हमारा दिमाग शरीर के सबसे ताकतवर अंगों में से एक है और यही है जो शरीर को चलाने में मदद करता है। लेकिन अगर यही अपनी जगह पर ना हो तो ये बहुत खराब स्थिति होती है। आजकल की जिंदगी में मानसिक तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है और ये हाल कुछ ऐसा है कि शारीरिक शोषण के बारे में तो फिर भी ध्यान रखा जाता है, लेकिन मानसिक स्ट्रेस की बात कभी नहीं की जाती है। आपसे कहा जाता है कि आप स्ट्रेस को हमेशा ही सहते रहें।
कई लोगों को तो ये भी नहीं पता होता है कि उनके साथ क्या हो रहा। बिना जाने ही कोई एक रिश्ता उन्हें बहुत स्ट्रेस देता रहता है। भावनात्मक रूप पर लोग काफी कमजोर महसूस करते हैं और यही कारण है कि उनकी परेशानी और बढ़ती चली जाती है। ये आगे चलकर शारीरिक कमजोरी और डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है।
इस बारे में जानने के लिए हमने डॉक्टर समीर पारिख से बात की। डॉक्टर समीर फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के डायरेक्टर और एक जाने माने साइकिएट्रिस्ट हैं। उन्होंने हमें इमोशनल एब्यूज और उससे जुड़े कई पहलुओं के बारे में बताया।
इसे जरूर पढ़ें- आखिर क्यों आपको आ रहे हैं बुरे सपने, एक्सपर्ट से जानें
सबसे पहले इमोशनल एब्यूज को पहचाने
सबसे पहले हमारे लिए ये जरूरी है कि हम अपने साथ होने वाले भावनात्मक शोषण को पहचानें। कई बार हम किसी ऐसे रिश्ते का बोझ उठा रहे होते हैं जो किसी ना किसी तरह से इमोशनल एब्यूज का कारण बन रहा होता है, लेकिन हमें पता ही नहीं होता। ये सिर्फ प्यार-मोहब्बत वाले रिश्ते के साथ नहीं है बल्कि ये कोई भी हो सकता है। भाई, पिता, मां, बहन, दोस्त, प्यार, पति, रिश्तेदार। आपको अपने आप से कुछ सवाल करने जरूरी हैं-
- क्या जिस रिश्ते को आप निभा रहे हैं वहीं दूसरा इंसान भी भावनात्मक रूप से मौजूद है?
- कहीं ये रिश्ता खुशी से ज्यादा स्ट्रेस तो नहीं दे रहा है?
- क्या आप बात-बात पर रोने लगे हैं?
- क्या वो रिश्ता आपके लिए सही है?
- क्या सामने वाला इंसान आपकी सेल्फ रिस्पेक्ट को हमेशा गिराता है?
- क्या आपको रिश्ते में होने के बाद भी अकेलापन महसूस होता है?
- क्या हर वक्त आपकी ही गलती ढूंढी जा रही है और आपको हतोत्साहित किया जा रहा है?
क्या आपके रिश्ते में बाउंड्री है?
एक पुरानी कहावत है, 'All is fair in love and war' (मोहब्बत और जंग में सब कुछ जायज है), लेकिन ये सबसे गलत कहावत है। ऐसा नहीं है कि हर चीज़ सही होनी। रिश्ते की अपनी एक बाउंड्री होनी चाहिए। कौन आपसे क्या कह सकता है और क्या नहीं इसका फैसला आपको खुद करना होगा। सही मायने में कोई भी अगर आपको बार-बार नीचा दिखा रहा है तो वो रिश्ता आपको स्ट्रेस और इमोशनल एब्यूज दे रहा है। (गृह कलेश को कम करने के उपाय)
अपनी बात रखने की कोशिश करें
अगर आप ये समझ रहे हैं कि आपको क्या परेशान कर रहा है तो उसे सबके सामने रखने की कोशिश करें। आप कम से कम अपने साथी को तो ये बताएं कि क्या हो रहा है आपके साथ। आपको किस चीज़ से स्ट्रेस हो रहा है ये सबको बताने की कोशिश करें। ये बहुत जरूरी है कि आप अपनी भावनाओं को सबके सामने रखें।
अपने प्रियजनों को ये समझाने की कोशिश करें कि आपको क्या चाहिए और आप इस रिश्ते से क्या उम्मीद रखते हैं।
अकेले रहने की जगह दोस्तों से बात करें
कई बार हम अपने करीबियों से ही अपनी परेशानी के बारे में बात नहीं कर पाते हैं। ऐसे समय में दोस्त बहुत बड़ा सपोर्ट सिस्टम साबित हो सकते हैं। अपने दोस्तों से बात करें और कोशिश करें कि वो आपकी बात को समझें। आपको ये महसूस होना चाहिए कि भावनात्मक रूप से आप सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
आप कोशिश करें कि अपनी बात को लिखें और दोहराएं। (ऑफिस के तनाव से डल हो गया है चेहरा तो अपनाएं ये स्टेप्स)
आपकी फीलिंग्स मायने रखती हैं
आपको ये ध्यान रखना है कि आपकी फीलिंग्स मायने रखती हैं। कई बार लोग बार-बार होने वाले भावनात्मक शोषण और मानसिक तनाव के कारण ऐसा सोचने लगते हैं कि उनकी फीलिंग्स मायने ही नहीं रखती हैं। ये बिल्कुल गलत धारणा है और ये आपको हीन भावना से भर सकती है। आपकी फीलिंग्स भी मायने रखती हैं और उतनी ही जरूरी हैं जितनी आपके पार्टनर की फीलिंग्स हैं। इस रिश्ते में आप भी उतने ही भागीदार हैं जितना कि आपका पार्टनर।
Recommended Video
इसे जरूर पढ़ें- ऑनलाइन शॉपिंग की आदत के कारण हो रहे हैं परेशान तो ये टिप्स करेंगी मदद
कब किसी स्पेशलिस्ट की जरूरत महसूस होती है?
किसी भी रिश्ते में एक प्वाइंट ऐसा आता है कि आप समझ ही नहीं पाते हैं कि क्या किया जाए। ये किसी के साथ भी हो सकता है और किसी को भी ये महसूस हो सकता है कि वो सही नहीं है। ऐसे में आपको या आपके पार्टनर को या दोनों को ही प्रोफेशनल हेल्प की जरूरत महसूस हो सकती है। पर ये कब होता है? अगर आपको ये सारे लक्षण दिख रहे हैं तो प्रोफेशनल हेल्प जरूर लें।
- बार-बार रोना आ रहा है और हमेशा उदास महसूस होता है।
- सबके साथ होते हुए भी अकेलापन लगता है।
- आप अपने काम, परिवार, प्रोफेशन किसी पर स्ट्रेस के कारण ध्यान नहीं दे पा रहे हैं।
- बार-बार निगेटिव ख्याल मन में आते हैं और मन हीन भावना से भर जाता है।
- कई बार सुसाइडल ख्याल आते हैं और जिंदगी भारी लगने लगती है।
- अपनी इच्छाओं को दबाते-दबाते आपके अंदर गुस्सा भर जाता है।
- आप किसी भी रिश्ते पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं।
- आपको ये यकीन होने लगा है कि आपकी कोई वैल्यू नहीं है।
- आपको हर चीज़ खराब लगने लगी है।
- आपको ये समझ आ गया है कि आप डिप्रेशन की ओर जा रहे हैं।
- मानसिक तनाव शारीरिक समस्याओं की तरफ बढ़ रहा है।
- आप दूसरों के सामने अलग और अकेले में अलग व्यवहार करने लगे हैं।
- दूसरों के सामने आप खुश दिखते हैं, लेकिन अकेले में हमेशा निराश ही रहते हैं।
ये समझना जरूरी है कि आपकी फीलिंग्स आपकी भी जिम्मेदारी हैं और ये आपको तय करना होगा कि किसी रिश्ते में किस तरह की बाउंड्री बनानी है। लगातार भावनात्मक शोषण से परेशानी आपकी ही बढ़ेगी। किसी प्रोफेशनल की सलाह लेने में कोई बुराई नहीं है और ये आपके लिए काफी मददगार फैसला बन सकता है।
अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।