सावन का महीना मतलब सोमवार के व्रत...भगवान शिव की उपावसना के लिए भक्त क्या नहीं करते। इस समय साबूदाना खिचड़ी सबसे पसंदीदा और पारंपरिक उपवास व्यंजन बन जाती है। यह हल्की होती है। इससे पेट भी अच्छी तरह से भरा रहता है और स्वाद में बढ़िया तो होती ही है। इस खिचड़ी का स्वाद तो सबको पसंद आता है, लेकिन इसे बनाना उतना आसान नहीं जितना लगता है।
अक्सर देखा गया है कि साबूदाना खिचड़ी बनाते ही चिपकने लगती है, आपस में गूंथ जाती है और खिचड़ी की जगह एक बड़ी सी लोई जैसी बन जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है, तो चिंता न करें। सही तरीका अपनाकर आप घर पर नॉन-स्टिकी और परफेक्ट साबूदाना खिचड़ी बना सकती हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे 3 आसान और कारगर टिप्स, जिनसे साबूदाना एकदम अलग-अलग दानों में फूलेगा और खिचड़ी चिपकेगी नहीं। चलिए जानते हैं एकदम परफेक्ट साबूदाना खिचड़ी कैसे बना सकते हैं।
टिप 1: साबूदाना को सही तरीके से भिगोएं
सबसे पहला और जरूरी स्टेप यही है। साबूदाना अगर सही तरीके से न भिगोया जाए तो या तो वो कड़ा रहेगा या फिर बहुत ज्यादा फूलकर चिपक जाएगा।
- 1 कप साबूदाना को अच्छे से धोएं जब तक कि पानी साफ न हो जाए। इससे एक्स्ट्रा स्टार्च निकल जाता है।
- अब इसे सिर्फ ¾ कप पानी में 5-6 घंटे या रातभर के लिए भिगो दें। ध्यान रखें कि पानी साबूदाना को डुबोने जितना ही हो, ज्यादा नहीं।
- सुबह उठकर चेक करें। साबूदाना नरम और अलग-अलग होना चाहिए। उंगलियों से दबाने पर आसानी से दब जाए तो वह परफेक्ट है।
HZ टिप: भिगोने के बाद साबूदाना को छन्नी में रखकर 15 मिनट हवा में सूखने दें, इससे वह और नॉन-स्टिकी बनेगा।
इसे भी पढ़ें: Cooking Tips: साबुदाना खिचड़ी बनेगी एकदम खिली-खिली, भिगोने से लेकर बनाने तक...ये टिप्स करें फॉलो
टिप 2: मूंगफली पाउडर या सिंघाड़े का आटा मिलाएं
जब साबूदाना पकता है तो उसमें मौजूद स्टार्च उसे चिपकने में मदद करता है। इसे बैलेंस करने के लिए आप इसमें सूखा पाउडर मिलाएं।
- भुनी हुई मूंगफली को दरदरा पीसकर खिचड़ी में डालें।
- आप आटा भी इस्तेमाल कर सकती हैं। उपवास में खाया जाने वाला सिंघाड़े का आटा या राजगिरा आटा भी मिला सकते हैं।
- ये पाउडर दानों को चिपकने से रोकते हैं और स्वाद भी बढ़ाते हैं।
HZ टिप: साबूदाना पकाने से पहले ही मूंगफली पाउडर डालें और हल्के हाथों से मिक्स करें।
टिप 3: धीमी आंच पर पकाएं और बार-बार न चलाएं
खिचड़ी बनाते वक्त सबसे आम गलती होती है उसे बार-बार चलाना और तेज आंच पर पकाना। इससे साबूदाना टूटने लगता है और चिपक जाता है।
- नॉन-स्टिक पैन में थोड़ा घी गर्म करें, फिर जीरा, हरी मिर्च और उबले आलू डालें।
- फिर साबूदाना डालें और धीमी आंच पर पकाएं।
- एक बार डालने के बाद बस हल्के हाथों से 2-3 बार ही चलाएं।
- जब दाने पारदर्शी हो जाएं, मतलब वे पक चुके हैं।
HZ टिप: पकाने के बाद पैन को ढककर 2 मिनट रखें, भाप से खिचड़ी और ज्यादा सॉफ्ट बनेगी।
साबूदाना पकाते हुए न करें ये गलतियां-
- साबूदाना को बिना धोए भिगो देना, यह सबसे बड़ी गलती है। साबूदाना को तब तक धोएं जब तक पानी बिल्कुल साफ न हो जाए। इससे एक्स्ट्रा स्टार्च निकल जाएगा और चिपकने से बचेगा।
- साबूदाना को ज्यादा न पकाएं औप न भाप में रखें। दाने जैसे ही पारदर्शी हो जाएं, गैस बंद करें और पैन को ढककर 2-3 मिनट ही रखें ताकि ये भाप में अच्छे से सेट हो जाए।
- अगर नमक जल्दी डाल देती हैं तो भी खिचड़ी चिपचिपी होगी। जब खिचड़ी लगभग तैयार हो जाए, तब नमक डालें। जल्दी डालने से पानी हो सकता है और खिचड़ी गीली हो सकती है।
- समय बचाने के लिए सारी सामग्री एक साथ डालना भी गलती है। इससे मसाले भुनते नहीं और आलू पकता नहीं फिर साबूदाने का स्वाद खराब होता है। सभी चीजें स्टेप-बाय-स्टेप करें जैसे पहले आलू फ्राई करें, फिर मूंगफली डालें, फिर मसाले और अंत में साबूदाना पकाएं।
अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस ऊपर बताए टिप्स का ध्यान रखें और बनाएं परफेक्ट खिचड़ी।
हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। इसे लाइक करें और फेसबुक पर शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों