
हर इंसान का डीएनए अलग होता है। इससे किसी की शारीरिक बनावट, परिवार से जुड़ी जानकारी, बीमारियों की संभावना और कई बार अपराध जांच तक के बारे में पता चल पाता है। अगर आपको भी लगता है कि डीएनए टेस्ट के लिए सिर्फ ब्लड सैंपल लिया जाता है तो ऐसा नहीं है। हम आपको बताएंगे कि शरीर के किन-किन हिस्सों से डीएनए सैंपल लिया जाता है।
डीएनए यानी डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) हमारे शरीर की पहचान बताता है। हर इंसान का डीएनए अलग होता है। इससे किसी की शारीरिक बनावट, परिवार से जुड़ी जानकारी, बीमारियों की संभावना और कई बार अपराध जांच तक के बारे में पता चल पाता है। आमतौर पर लोगों को लगता है कि डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल सिर्फ खून का ही लिया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है।
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डॉ. उमा रानी (डायरेक्टर, पैथालॉजी, एशियन हॉस्पिटल, फरीदाबाद) ने बताया कि डीएनए टेस्ट के लिए सिर्फ ब्लड ही नहीं, बल्कि शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लिया जा सकता है। उनका कहना है कि हमारे शरीर की ज्यादातर सेल्स में डीएनए होता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
डीएनए टेस्ट के लिए सबसे कॉमन और भरोसेमंद सैंपल यानी ब्लड को ही माना जाता है। खून की White Blood Cells में डीएनए मिलता है। टेस्ट के लिए हाथ की नस से थोड़ा सा खून लिया जाता है। ये सैंपल फॉरेंसिक टेस्ट, paternity test और जेनेटिक बीमारियों की जांच में इस्तेमाल होता है।
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मुंह के अंदर गाल की लेयर को रुई जैसी स्वैब से रगड़कर सेल्स ली जाती हैं। ये बहुत ही आसान, बिना दर्द वाला और सेफ तरीका है। पुलिस जांच और अस्पतालों में ये तरीका सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
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बाल की जड़ यानी रूट वाले हिस्से में भी सेल्स होती हैं, जिनसे डीएनए सैंपल लिया जा सकता है। सिर्फ बाल का डंठल काफी नहीं होता, जड़ का होना जरूरी है। फॉरेंसिक जांच में क्राइम सीन पर मिले बाल बहुत काम आते हैं।
स्किन की डेड सेल्स और नाखूनों में भी डीएनए मौजूद रहता है। कई बार पुराने डेड बॉडीज या जले हुए शरीर के मामलों में इन्हीं से डीएनए निकाला जाता है।
अगर शरीर बहुत समय पुराना हो या खराब हालत में हो, तो डीएनए हड्डियों या दांतों से भी लिया जाता है। ये तरीका Disaster, हादसे और अपराध की पहचान में इस्तेमाल किया जाता है।
ये सैंपल फॉरेंसिक टेस्ट में बहुत जरूरी होता है, खासकर जब यौन अपराधों की जांच की जा रही हो।
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डॉ. उमा रानी का कहना है कि DNA शरीर की एक ऐसी पहचान है जो कभी गलत नहीं होती है। चाहे सैंपल खून से लिया जाए या बाल की जड़ से, डीएनए हर इंसान में एक जैसा और भरोसेमंद होता है। डीएनए सैंपल अब सिर्फ अपराध जांच में ही नहीं, बल्कि मेडिकल रिसर्च, जेनेटिक बीमारियों की पहचान, ऑर्गन ट्रांसप्लांट मैचिंग और पितृत्व जांच में भी बहुत इस्तेमाल किया जा रहा है।
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