अर्थराइटिस जिसे गठिया भी कहा जाता है, बेहद ही आम स्वास्थ्य समस्या है। आमतौर पर, बढ़ती उम्र में जब हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, तो ज्वॉइंट्स व हड्डियों में दर्द की शिकायत शुरू हो जाती है। चोट लगने के अलावा बढ़ती उम्र, मसल्स में कमजोरी, आटोइम्यून डिसीस, मोटापा व अन्य कई कारणों के चलते लोगों को गठिया की समस्या होती है। यह एक क्रॉनिक डिसीज है, जो धीरे-धीरे बढ़ती है और इससे पूरी तरह से निजात पाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन सही खान-पान के जरिए सूजन व दर्द जैसी परेशानियों को काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है।
यूं तो गठिया की समस्या बढ़ती उम्र में किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन महिलाओं में यह परेशानी अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में यह बेहद आवश्यक हो जाता है कि महिलाएं अपने खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दें। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे फूड आइटम्स के बारे में बता रही हैं, जिन्हें गठिया के मरीजों को अपनी डाइट से बाहर कर देना चाहिए-
अगर आप गठिया के दर्द से जूझ रहे हैं तो ऐसे में आपको प्रोसेस्ड और रेड मीट को अवॉयड करना चाहिए। यह आपके शरीर में इन्फ्लमेशन को बढ़ा सकता है, जिसके कारण आपको अधिक दर्द व सूजन की समस्या हो सकती है। साथ ही साथ प्रोसेस्ड और रेड मीट शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और फैट की स्टोरेज कैपिसिटी को बढ़ाता है। जिसके कारण भी आपको इन्फ्लमेशन हो सकता है। इसलिए इसका सेवन ना करना ही आपके लिए लाभदायक रहेगा।
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गठिया से पीड़ित व्यक्ति अगर जरूरत से ज्यादा मीठा या स्वीट ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, तो इससे उनकी समस्या बद से बदतर हो जाती है। अतिरिक्त चीनी खपत से हृदय रोग से मरने का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे मोटापा, सूजन और अन्य क्रॉनिक समस्याएं जैसे गठिया आदि में दर्द बहुत अधिक हो सकता है।
फास्ट फूड, ब्रेकफास्ट सेरल्स, बेक्ड आइटम्स आदि में रिफाइंड ग्रेन्स, एडेड शुगर, प्रिजर्वेटिव्स आदि की मात्रा काफी उच्च होती है, जो सभी गठिया के लक्षणों को और भी अधिक खराब कर सकती हैं। अधिक प्रोसेस्ड फूड का सेवन मोटापे की समस्या को बढ़ाता है, जिससे आपके ज्वॉइन्ट्स पर अतिरिक्त भार पड़ता है और दर्द बहुत अधिक बढ़ जाता है।
गठिया से पीड़ित लोगों के लिए बहुत अधिक नमक का सेवन करना हानिकारक हो सकता है। झींगा, कैन सूप, पिज्जा, प्रोसेस्ड मीट और अन्य प्रोसेस्ड आइटम्स में नमक की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है। उच्च सोडियम का सेवन सूजन संबंधी गठिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों के लिए एक जोखिम कारक हो सकता है। इसलिए, आप ऐसे फूड्स से दूरी बनाएं, जिनमें नमक की अधिकता हो।
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व्हीट, जौ और राई ग्लूटेन रिच फूड्स होते हैं। यह एक तरह के प्रोटीन का होता है। यह देखा जाता है कि जिन लोगों में इन्फ्लमेशन से जुड़ी समस्याएं जैसे गठिया आदि होता है, उन्हें ग्लूटेन रिच फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए। यह उस इन्फ्लमेशन को बढ़ाता है, जिससे गठिया के मरीजों को समस्या होती है। साथ ही ऑटोइम्यून बीमारियों वाले लोगों के लिए भी इस तरह के फूड का सेवन करना सही नहीं माना जाता है।
तो जल्दी से इन फूड्स को अपनी किचन से बाहर करें और एक दर्दमुक्त व आरामदायक जीवन जीएं।
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