हेल्दी रहने के लिए अक्सर तरह-तरह की फल व सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। अमूमन लोग अपने टेस्ट बड को ध्यान में रखते हुए इन फल व सब्जियों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि हर फल व सब्जी का नेचुरल कलर भी काफी कुछ बताता है। इतना ही नहीं, आप उस फूछ आइटम के कलर को देखकर उसकी खासियत के बारे में जान सकते हैं।
अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक हेल्दी रहना है, तो उसे रेनबो डाइट को फॉलो करना चाहिए। जिस तरह रेनबो में सात कलर होते हैं, ठीक उसी तरह एक दिन में सात विभिन्न तरह के कलर के फल व सब्जियों को डाइट में एड करके आप खुद को स्वस्थ बनाए रख सकती हैं। इससे आपकी डाइट में विटामिन, मिनरल्स, एंटी-ऑक्सीडेंट व फाइटोकेमिकल्स एड होते हैं। यह आपकी बॉडी में पावर हाउस की तरह काम करते हैं, जिससे आपकी बॉडी को पावर मिलती है और आप कम बीमार पड़ते हैं। इतना ही नहीं, बीमार पड़ने पर भी आपको दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ती है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको विभिन्न तरह के फूड के नेचुरल कलर के आधार पर उसकी खासितयों के बारे में बता रही हैं-
अगर लाल कलर की फल व सब्जियों जैसे वाटरमेलन, टमाटर, अनार, चेरी, चुकंदर आदि की बात हो तो यह डायबिटीज में सुधार करने में मदद करती हैं। साथ ही साथ, इन फूड्स को बेहतर हार्ट हेल्थ के लिए जाना जाता है। वे एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन से भरे होते हैं, जो आपकी स्किन की क्वालिटी को इंप्रूव करते हैं। साथ ही लाल कलर की फल व सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स पाया जाता है। इनमें कैंसर से लड़ने वाले गुण होता है।
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वहीं अगर येलो व ऑरेंज कलर की सब्जियों व फल की बात की जाए तो यह आपकेइम्यूनफंक्शन को इंप्रूव करता है और आई हेल्थ के लिए भी अच्छा माना जाता है। येलो व ऑरेंज कलर के फल व सब्जियों में विटामिन और कैरोटनाइड पाया जाता है। साथ ही इनमें बीटा-कैरोटीन भी होता है, जो बॉडी में विटामिन ए में कन्वर्ट हो जाता है। जिसके कारण यह आंखों को लाभ पहुंचाता है। आप कॉर्न, पाइनएप्पल, केला, ऑरेंज, नींबू आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
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वहीं अगर हरे रंग के फल व सब्जियों की बात हो तो यह इम्यूनसिस्टमके लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। यह बॉडी को डिटॉक्सिफाई करते हैं और लिवर को क्लीन करने में मदद करते हैं। ग्रीन कलर की सब्जियां ब्लड और बोन्स के लिए बेहद ही जरूरी होती हैं। इतना ही नहीं, इसमें फोलेट भी काफी अच्छी मात्रा में होता है, जो गर्भवती महिलाओं व कंसीव करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को लाभ पहुंचाता है। इसके अलावा हरी सब्जियां बाउल सिस्टम से लेकर इनसोमनिया जैसी समस्याओं को मैनेज करने में मददगार है। इसके लिए आप अपनी डाइट में ब्रोकली, पालक, साग, केल आदि को जगह दे सकती हैं।
पर्पल या ब्लू कलर की सब्जियों व फल को भी डाइट में अवश्य शामिल किया जाना चाहिए। यह कैंसर के रिस्क को कम करता है। हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है। बॉडी में सूजन को कम करता है और स्किन की अपीयरेंस को बेहतर बनाता है। इन बेनिफिट्स को पाने के लिए आप ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, पर्पल कैबेज, प्रून्स, अंजीर आदि को अपनी डाइट में जगह दे सकती हैं।
सफेद कलर की फल व सब्जियां कैंसर के रिस्क को कम करता है। इतना ही नहीं, यह बोन हेल्थ व हार्ट हेल्थ के लिए भी काफी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा यह इम्यूनसिस्टम को बूस्टकरने के साथ-साथ रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। व्हाइट कलर को डाइट में शामिल करने के लिए आप मशरूम, फूलगोभी, लहसुन, मूली, सफेद बीन्स आदि को अवश्य खाएं।
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तो अब जब भी आप मार्केट जाएंगी, तो फूड के नेचुरल कलर को देखकर ही उसकी खूबियों को पता लगा पाना आपके लिए काफी आसान होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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