महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में यूट्रस एक जरूरी अंग है। आजकल यूट्रस से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ रही हैं और फाइब्रॉएड उन्हीं में से एक है। अक्सर महिलाओं में इसे लेकर यह गलत धारणा होती है कि यह कैंसर का रूप ले सकता है। लेकिन, यह बात बिल्कुल सच नहीं है। फाइब्रॉएड यूट्रस में होने वाली गैर कैंसरस गांठें होती हैं। इनका साइज बहुत छोटा (बीज जितना) भी हो सकता है और बहुत बड़ा (अंगूर या तरबूज जितना) भी। यह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, बल्कि कई बार यह बिना किसी संकेत के भी महिला के रिप्रोडक्टिव सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। यदि फाइब्रॉएड का उपचार न किया जाए तो क्या होगा? इस बारे में आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर चंचल शर्मा बता रही हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, ''फाइब्रॉएड की समस्या होने पर एक महिला को पता ही नहीं चलता है कि उनके यूट्रस में फाइब्रॉएड हैं, जब तक कि वह किसी और कारण से अल्ट्रासाउंड न करवाए। हालांकि, कुछ मामलों में यह गंभीर रूप ले सकता है और ब्लीडिंग, दर्द या अन्य रिप्रोडक्टिव से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। यही कारण है कि इस साइलेंट कंडीशन के बारे में जागरूक होना बेहद जरूरी है। फाइब्रॉएड के लक्षण भले ही हमेशा दिखाई न दें, लेकिन यह महिला के रिप्रोडक्टिव हेल्थ को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है। समय रहते इसकी जानकारी और सही मेडिकल सलाह से समस्याओं से बचा जा सकता है।''
फाइब्रॉएड क्या है?
यूट्रस के बाहर, उसकी परतों पर या यूट्रस के अंदर किसी भी हिस्से में असामान्य सी गांठों की वृद्धि होना, फाइब्रॉएड कहलाता है। सामान्यतः फाइब्रॉएड के कोई लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन कुछ समान्य लक्षण हैं, जिस पर आप ध्यान दे सकते हैं।
- पीरियड्स का नॉर्मल से ज्यादा दिनों तक रहना
- पेल्विक एरिया में हैवीनेस महसूस होना
- पीठ दर्द
- पैरों में दर्द होना
फाइब्रॉएड का उपचार न किया जाए तो क्या हो सकता है?
डॉ चंचल शर्मा बताती हैं कि फाइब्रॉएड का ट्रीटमेंट समय से करना जरूरी है, क्योंकि लंबे समय तक बने रहने पर यह कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं-
- फाइब्रॉएड होने पर आपके पीरियड्स काफी लंबे समय तक चल सकते हैं। ऐसे समय में ब्लीडिंग ज्यादा होगी और इससे आपको एनीमिया भी हो सकता है।
- फाइब्रॉएड के कारण प्रेग्नेंसी में कई तरह की समस्याओं सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण आपका मिसकैरेज या निर्धारित समय से पहले डिलीवरी हो सकती है। कई बार फाइब्रॉएड के कारण नॉर्मल डिलीवरी की संभावनाएं भी समाप्त हो जाती हैं।
- फाइब्रॉएड के कारण आपके पेट या पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है, जो बिना ट्रीटमेंट के काफी बढ़ भी सकता है।
- फाइब्रॉएड का ट्रीटमेंट लंबे समय तक ना होने पर आपका यूट्रस प्रभावित हो सकता है और अंततः सर्जरी करवाने की जरूरत हो सकती है।
डॉक्टर चंचल शर्मा के अनुसार फाइब्रॉएड का ट्रीटमेंट कराना जरूरी है, क्योंकि लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर यह इनफर्टिलिटी का कारण बन सकता है।
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