जिम में जब हम वर्कआउट करते हैं तो अपनी बॉडी के हर हिस्से पर फोकस करते हैं। जब अपर बॉडी मूवमेंट की बात हो तो मजबूत बांहें बहुत अधिक मायने रखती हैं। यही कारण है कि हम बाइसेप्स के साथ-साथ ट्राइसेप्स वर्कआउट भी जरूर करते हैं। ट्राइसेप्स एक सिंगल मसल है जिसमें तीन अलग-अलग हेड्स होते हैं- लॉन्ग हेड, लेटरल हेड और मीडियल हेड। ये सभी हेड्स ट्राइसेप्स वर्कआउट के दौरान कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। अमूमन हम जिम में ऐसी कई एक्सरसाइज करते हैं, जिनमें ट्राइसेप्स मसल्स ट्रेन होती हैं। इसके अलावा, अलग से ट्राइसेप्स के लिए भी वर्कआउट किया जाता है।
हालांकि, कुछ लोगों की यह शिकायत होती है कि लंबे समय से ट्राइसेप्स वर्कआउट करने के बाद भी उनकी मसल्स की ग्रोथ नहीं हो रही है या फिर उन्हें ट्राइसेप्स वर्कआउट करने से वह बेनिफिट नहीं मिल रहा है, जो उन्होंने सोचा था। ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ छोटे-छोटे टिप्स को अपनाएं। इन टिप्स की मदद से आप अपने ट्राइसेप्स वर्कआउट से मैक्सिमम बेनिफिट पा सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
फॉर्म पर दें ध्यान
जब आप ट्राइसेप्स वर्कआउट कर रहे हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आप फॉर्म पर पूरा ध्यान दें। इससे ना केवल आप ट्राइसेप्स मसल्स को सही तरह से टारगेट कर पाते हैं, बल्कि इससे किसी भी तरह की इंजरी होने का जोखिम काफी कम हो जाता है। हमेशा ट्राइसेप्स वर्कआउट करते हुए अपनी कोहनियों को अपने शरीर के पास रखें और हर रिपीटेशन में अपनी बाहों को पूरी तरह फैलाएं।
करें अलग-अलग वर्कआउट
जब आप ट्राइसेप्स वर्कआउट कर रहे हैं तो आपको यह अवश्य सुनिश्चित करना चाहिए कि आप ट्राइसेप्स की अलग-अलग एक्सरसाइज को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। इससे आपको मसल्स के तीनों हेड्स का टारगेट करने में मदद मिलती है और आपको अधिक बेहतर रिजल्ट मिलते हैं। आप अपने वर्कआउट में ट्राइसेप्स डिप्स से लेकर ओवरहेड ट्राइसेप्स एक्सटेंशन, ट्राइसेप्स पुशडाउन और क्लोज-ग्रिप बेंच प्रेस जैसी कई एक्सरसाइज को शामिल कर सकते हैं।
मूवमेंट पर करें फोकस
अमूमन यह देखा जाता है कि जिम में वर्कआउट करते हुए लोग अपनी क्षमता से अधिक वजन उठाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में उनका खुद के मूवमेंट पर कोई कण्ट्रोल नहीं होता। वे अक्सर डम्बल उठाते समय बहुत जोर से झटका देते हैं। ऐसे में ना केवल चोट लगने का खतरा रहता है, बल्कि इससे आपकी टारगेट मसल्स पर वह इफेक्ट भी नहीं आता। इसलिए, आप वजन भले ही कम उठाएं, लेकिन अपनी मसल्स को बेहतर तरीके से टारगेट करने के लिए मूवमेंट को कण्ट्रोल रखें। अगर आपकी फॉर्म व मूवमेंट सही होगा तो आप कम वजन से भी मसल्स ग्रोथ कर सकते हैं।
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बनाएं मसल्स माइंड कनेक्शन
अगर आप ट्राइसेप्स एक्सरसाइज करते हुए या फिर किसी भी वर्कआउट को करते हुए मसल्स माइंड कनेक्शन बनाने में सफल हो पाते हैं तो इससे आपको अधिक बेहतर रिजल्ट मिलता है। इस दौरान आप ट्राइसेप्स की उस मसल पर जोर महसूस करते हैं और इस तरह आपका वर्कआउट भी बेहतर होता है। मसल माइंड कनेक्शन को बढ़ाने के लिए हर रिपीटेशन के दौरान उस मसल्स के काम करने की कल्पना करें।
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