एक मां के रूप में, आप हमेशा अपने बच्चे के लिए सबसे बेस्ट ही चाहती हैं, चाहे बात कपड़ों की हो या खिलौनों की या फिर उनके उज्जवल भविष्य की। खासतौर से, आज के कॉम्पिटिटिव युग में एक बच्चा तभी अपनी राह बना सकता है, जब उसका माइंड भी उतना ही शार्प हो। अमूमन मां बच्चे के माइंड को शार्प बनाने के लिए उन्हें तरह-तरह की क्लासेज ज्वाइन करवाती हैं या उनके आहार पर ध्यान देती हैं, लेकिन सिर्फ इतना करने से ही आप बच्चे के माइंड को अधिक एक्टिव व शार्प नहीं बना सकतीं। अगर आप खुद भी बच्चे को इंटेलिजेंट बनाने के लिए कुछ करना चाहती हैं तो उन्हें कुछ ब्रेन एक्सरसाइज करवाएं। इससे उनका दिमाग काफी तेज चलने लगेगा। इन ब्रेन एक्सरसाइज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बच्चे को मजा भी आता है और इसका रिजल्ट भी जल्दी मिलता है। मसलन, कुछ ही दिनों में बच्चे की परफार्मेंस सुधरने लगती है। तो चलिए जानते हैं बच्चे के ब्रेन को शार्प करने के कुछ आसान तरीकों के बारे में-
इसे भी पढ़ें:इन एप्स की मदद से आप बच्चो को सिखा सकती हैं बहुत कुछ
टेक्नोलॉजी का सहारा
आमतौर पर पैरेंट्स बच्चों के लिए टेक्नोलॉजी को बुरा मानते हैं और इसलिए उन्हें स्क्रीन से दूर रखने की कोशिश करते हैं। लेकिन अगर आप चाहें तो इसी टेक्नोलॉजी की मदद से बच्चों के माइंड को शार्प कर सकती हैं। दरअसल, आजकल ऐसे कई एप्स मौजूद हैं, जो बच्चों की दिमागी कसरत करते हैं। इन एप्स की मदद से आप बच्चों की केलकुलेशन से लेकर उनके शब्दकोश तक को मजबूत कर सकती हैं। अगर आप बच्चों को फोन या डिजिटल गेम्स से दूर रखना चाहती हैं तो घर पर ही उनके लिए कुछ ब्रेन गेम्स लेकर आएं और नियमित रूप से उनके साथ खेलें। गेम खेलने में उन्हें हर दिन एक नए चैलेंज को पूरा करने में मजा तो आएगा ही, साथ खेल-खेल में उनका दिमागी विकास भी होगा।
मेडिटेशन है कारगर
आपको शायद जानकर हैरानी हो, लेकिन मेडिटेशन की मदद से आप बच्चों की एकाग्रता व मेमोरी पावर को आसानी से बढ़ा सकती हैं। दरअसल, जो बच्चे नियमित रूप से मेडिटेशन करते हैं, उन्हें किसी भी चीज में ध्यान एकाग्र करने में परेशानी नहीं होती, जिसके कारण न सिर्फ उन्हें चीजें जल्दी समझ में आती हैं, बल्कि याद भी काफी जल्दी होती हैं। वैसे बच्चे की मेमोरी पावर को बढ़ाने के लिए आप बच्चों को मेडिटेशन के अतिरिक्त डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी जरूर करवाएं।
बॉडी को-ऑर्डिनेशन एक्सरसाइज
यह एक बेहद ही मजेदार एक्सरसाइज है और इसे करने में बच्चे को अपनी बॉडी व माइंड के बीच तालमेल बिठाना होता है। इसे करने में बच्चों को काफी मजा भी आता है। मसलन, अगर बच्चा राइट हैंडिंड है तो आप उसे अपने काम लेफ्ट हाथों से करने के लिए कहें। इसी तरह, बच्चे को एक साथ दोनों हाथों से सर्किल बनाने के लिए कहें, लेकिन उसका एक हाथ घड़ी की दिशा में घूमना चाहिए और दूसरा विपरीत दिशा में। इससे यकीनन उसे शुरू में परेशानी होगी, लेकिन धीरे-धीरे वह अपने शरीर और दिमाग में तालमेल बिठाना सीख जाएगा।
इसे भी पढ़ें:बच्चों को encourage करने में काम आएंगे यह छोटे-छोटे टिप्स
मेमोरी गेम
इस तरह के खेल भी बच्चे काफी इंटरस्ट से खेलते हैं। इसमें आप उन्हें कुछ फलों, सब्जियों के नाम बताएं और हर फल व सब्जी के नाम पर उन्हें कोई एक मूवमेंट बताएं। उसके बाद आप उस फल या सब्जी का नाम लें और आपके नाम लेते ही बच्चा वह मूवमेंट करेगा। इस तरह के मेमोरी गेम से बच्चों को चीजों को याद करने की क्षमता बढ़ती है।
एक मां के रूप में, आप हमेशा अपने बच्चे के लिए सबसे बेस्ट ही चाहती हैं, चाहे बात कपड़ों की हो या खिलौनों की या फिर उनके उज्जवल भविष्य की। खासतौर से, आज के कॉम्पिटिटिव युग में एक बच्चा तभी अपनी राह बना सकता है, जब उसका माइंड भी उतना ही शार्प हो। अमूमन मां बच्चे के माइंड को शार्प बनाने के लिए उन्हें तरह-तरह की क्लासेज ज्वाइन करवाती हैं या उनके आहार पर ध्यान देती हैं, लेकिन सिर्फ इतना करने से ही आप बच्चे के माइंड को अधिक एक्टिव व शार्प नहीं बना सकतीं। अगर आप खुद भी बच्चे को इंटेलिजेंट बनाने के लिए कुछ करना चाहती हैं तो उन्हें कुछ ब्रेन एक्सरसाइज करवाएं। इससे उनका दिमाग काफी तेज चलने लगेगा। इन ब्रेन एक्सरसाइज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बच्चे को मजा भी आता है और इसका रिजल्ट भी जल्दी मिलता है। मसलन, कुछ ही दिनों में बच्चे की परफार्मेंस सुधरने लगती है। तो चलिए जानते हैं बच्चे के ब्रेन को शार्प करने के कुछ आसान तरीकों के बारे में-
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टेक्नोलॉजी का सहारा
आमतौर पर पैरेंट्स बच्चों के लिए टेक्नोलॉजी को बुरा मानते हैं और इसलिए उन्हें स्क्रीन से दूर रखने की कोशिश करते हैं। लेकिन अगर आप चाहें तो इसी टेक्नोलॉजी की मदद से बच्चों के माइंड को शार्प कर सकती हैं। दरअसल, आजकल ऐसे कई एप्स मौजूद हैं, जो बच्चों की दिमागी कसरत करते हैं। इन एप्स की मदद से आप बच्चों की केलकुलेशन से लेकर उनके शब्दकोश तक को मजबूत कर सकती हैं। अगर आप बच्चों को फोन या डिजिटल गेम्स से दूर रखना चाहती हैं तो घर पर ही उनके लिए कुछ ब्रेन गेम्स लेकर आएं और नियमित रूप से उनके साथ खेलें। गेम खेलने में उन्हें हर दिन एक नए चैलेंज को पूरा करने में मजा तो आएगा ही, साथ खेल-खेल में उनका दिमागी विकास भी होगा।
मेडिटेशन है कारगर
आपको शायद जानकर हैरानी हो, लेकिन मेडिटेशन की मदद से आप बच्चों की एकाग्रता व मेमोरी पावर को आसानी से बढ़ा सकती हैं। दरअसल, जो बच्चे नियमित रूप से मेडिटेशन करते हैं, उन्हें किसी भी चीज में ध्यान एकाग्र करने में परेशानी नहीं होती, जिसके कारण न सिर्फ उन्हें चीजें जल्दी समझ में आती हैं, बल्कि याद भी काफी जल्दी होती हैं। वैसे बच्चे की मेमोरी पावर को बढ़ाने के लिए आप बच्चों को मेडिटेशन के अतिरिक्त डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी जरूर करवाएं।
बॉडी को-ऑर्डिनेशन एक्सरसाइज
यह एक बेहद ही मजेदार एक्सरसाइज है और इसे करने में बच्चे को अपनी बॉडी व माइंड के बीच तालमेल बिठाना होता है। इसे करने में बच्चों को काफी मजा भी आता है। मसलन, अगर बच्चा राइट हैंडिंड है तो आप उसे अपने काम लेफ्ट हाथों से करने के लिए कहें। इसी तरह, बच्चे को एक साथ दोनों हाथों से सर्किल बनाने के लिए कहें, लेकिन उसका एक हाथ घड़ी की दिशा में घूमना चाहिए और दूसरा विपरीत दिशा में। इससे यकीनन उसे शुरू में परेशानी होगी, लेकिन धीरे-धीरे वह अपने शरीर और दिमाग में तालमेल बिठाना सीख जाएगा।
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मेमोरी गेम
इस तरह के खेल भी बच्चे काफी इंटरस्ट से खेलते हैं। इसमें आप उन्हें कुछ फलों, सब्जियों के नाम बताएं और हर फल व सब्जी के नाम पर उन्हें कोई एक मूवमेंट बताएं। उसके बाद आप उस फल या सब्जी का नाम लें और आपके नाम लेते ही बच्चा वह मूवमेंट करेगा। इस तरह के मेमोरी गेम से बच्चों को चीजों को याद करने की क्षमता बढ़ती है।
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