वजाइना के लिए हेल्‍दी डाइट क्‍यों जरूरी है? एक्‍सपर्ट से जानें

क्‍या आप जानती हैं कि वजाइना को हेल्‍दी रखने के लिए सिर्फ सफाई ही काफी नहीं है, बल्कि खान-पान पर ध्‍यान देना भी उतना ही जरूरी होता है। इसलिए,आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि हेल्‍दी डाइट वजाइना के लिए कितनी फायदेमंद हो सकती है।
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हम अपनी त्वचा और बालों का तो अच्‍छी तरह से ख्याल रखते हैं, लेकिन शरीर के सबसे नाजुक और जरूरी अंगों में से एक वजाइना के स्वास्थ्य को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। वजाइना का स्वास्थ्य केवल बाहरी साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे खान-पान से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हमारी फिटनेस और डाइट एक्‍सपर्ट टीना चौधरी आपको वजाइना के लिए हेल्दी डाइट के फायदों के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

वजाइना के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी डाइट

वजाइना एक अद्भुत सेल्‍फ-क्‍लीनिंग और नाजुक इकोसिस्‍टम है, जो हेल्‍दी रहने के लिए बैलेंस आंतरिक वातावरण पर निर्भर करती है। जबकि साफ-सफाई की आदतें, हार्मोनल संतुलन और जीवनशैली सभी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन डाइट का वजाइना के स्वास्थ्य पर काफी गहरा असर होता है, हालांकि ज्यादातर महिलाएं इस बात को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं।

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ठीक वैसे ही जैसे आपकी त्वचा और बाल इस बात का आईना हैं कि आप क्या खाते हैं, आपकी वजाइना का स्वास्थ्य भी सीधे तौर पर पोषण से जुड़ा हुआ है। बैलेंस डाइट आपकी वजाइना को अंदर से मजबूत बनाती है और कई तरह की आम समस्याओं जैसे यीस्ट इन्फेक्शन, बैक्टीरियल वेजिनोसिस और ड्राईनेस से बचाने में मदद करती है।

इस बात को समझना बेहद जरूरी है कि आपकी डाइट न सिर्फ शारीरिक एनर्जी देती है, बल्कि इसका असर वजाइनल फ्लोरा पर भी पड़ता है, जो पीएच लेवल को बनाए रखने और हानिकारक बैक्टीरिया को दूर रखने के लिए जरूरी है। इसलिए, वजाइनल स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए डाइट में कुछ खास बदलाव करना जरूरी है।

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वजाइना के स्वास्थ्य के लिए हेल्‍दी डाइट कैसे मदद करती है?

वजाइना के स्वास्थ्य के लिए संतुलित और पौष्टिक डाइट सिर्फ सहायक कारक नहीं, बल्कि आधारभूत स्तंभ है।

पीएच संतुलन बनाए रखना

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यह सबसे जरूरी पहलुओं में से एक है। विशेष रूप से, प्रोबायोटिक फूड्स जैसे दही, छाछ और फर्मेंटेड सब्जियां वजाइना में फायदेमंद बैक्टीरिया लैक्टोबैसिली की ग्रोथ को बढ़ाते हैं, जो लैक्टिक एसिड का प्रोडक्‍शन करके अम्लीय पीएच को बनाए रखते हैं। इससे यीस्ट इन्फेक्शन जैसे कैंडिडिआसिस और बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे आम और परेशान करने वाले इन्फेक्शन्स को रोकने में मदद मिलती है।

नेचुरल लुब्रिकेशन को बढ़ावा

हेल्दी डाइट शरीर में नमी के लेवल को बनाए रखती है, जिसका सीधा असर वजाइना के नेचुरल लुब्रिकेशन पर पड़ता है। पर्याप्त हाइड्रेशन और हेल्दी डाइट से भरपूर डाइट, जैसे कि एवोकाडो, नट्स, सीड्स और फिश में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड से न सिर्फ वजाइना में ड्राईनेस और असुविधा कम होती है, बल्कि यह नेचुरल लुब्रिकेशन वजाइना के टिश्‍यु को लचीला बनाए रखता है।

इम्‍यूनिटी होती है मजबूत

अच्‍छी डाइट से इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होता है। विटामिन-सी, जिंक, विटामिन-डी और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व इम्यून सेल्‍स को मजबूत करते हैं और अच्‍छी तरह से काम करने में मदद करते हैं। एक मजबूत इम्‍यूनिटी शरीर को इंफेक्‍शन से लड़ने में मदद करती है, जिससे वजाइनल इंफेक्‍शन का खतरा भी कम होता है।

हार्मोनल संतुलन होता है बेहतर

डाइट का हार्मोनल स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है। कुछ पोषक तत्व, जैसे कि विटामिन-बी, मैग्नीशियम और फाइबर, हार्मोन के सही बैलेंस और मेटाबॉलिज्‍म को दुरुस्‍त रखते हैं। यह विशेष रूप से पीरियड, प्रेग्‍नेंसी और मेनोपॉज जैसे जरूरी स्‍टेज के दौरान हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखता है, जिससे वजाइना में होने वाले बदलावों को कंट्रोल किया जा सकता है। हार्मोनल बैलेंस का वजाइना के टिश्‍युओं के स्वास्थ्य, पीएच लेवल और लुब्रिकेशन पर सीधे असर होता है।

पेल्विक एरिया के ब्‍लड फ्लो में सुधार

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कुछ पोषक तत्व, जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड और नाइट्रेट पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को सही करते हैं। इससे वजाइना के टिश्‍युओं को ज्‍यादा ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं। यह संवेदनशीलता को बढ़ाता है और टिश्‍यु के रिपेयर और ट्रीटमेंट को बढ़ावा देता है, जिससे वजाइना का स्वास्थ्य बेहतर होता है।

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यह ध्यान रखना जरूरी है कि अनहेल्‍दी डाइट, खासकर जिसमें चीनी, प्रोसेस्ड फूड और अल्‍कोहल ज्‍यादा हो, वजाइना के माइक्रोबायोम को बाधित कर सकता है और इंफेक्‍शन, बदबू और ड्राईनेस के खतरे को बढ़ा सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप अपने शरीर के साथ वजाइना के स्वास्थ्य को सही पोषक तत्‍व दें।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock & Freepik

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