जब भी महाराष्ट्र के स्वादिष्ट व्यंजनों की बात आती है, तो यहां के व्यंजन आपका मन मोह लेते हैं। क्योंकि महाराष्ट्र एक ऐसा देश है जहां हर जगह स्वादिष्ट व्यंजनों को चखने का मौका मिल जाएगा। हालांकि, महाराष्ट्र में तमाम पकवानों से कई किस्से जुड़े हैं, जिसका अपना अलग ही इतिहास रहा है।
वैसे तो यहां काफी कुछ है घूमने के लिए जैसे- आप यहां भवन, महल, फोर्ट, गुफा और पैलेस आदि जगहों पर घूमने के लिए जा सकते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो सिर्फ महाराष्ट्र व्यंजनों का लुत्फ उठाने देशभर से आते हैं जैसे- मसाला भात, भरली भिंडी, भरली वांगी, कोथिंबीर वड़ी, पाटोदी करी आदि। लेकिन कहा जाता है कि पाटोदी करी नागपुर में काफी फेमस है। इसे बेहद अलग अंदाज में बनाया जाता है, कैसे आइए जानते हैं।
क्या है 'पाटोदी करी' की कहानी
पाटोदी करी नागपुर में काफी फेमस है, जिसे बेहद अलग अंदाज में बनाया जाता है। कहा जाता है कि इसे पहली बार नागपुर के पाटोदी परिवार ने बनाया था लेकिन इसको लेकर इतिहासकारों में मतभेद है। पाटोदी करी को कई नामों से जाना जाता है जैसे- पाटोदी करी, पाटोदी करी, बेसन करी, पाटोदी रस्सा आदि। इसे नागपुर में लगभग हर घर में चावल के साथ परोसा जाता है। (छैना कोफ्ता करी रेसिपी)
इसे ज़रूर पढ़ें- घर पर बनाएं रसाज की स्पेशल कढ़ी, जानें विधि
दही से नहीं बल्कि बेसन से की जाती है तैयार
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पाटोदी करी को दही नहीं बल्कि बेसन और मसालों से तैयार किया जाता है। जी हां, पाटोदी करी को बेसन के पाटोदे यानि केक और प्याज, टमाटर के मिश्रण से तैयार किया जाता है। हालांकि, इसे बनाने में नॉर्मल करी से कम टाइम लगता है, जिसे आप 20 मिनट में आसानी से तैयार कर सकती हैं।
करी का रंग पीला नहीं बल्कि होता है लाल
आपने यकीनन पीले रंग की करी खाई होगी। लेकिन नागपुरकी प्रसिद्ध करी का रंग लाल होता है और इसमें बेसन को भी नहीं डाला जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले बेसन का घोल तैयार करके पहले तवे पर रखकर केक बनाएं जाते हैं और इसके बाद प्याज, टमाटर की करी तैयार बनाई जाती है। इसके बाद बेसन के केक को इस मिश्रण में डालकर थोड़ी देर के लिए पकाया जाता है।
इन सीक्रेट्स इंग्रेडिएंट्स का किया जाता है इस्तेमाल
जब हम करी की बात करते हैं तो इसमें ज्यादा इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन इसमें बेसन, अदरक, लहसुन की कली, हरी मिर्च, प्याज, टमाटर, जीरा, कसूरी मेथी, करी पत्ता, हल्दी आदि का इस्तेमाल किया जाता है, जो पाटोदी करी के स्वाद में तड़का लगाने का काम करते हैं। (मेथी की ताज़ी पत्तियों से घर पर बनाएं कसूरी मेथी)
इसे ज़रूर पढ़ें- बेसन की पकौड़ी से नहीं बल्कि इस तरह बनाएं स्पेशल कढ़ी
इसके अलावा इसे नागपुर में कई तरह से सर्व किया जाता है जैसे- कई लोग करी को बेसन से अलग रखकर परोसते हैं, कई लोग इसे सोंठ के साथ भी खाने हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- (@Freepik and Shutterstock)
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।