महिला हो या पुरुष आजकल सभी की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। महिलाएं भी भी घर और बाहर की जिम्मेदारियों को समान रूप से निभा रही हैं। ऐसे में, प्रेग्नेंसी टालने के लिए वह बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करती हैं। पिल्स लेने से आपके शरीर पर क्या असर होता है और यह कैसे काम करती है, इस बारे में जानना हर महिला के लिए जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे कि बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने के 1 दिन में अंदर महिला के शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं।
आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चंचल शर्मा के अनुसार, ''ओव्यूलेशन एक नेचुरल प्रोसेस है, जो किसी भी हेल्दी महिला को हर महीने होता है। इसे रोकने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करने से शरीर में हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे त्रिदोषो का बैलेंस भी अनियंत्रित हो जाता है। यह असंतुलन सिर्फ हार्मोनल लेवल पर ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर असर डालता है।''
बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने महिला के शरीर में क्या होता है?
- बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने के बाद शरीर में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल नॉर्मल से ज्यादा हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप ओव्यूलेशन नहीं होता है। जब ओव्यूलेशन ही नहीं होता है, तब असुरक्षित सेक्शुअल रिलेशन के बाद भी फर्टिलाइजेशन नहीं होगा और महिला गर्भधारण नहीं कर पाएगी।

- बर्थ पिल लेने के बाद महिला के शरीर में अंडोत्सर्ग के लिए जिम्मेदार हार्मोन जैसे कि FSH और LH का लेवल कम हो जाता है। ये दोनों हार्मोन ओवरीज को एग्स विकसित करने और छोड़ने के लिए संकेत देते हैं। इनके लेवल में कमी सीधे तौर पर अंडे की ग्रोथ और रिलीज को रोक देती है।
- बर्थ पिल्स का असर यूट्रस की आंतरिक परत एंडोमेट्रियम पर पड़ता है। इन पिल्स के प्रभाव में यह परत सामान्य से ज्यादा पतली हो जाती है। इससे अगर फर्टिलाइजेशन हो भी जाए तो यूट्रस की कंडीशन ऐसी नहीं होती है कि वहां भ्रूण विकसित हो सके। यह भी प्रेग्नेंसी रोकने का जरूरी तरीका है।
- बर्थ पिल्स लेने के बाद महिला के यूट्रस के मार्ग पर बनने वाला सर्वाइकल म्यूकस मोटा और चिपचिपा हो जाता है। यह बदलाव स्पर्म के लिए एग्स तक पहुंचना बेहद मुश्किल बना देता है। गाढ़ा म्यूकस बाधा के रूप में काम करता है, जो स्पर्म की स्पीड को धीमा कर देता है और एग्स तक पहुंचने से रोकता है, जिससे महिलां गर्भधारण नहीं कर पाती हैं।

- बर्थ पिल खाने से महिला के डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर होता है, जिससे 1 दिन के अंदर उन्हें मतली आनी शुरू हो जाती है। इसके बाद, पेट में दर्द भी हो सकता है। इसके अलावा, हार्मोनल बदलाव से भूख में बढ़ जाती है और सिरदर्द भी होता है, जो पहले दिन ही शुरू हो सकता है।
- हालांकि, बर्थ कंट्रोल पिल्स पावरफुल मेडिसिन है, जो शरीर के नेचुरल हार्मोनल प्रोसेस को रोक सकती है। लेकिन, इसे खाने से पहले इसके प्रभाव और साइड इफेक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी होना बेहद जरूरी है।
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Image Credit: Shutterstock
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