
पिछले कुछ समय से देश में वर्क फ्रॉम होम का कान्सेप्ट काफी बढ़ा है। कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन खुलने के बाद भी अभी भी लोग ऑफिस जाने से बच रहे हैं। इतना ही नहीं, जिन कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम के जरिए सारा काम आसानी से हो रहा है, वहां पर भी ऑफिस ना खोलने को ही प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे में आप भी पिछले कई महीनों से वर्क फ्रॉम होम कर रही होंगी। वैसे तो इस कान्सेप्ट को महिलाओं के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है, लेकिन वास्तव में कई महिलाएं घर पर ऑफिस का काम करते हुए काफी परेशान हो रही हैं। यकीनन इस समय महिलाओं के पास काम पहले से काफी अधिक बढ़ गया है, लेकिन उनके मेंटली डिस्टर्ब होने के पीछे का कारण उनकी कुछ टॉक्सिक वर्क फ्रॉम हैबिट्स भी होती है। इन टॉक्सिक वर्क हैबिट्स के कारण ना तो उनका काम समय पर पूरा होता है और ना ही वह अपने परिवार को समय दे पाती हैं। इतना ही नहीं, मेंटली भी काफी बोझ पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप इन टॉक्सिक वर्क हैबिटृस से जल्द से जल्द अलविदा कह दें। तो चलिए जानते हैं इन टॉक्सिक वर्क हैबिट्स के बारे में –

कुछ महिलाएं अपने ऑफिस का काम समय पर पूरा करने के लिए सुबह उठते ही लैपटॉप ऑन करके काम पर लग जाती है। इस तरह दिन की शुरूआत में ही काम पर लग जाना वास्तव में काफी टॉक्सिक है। इसका मतलब यह भी है कि आप हर समय सिर्फ और सिर्फ अपने काम के बारे में सोचती रहती हैं, यह आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। बेहतर होगा कि आप अपना काम शुरू करने से पहले कुछ वक्त खुद को दें।
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घर पर ऑफिस का माहौल नहीं होता और इसलिए महिलाएं अमूमन बेड पर बैठकर काम करती हैं। अगर आप भी ऐसा करती हैं तो यह भी एक टॉक्सिक वर्क हैबिट है। दरअसल, बिस्तर पर काम करने से आप काफी आलसी हो सकती हैं। इससे आपका काम समय पर पूरा ही नहीं हो पाता है, जिससे आप पर मेंटली प्रेशर बढ़ता है। इसके अलावा अगर बेड पर बैठकर काम किया जाता है तो काम ना करने की स्थिति में भी आप अमूमन बेड पर काम के बारे में ही सोचती रहती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि जब आप काम कर रही हैं तो बेड पर ना रहें, बल्कि स्टडी टेबल का यूज करें।

कुछ महिलाएं अपने काम को लेकर लगातार चिंतित रहती हैं। यहां तक कि जब वह किसी से कॉल पर बात करती हैं, तब भी लैपटॉप पर पेज को रिफ्रेश करती हैं या फिर छोटे ब्रेक्स में भी वह लैपटॉप को बंद करने की जगह उसे ऐसे ही छोड़ देती हैं या फिर स्लीप मोड में रखती हैं। ऐसा करने से वह कभी भी अपने काम से मेंटली ब्रेक नहीं ले पातीं। जिसके कारण उन्हें मेंटली काम का काफी प्रेशर महसूस होता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप कुछ वक्त अपने लैपटॉप को बंद करें और फिजिकली व मेंटली अपने काम से ब्रेक लें।
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ऑफिस में काम का समय तय होता है, और ऑफिस में रहते हुए महिलाएं लंच ब्रेक व टी ब्रेक लेती हैं, लेकिन घर पर रहते हुए आपको अपने काम को पूरा करना होता है। उसमें ऑफिस की तरह काम का कोई निश्चित समय नहीं होता। ऐसे में महिलाएं बिना ब्रेक लिए काम करती रहती हैं। यह भी एक टॉक्सिक वर्क फ्रॉम होम हैबिट है, जिससे आपको जल्द से जल्द छुटकारा पा लेना चाहिए। चाहे आप ऑफिस में हों या घर पर, दिमाग को तरोताजा करने के लिए ब्रेक बेहद जरूरी हैं। इससे आपकी काम करने की क्षमता भी बेहतर होती है।
यकीनन अब आप भी वर्क फ्रॉम करते हुए इन टॉक्सिक हैबिट्स से बचने की कोशिश करेंगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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