पीरियड्स शुरू होने से पहले महिलाओं के शरीर और मन में कई तरह के बदलाव आते हैं। यह एक ऐसा विषय है, जिस पर अक्सर खुलकर बात नहीं की जाती, जबकि लगभग हर महिला इसे महसूस करती है। इन बदलावों को 'प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम' (PMS) के लक्षण भी कहते हैं।
PMS के लक्षण शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के हो सकते हैं, जैसे थकान, मूड स्विंग्स, सिरदर्द, ब्लोटिंग या ब्रेस्ट में भारीपन। यह अनुभव हर महिला के लिए अलग-अलग होता है, कुछ महिलाओं को हल्की तकलीफ होती है, तो कुछ ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
एक्सपर्ट का मानना है कि यह नॉर्मल प्रोसेस है, लेकिन इसे समझना और पहचानना बेहद जरूरी है, ताकि समय पर राहत पाने के तरीके अपनाए जा सकें। यहां हम आपको ऐसे कुछ नॉर्मल लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें पीरियड्स से ठीक पहले महसूस किया जा सकता है। इनकी जानकारी हमें होलिस्टिक न्यूट्रिशनिस्ट एक्सपर्ट अंजली ने दी है।
पीरियड्स आने से कुछ दिन पहले आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है, जिससे शरीर ज्यादा कैलोरी बर्न करने लगता है। यही कारण है कि आपको ज्यादा भूख लग सकती है। यह सिर्फ मानसिक बदलाव नहीं है, बल्कि बॉयोलॉजिकल प्रोसेस है। इसलिए, अगर आपको इस दौरान खाने की तलब ज्यादा महसूस हो, तो घबराएं नहीं।
पीरियड्स से पहले प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल बढ़ने और शरीर में लिक्विड रुकने से आपको सूजन या ब्लोटिंग महसूस होती है। आपको लग सकता है कि आपके कपड़े टाइट हो रहे हैं। यह कोई फैट नहीं है, बल्कि सिर्फ शरीर में पानी का जमाव है, जो पीरियड्स शुरू होते ही कम हो जाता है।
पीरियड्स से ठीक पहले होने वाले हार्मोनल बदलाव का असर ब्रेन पर भी पड़ता है, जिससे स्लिप पैटर्न बदलने लगता है। इससे आपको इमोशनल या कभी-कभी डरावने सपने आ सकते हैं। यह आपके ब्रेन में हो रहे हार्मोनल उतार-चढ़ाव का नॉर्मल रिजल्ट है।
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एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल में गिरावट के कारण जोड़ों में मौजूद कोलेजन और लुब्रिकेशन पर असर होता है। इससे आपको अपने जोड़ों में अकड़न, दर्द या स्ट्रेच महसूस हो सकता है। यह दर्द अक्सर पीरियड्स के साथ ही ठीक हो जाता है।
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जब शरीर में प्रोजेस्टेरोन का लेवल बढ़ता है, तब ब्रेन के दोनों गोलार्द्धों के बीच का सर्कुलेशन धीमा हो जाता है। इसी वजह से आप ज्यादा इमोशनल और कम फोक्सड महसूस करती हैं। यह कोई कमी नहीं है, बल्कि आपके शरीर का नॉर्मल प्रोसेस है, जो आपको अंदरूनी तौर पर शांत होने के लिए इंस्पायर करता है।
ये सभी बदलाव बताते हैं कि पीरियड्स से पहले शरीर जटिल प्रक्रिया से गुजर रहा होता है। इन लक्षणों को समझकर आप अपने शरीर का बेहतर ध्यान रख सकती हैं। अगर ये लक्षण बहुत ज्यादा परेशान करने वाले हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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