आज फिर हम आपके लिए एक जबरदस्त मुद्रा लेकर आए हैं जिसकी मदद से आप आसानी से सिर्फ अंगुलियों के माध्यम से अपनी हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं को दूर कर सकती हैं। जी हां मुद्रा का इस्तेमाल ज्यादातर मेडिटेशन में किया जाता है, ताकि अंगुलियों का इस्तेमाल करके शरीर के अंदर एनर्जी के डायरेक्ट सर्कुलेशन का अभ्यास किया जा सके। लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह आपको सुंदर बनाने से लेकर तनाव को दूर करने और डाइजेशन को दुरुस्त रखने तक, कई तरह की बीमारियों से दूर रखती है। अगर आप भी तनाव और गुस्से पर काबू पाना और पेट को सही रखना चाहती हैं तो अपने रुटीन में इस आर्टिकल में दी गई मुद्रा को जरूर शामिल करें।
पिछली बार हमने आपको वायु मुद्रा के बारे में बताया था, जिससे आप सिर्फ अंगुलियों की मदद से गैस, एसिडिटी और जोड़ों में दर्द की समस्या से निजात पा सकती हैं। इस बार हम आपको ज्ञान मुद्रा के बारे में बता रहे हैं। मुद्रा हाथ का इशारा है जो ब्रेन और शरीर के विशिष्ट हिस्से में एनर्जी फ्लो का मार्गदर्शन करती है। ज्ञान मुद्रा आपकी स्मरण शक्ति, नर्वस सिस्टम और पिट्यूटरी ग्लैंड के उत्पादन को उत्तेजित करती है। ऐसा माना जाता है कि ज्ञान मुद्रा के बहुत सारे आध्यात्मिक, मानसिक और भावनात्मक फायदे हैं।
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ज्ञान मुद्रा के फायदे
- प्राण के सर्कुलेशन को बढ़ावा देती है।
- नींद न आने की बीमारी को संबोधित करती है।
- स्मरण शक्ति को बढ़ाती है।
- संतुलन की भावना को बढ़ावा देती है।
- फोकस बढ़ाती है।
- तनाव और गुस्से से राहत देती है और इसे रोकती है।
- अपच को ठीक करती है।

ज्ञान मुद्रा करने का तरीका
- इसे करने के लिए सबसे पहले ध्यान मुद्रा में बैठें। इसके लिए आप लोटस या डायमंड पोज में बैठ सकती हैं या माउंटेन पोज़ में खड़ी हो सकती हैं।
- इस मुद्रा को करते समय पीठ को सीधा और सिर को ऊंचा रखना चाहिए।
- हाथों को घुटनों पर रखें लेकिन हथेलियां ऊपर की ओर होनी चाहिए।
- अपनी तर्जनी की नोक को अपने अंगूठे की नोक से स्पर्श करें।
- बाकी तीन अंगुलियों को सीधा और फैला हुआ रखना है। ये एक दूसरे के समानांतर होनी चाहिए। दोनों हाथों से ज्ञान मुद्रा को करें।
- अब आंखें बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें।
- अगर आप अच्छा रिजल्ट चाहती हैं तो ओम शब्द का जाप हर सांस के साथ करें।

एक्सपर्ट की राय
सर्वा योगा, माइंडफुलनेस एंड बियोंड के को-फाउंडर श्री सर्वेश शशि ने इसके फायदों के बारे में बताया, ''ज्ञान मुद्रा रूट चक्र को बढ़ावा देती है। तनाव को कम और डिप्रेशन को दूर करती है। शांत प्रभाव देती है। यह व्यक्ति के लिए आध्यात्मिकता के द्वार खोलती है और मेडिटेशन में मदद करती है। ब्रेन, नर्वस सिस्टम और पिट्युटरी ग्लैंड को बढ़ावा देती है और कॉन्सेंट्रेशन को बढ़ाने और नींद ना आने की समस्या से बचाती है।''
आप भी इस मुद्रा को रोजाना सिर्फ कुछ मिनट तक करके कई तरह की समस्याओं से बच सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Image Credit: Freepik.com
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