महिलाएं घर और बाहर की जिम्मेदारियों में इतना उलझी रहती हैं कि शरीर के ऐसे अंगों की देखभाल करना भूल जाती हैं, जो हमारी संपूर्ण हेल्थ के लिए बेहद जरूरी हैं। आपकी योनि की हेल्थ भी इनमें से एक है, जो सिर्फ फिजिकल ही नहीं, बल्कि इमोशनल हेल्थ से भी जुड़ी है। आपकी योनि का अपना एक तरीका है, यह बताने का कि वह हेल्दी है। जब सब कुछ ठीक होता है, तब खुजली या जलन नहीं होती है, डिस्चार्ज बैलेंस रहता है, नेचुरल नमी बनी रहती है, पीरियड रेगुलर होता है और योनि बदबू नहीं आती है। ये सभी संकेत बताते हैं कि आपका प्राइवेट पार्ट पूरी तरह से बैलेंस और हेल्दी है।
आप योनि की हेल्थ के लिए अपनी लाइफस्टाइल को सही रखने के साथ कुछ योगासन को फिटनेस रूटीन में शामिल कर सकती हैं। क्या आप जानती हैं कि कुछ योगाभ्यास, जैसे कि मूलबंध, एक्टिव रूप से योनि की हेल्थ और मसल्स को टोन करने में मदद करते हैं? इनके बारे में एक्सपर्ट जूही कपूर बता रही हैं।
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योनि हेल्थ के लिए मूलबंध
मूलबंध काफी पुराना और पावरफुल योगासन है, जो पेल्विक एरिया की मसल्स को मजबूत करता है। ये मसल्स ब्लैडर, यूट्रस और आंतों जैसे जरूरी अंगों को मजबूत करता है। जब ये मसल्स मजबूत होती हैं, तब शरीर के ये अंग अपनी सही जगह पर बने रहते हैं।
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मूलबंध के फायदे
मसल्स होती हैं मजबूत-मूलबंध पेल्विक फ्लोर की मसल्स को मजबूत करता है, जिससे प्रोलैप्स यानी अंगों का अपनी जगह से खिसकना जैसी समस्याओं को रोकता है। यह समस्या प्रेग्नेंसी या बढ़ती उम्र में होती है।
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार- इससे पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे सेल्स तक ऑक्सीजन और पोषण अच्छी तरह से पहुंचता है। अच्छे ब्लड सर्कुलेशन से योनि मं नेचुरल नमी बनी रहती है और ड्राईनेस जैसी समस्याएं कम होती हैं।
- हार्मोंस होता है बैलेंस- मूलबंध हार्मोनल ग्लैंड को मजबूत करता है, जिससे हार्मोनल बैलेंस होता है। यह अनियमित पीरियड्स और पेरिमेनोपॉज के लक्षणों को कंट्रोल करता है।
- रिप्रोडक्टिव सिस्टम में सुधार-रेगुलर अभ्यास से रिप्रोडक्टिव अंगों की हेल्थ सही रहती है, जो गर्भधारण के चांस को बढ़ा सकता है।
- इमोशनल और मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा - यह अभ्यास मन को शांत और तनाव को कम करता है, क्योंकि यह आपके शरीर की एनर्जी को फोकस करता है।

मूलबंध प्राणायाम कैसे करें?
- मूलबंध प्राणायाम धीरे-धीरे करना चाहिए, खासकर अगर आप इसे पहली बार कर रही हैं। इसे किसी योग एक्सपर्ट की सलाह से ही करना चाहिए।
- इसे करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं।
- सांस अंदर की ओर लें।
- अब सांसों को छोड़ते हुए धीरे-धीर पेल्विक मसल्स को ऊपर की ओर सिकोड़कर अंदर की तरफ स्ट्रेच करें, ठीक वैसे ही जैसे आप पेशाब को रोकते समय करती हैं।
- इन मसल्स को कुछ सेकंड के लिए होल्ड करके धीरे-धीरे छोड़ दें।
- इस प्रोसेस को कई बार दोहराएं।
आप भी मूलबंध प्राणायाम करके योनि को हेल्दी रख सकती हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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