकूलित करने में मदद मिलेगी।
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इसके अलावा, टेस्टोस्टेरोन, स्टेरॉयड शॉर्ट्स जो आमतौर पर युवाओं द्वारा शरीर सौष्ठव के लिए उपयोग किए जाते हैं, स्पर्म काउंट पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसलिए पितृत्व की योजना बना रहे पुरुषों के लिए इससे बचना महत्वपूर्ण है।
अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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