चाहती हों पीसफुल लाइफ तो, फेसबुक को बोल दें बाय-बाय

अगर दिन-रात फेसबुक पर रहती हैं बिजी तो, छोड़ दें अपनी यह आदत। इससे आपका स्‍ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल कम हो जाता है। यह बात एक नई रिसर्च से सामने आई है। 

stress free article

आजकल की लाइफस्‍टाइल के चलते स्‍ट्रेस इतना बढ़ गया हैं कि हर दूसरा व्‍यक्ति स्‍ट्रेस भरी लाइफ जी रहा हैं। अगर आप बहुत ज्‍यादा स्‍ट्रेस रहती हैं तो आज से ही फेसबुक करना छोड़ दें। यह हम नहीं कह रहे बल्कि एक नई रिसर्च से यह बात सामने आई है। जी हां ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक समूह ने पाया है कि फेसबुक को छोड़ने से उपयोगकर्ता के स्‍ट्रेस को कम किया जा सकता है।

खोज के दिनों में कैंब्रिज एनालिटिका घोटाले के बाद खुल के सामने आया है। 2016 के संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान लाखों फेसबुक उपयोगकर्ताओं के डेटा का इस्तेमाल मतदाताओं की पसंद को प्रभावित करने के लिए किया गया था। रिसर्च - प्रोफेसर एरिक वानमन के नेतृत्व में, जो यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी में एक वरिष्ठ व्याख्याता हैं - बताते हैं कि अगर आप फेसबुक एक्टिविटी से बचते हैं, तो तनाव हार्मोन कोर्टिसोल कम हो जाता है।

क्‍या कहती है रिसर्च

सोशल नेटवर्किंग विशालकाय ऐप के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए प्रोफेसर वानमान और उनकी टीम ने दो समूहों का गठन किया, जिसमें कुल 138 अध्ययन सहभागी थे। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के लार के नमूने के लिए एक समूह को पांच दिनों के लिए फेसबुक की गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा और दूसरे को ऐप का उपयोग जारी रखने के लिए कहा। पांच दिनों के बाद, उनके नमूनों को फिर से लिया गया।
face book social media stress inside

तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल कम हो गया

जर्नल ऑफ सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित परिणामों के मुताबिक, कोर्टिसोल का लेवल इस समूह के सदस्यों में कम पाया गया, जिसे फेसबुक ऐप का इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा गया था। मेडिकल न्यूज टुडे ने प्रोफेसर वानमैन के हवाले से कहा, "सिर्फ 5 दिन तक फेसबुक से ब्रेक लेने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के लेवल को कम कर दिया गया।"

कोर्टिसोल के बढ़ने से बॉडी पर असर

बहुत ज्‍यादा कोर्टिसोल, स्‍ट्रेस में रहने वाले व्‍यक्ति पर प्रेशर डालने के लिए जाना जाता है, यह इम्‍यूनिटी को प्रभावित करता है, मैमोरी में कमी लाता है और हमें मोटापे की ओर ले जाता है।

उनके अध्ययन ने यह भी सुझाव दिया कि फेसबुक से दूर रहना भी आपको दुखी कर सकता है - कम से कम शुरुआत में तो ऐसा होता ही है। "हमारे अध्ययन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में फेसबुक को छोड़कर साइकोलॉजिकल स्‍ट्रेस में सुधार दिखाया था, लेकिन प्रोफेशर वानमैन ने कहा," उन्होंने कल्याण की निचली भावनाओं को भी बताया।" इसके अलावा, शोधकर्ताओं के अनुसार, सभी सोशल नेटवर्क पर लागू हो सकते हैं।

इसलिए अगर आप व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि से जुड़े हैं तो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से दूर रहना आपके स्‍ट्रेस के लेवल को कम कर सकता है।

Recommended Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP