यह तो हम सभी जानते हैं कि खुद को फिट व एक्टिव रखने के लिए एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है। यह सिर्फ आपके वजन को ही मेंटेन करने में मदद नहीं करती, बल्कि इससे बॉडी का स्टेमिना व मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट अप होता है। हालांकि, जब बात महिलाओं की एक्सरसाइज की होती है, तो अमूमन महिलाएं कुछ खास तरह की एक्सरसाइज जैसे कार्डियो आदि करना ही पसंद करती हैं। भले ही फिटनेस सेंटर या जिम जाकर एक्सरसाइज करती हैं, लेकिन फिर भी वेट लिफ्टिंग करने से बचती हैं।
महिलाओं के मन में यह धारणा रहती है कि वेट लिफ्टिंग केवल पुरूषों के लिए ही उचित है या फिर अगर वह वेट लिफ्टिंग करेंगी तो उनकी बॉडी काफी हद तक पुरूषों की तरह रफ एंड टफ नजर आएगी। हो सकता है कि आपके मन में भी वेट लिफ्टिंग को लेकर कई तरह के विचार या भ्रम हों। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको वेट लिफ्टिंग से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
मिथक 1- महिलाओं के लिए वेट लिफ्टिंग खतरनाक है
सच्चाई- कुछ महिलाएं यह सोचकर वेट लिफ्टिंग नहीं करती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनके लिए नहीं है। दरअसल, वेट लिफ्टिंग को पुरूषों के गेम के रूप में देखा जाता है। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। महिलाएं भी वेट लिफ्टिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। जहां तक बात महिलाओं के चोटिल होने की है, तो यह अक्सर तब होता है, जब कोई भी व्यक्ति इसे बिना एक्सपर्ट के या फिर खुद से ही गलत तरीके से परफॉर्म करता है। यह स्थिति सिर्फ महिलाओं के साथ ही नहीं, पुरूषों के साथ भी हो सकती है।
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मिथक 2- वेट लिफ्टिंग से मिलती है मस्कुलर बॉडी
सच्चाई- यह एक कॉमन मिथ है, जिस पर महिलाएं भरोसा करती हैं। उन्हें लगता है कि वेट लिफ्टिंग करने से मसल्स गेन होगा, जिससे उनकी बॉडी बल्की और मस्कुलर नजर आएगी। हालांकि, यह सच है, कि यदि आप लंबे समय तक पर्याप्त वजन उठाती हैं, तो इससे मसल्स गेन होगा। लेकिन यह रातों-रात नहीं होने वाला है। अगर आपने किसी एथलीट को देखकर यह धारणा बना ली है तो हम आपको बता दें कि मांसपेशियों के निर्माण में वसा जलने की तुलना में काफी अधिक समय लगता है और इसमें आपको कई महीनों से लेकर साल तक लग सकते हैं। यदि आप सप्ताह में दो से तीन बार वेट लिफ्टिंग कर रही हैं, तो आपके मसल्स में वृद्धि ध्यान देने योग्य नहीं होगी। इसलिए आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
मिथक 3- वेट लिफ्टिंग से कम नहीं होता महिलाओं का वजन
सच्चाई- यह एक आम गलत धारणा है कि कार्डियो फैट बर्न करने का सबसे अच्छा तरीका है या फिर वेट लिफ्टिंग कैलोरी बर्न करने के लिए उतना बेहतर ऑप्शन नहीं है। जबकि यह सच नहीं है। कार्डियो और वेट लिफ्टिंग दोनों ही शरीर पर अलग तरह से काम करते हैं। जैसे ही आप कार्डियो करना बंद कर देते हैं, आप कैलोरी बर्न करना बंद कर देते हैं। लेकिन जब आप वजन उठाते हैं और फिर एक बार जब आप रुक जाते हैं, तो आपका शरीर ठीक होने लगता है, और लंबे समय तक कैलोरी बर्न करता रहता है। ऐसे में वेट लिफ्टिंग का अभ्यास करने से भी आपको फायदा ही होने वाला है।
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मिथक 4- वेट लिफ्टिंग करते हुए अधिक प्रोटीन लेना है आवश्यक
सच्चाई- प्रोटीन हर किसी की डाइट का एक महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट्स है। भले ही आप वेट लिफ्टिंग कर रही हों या ना कर रही हों, लेकिन प्रोटीन की मात्रा पर पर्याप्त ध्यान देना आवश्यक है। यह वजन घटाने और मसल्स बिल्डअप के लिए आवश्यक है। लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आपको वेट लिफ्टिंग के दौरान प्रोटीन पर लोड करने की आवश्यकता है। बस एक संतुलित आहार लें और अपनी प्लेट में प्रोटीन, वसा, कार्ब्स और फाइबर जैसे सभी प्रकार के पोषक तत्वों आदि को शामिल करें (हाई प्रोटीन डाइट पर ना करें ये गलतियां)।
तो अब अपने मन से वेट लिफ्टिंग से जुड़े मिथ्स को दूर करें और सही तरह से व्यायाम करने से कतराएं नहीं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
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