फैटी लिवर की समस्या से हैं परेशान तो इसे हेल्दी रखने के लिए करें ये 3 काम

लिवर को डिटॉक्स करने के लिए ये तीन योग बहुत ही काम के साबित हो सकते हैं और आपकी समस्याओं को कम कर सकते हैं। 

how to detox liver easily at home in  days
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लिवर एक ऐसा अंग है जिससे हमारा शरीर अपने टॉक्सिन निकालता है। इसे शरीर का प्लंबिंग सिस्टम ही माना जाना चाहिए जो शरीर को साफ करने के लिए जरूरी है। हम जो भी खाना खाते हैं या फिर पीते हैं उसे शरीर एनर्जी में तब्दील करता है, लेकिन जिस तरह खाने के बाद विषाक्त पदार्थ शरीर में बनते हैं उन्हें साफ करना लिवर का ही काम है। आजकल अधिकतर लोगों के साथ ये दिक्कत है कि उन्हें लिवर से जुड़ी कोई ना कोई समस्या परेशान कर रही है।

अधिकतर लोगों को लिवर में एंजाइम का ना बनना, फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस जैसी परेशानियों ने घेर लिया है। इसका कारण हमारी लाइफस्टाइल भी है जिसे बदलना बेहद आवश्यक होता जा रहा है।

लिवर की समस्याओं के लिए बेस्ट योगासन के बारे में हमें योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच ग्रैंड मास्टर अक्षर जी बता रहे हैं। उनका कहना है कि, 'योग और प्राणायाम शरीर के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए काफी जरूरी होता है। कपालभाति प्राणायाम और अनुलोम विलोम का नियमित अभ्यास करने से लीवर की कई समस्याओं का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है।'

उन्होंने हमें तीन खास आसनों के बारे में बताया जो इस मामले में मदद कर सकते हैं।

1. मंडूकासन

मंडूकासन में व्यक्ति मेंढक की शक्ल में बैठकर योग करता है। शिल्पा शेट्टी ने भी इसके कई फायदे बताए हैं। ये आसन बहुत ज्यादा लाभकारी है और इसे वजन कम करने के साथ-साथ लिवर के लिए बेहतर माना गया है। ये आसन रीढ़ की हड्डी के लिए भी बहुत लाभकारी साबित हो सकता है।

कैसे करें ये आसन?

  • धीरे से घुटनों को चटाई पर रखें
  • श्रोणि को एड़ी पर रखें और पैर की उंगलियों को बाहर की ओर फैलाएं
  • एड़ियों को एक दूसरे के पास रखें
  • दाहिनी हथेली को नाभि पर और बाईं हथेली को दाईं ओर रखें
  • सांस छोड़ें और नीचे झुकें
  • सांस लें और ऊपर आएं

2. अधोमुख श्वानासन

ये सबसे चर्चित योगासनों में से एक है जिसे बहुत ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। ये पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ आपके ब्लड प्रेशर के लिए भी अच्छा है। इसे भी लिवर के लिए बहुत ही अच्छा योग माना जा सकता है।

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कैसे करें ये आसन?

  • पैरों के पंजों से शुरू करें, सुनिश्चित करें कि हथेलियां कंधों के नीचे हों और घुटने कूल्हों के नीचे हों
  • कूल्हों को ऊपर उठाएं, घुटनों और कोहनियों को सीधा करें और उल्टे 'वी' का आकार बनाएं
  • अब हाथों को कंधों की चौड़ाई से अलग रखें। उंगलियां आगे की ओर रहेंगी
  • हथेलियों पर दबाव डालें और कंधे के ब्लेड खोलें
  • एड़ियों को फर्श पर धकेलने का प्रयास करें
  • नज़र पैर की उंगलियों पर केंद्रित रखें
  • आठ से दस सांसों तक रुकें

3. शलभासन

जो भी आसन पेट को मजबूत बनाने में मदद करते हैं वो सभी काफी लाभकारी साबित होते हैं। ये आसन डाइजेशन से लेकर लिवर की समस्याओं तक कई चीज़ों में फायदेमंद साबित हो सकता है।

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कैसे करना है ये आसन?

  • पेट के बल लेट जाएं और हथेलियां जांघों के नीचे रखें
  • पूरी तरह से श्वास लें और इसे रोकें और फिर पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं
  • सुनिश्चित करें कि घुटने सीधे रहें और पैर एक साथ हों
  • ठुड्डी या माथे को ज़मीन पर रखें
  • 10 सेकंड के लिए आसन में रहें, धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं और फिर सांस छोड़ें - यह सांस लेने की तकनीक चिकित्सीय है

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प्राणायाम

जिस तरह योग बहुत ही लाभकारी माना जाता है वैसे ही प्राणायाम भी लिवर की समस्याओं में काफी कारगर साबित होते हैं और ये शरीर को स्वस्थ बनाने का काम करते हैं।

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कपालभाति

संस्कृत में, 'कपाल' का अर्थ है खोपड़ी और 'भाति' का अर्थ है 'चमकना'। इसलिए इस कपालभाति प्राणायाम को स्कल शाइनिंग ब्रीदिंग तकनीक के नाम से भी जाना जाता है।

तरीका

  • किसी भी आरामदायक आसन में बैठें (जैसे सुखासन, अर्धपद्मासन या पद्मासन)
  • पीठ को सीधा करें और आंखें बंद करें
  • हथेलियों को घुटनों के ऊपर की ओर रखें (प्राप्ति मुद्रा में)
  • सामान्य रूप से श्वास लें और एक छोटी, लयबद्ध और ज़ोरदार सांस के साथ इसे बाहर छोड़ने पर ध्यान दें
  • पेट का उपयोग डायाफ्राम और फेफड़ों से हवा को जोर से दबाकर बाहर निकालने के लिए कर सकते हैं
  • जब हम अपने पेट को डी-कंप्रेस करते हैं तो सांस लेना अपने आप हो जाता है

हम न केवल योग के माध्यम से लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ा सकते हैं बल्कि लिवर और प्लीहा की कार्यक्षमता में भी सुधार कर सकते हैं। आप प्राणायाम और ध्यान की इन तकनीकों का 3-5 मिनट के लिए अभ्यास करके धीरे-धीरे शुरू कर सकते हैं और आत्मविश्वास हासिल करने के साथ-साथ अवधि बढ़ा सकते हैं। हां, ध्यान देने की जरूरत है कि आप अगर पहले से ही बीमार महसूस कर रहे हैं या फिर हेल्थ से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है तो एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही आप डॉक्टर से संपर्क करें।

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