ब्रेस्टफीडिंग जच्चा और बच्चा दोनों के लिए जरूरी है। बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत करने से लेकर नई मां की सेहत को बेहतर बनाने तक, इसके कई फायदे हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि इस समय पर सही खान-पान बहुत जरूरी है, ताकि ब्रेस्ट मिल्क की कमी न हो और बच्चे को सही न्यूट्रिशन मिल सके। इस समय पर नई मां को क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए और क्यों बैलेंस डाइट जरूरी है, चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं। इस बारे में Dr. Sarada Vani N,Senior Consultant Obstetrics & Gynaecology, High-Risk Pregnancy Specialist, Robotic Laparoscopic Surgeon,Yashoda Hospitals,Hyderabad( Somajiguda) जानकारी दे रही हैं।
ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली मां क्या खाएं और क्या नहीं?
- एक्सपर्ट का कहना है कि ब्रेस्टफीडिंग मां और बच्चे दोनों के लिए एक अहम समय होता है। इस समय पर मां को अधिक एनर्जी और न्यूट्रिशन की जरूरत होती है ताकि ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ सके।
- मां की डाइट का सीधा असर बच्चे की सेहत और विकास पर होता है। वहीं, नई मां के लिए भी यह कई तरह से फायदेमंद है।
- इस समय पर मां को बैलेंस और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। इस समय पर आपको कम से कम 340 से 500 अतिरिक्त कैलोरीज की जरूरत होती है ताकि मिल्क प्रोडक्शन सही रहे और शरीर में एनर्जी बनी रहे।
- इस समय पर पैकेज्ड या जीरो कैलोरी फूड्स लेने की जगह आपको हेल्दी और हाई क्वालिटी प्रोटीन डाइट लेनी चाहिए ताकि मां के मसल्स और टिश्यूज रिपेयर हो सकें और बच्चे की ग्रोथ अच्छी हो।
- लीन प्रोटीन, अंडे, मछली, डेयरी प्रोडक्ट्स, दालें, नट्स और सीड्स, प्रोटीन का अच्छा सोर्स होते हैं। इसके अलावा, कैल्शियम, आयरन, जिंक और सेलेनियम जैसे मिनरल्स को डाइट का हिस्सा बनाएं।
- नई मां की डाइट में विटामिन-ए, विटामिन-डी, विटामिन-सी, विटामिन-ई और विटामिन-बी12 भरपूर मात्रा में होता है। दूध, दही, चीज और हरी पत्तेदार सब्जियों में ये सभी न्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इससे बच्चे की हड्डियों का विकास सही तरह से होता है।
- वहीं, रेड मीड, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और आयरन से भरपूर अन्य चीजें भी इस समय पर आपके लिए बेहद जरूरी हैं। इससे शरीर में हो रही है कमजोरी कम होती है।
यह भी पढ़ें-जच्चा-बच्चा दोनों को सेहतमंद रखती है Breastfeeding, नई मां की मदद करेंगी ये चीजें
- ब्रेस्टफीडिंग से प्यास और शरीर में फ्ल्यूड्स की कमी बढ़ सकती है। इसलिए, हाइड्रेशन पर ध्यान दें। नई मां फलों के जूस और दूध को डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। 8-10 गिलास पानी भी रोजाना पीना जरूरी है।
- रात में कैफीन न लें। इससे ब्रेस्ट मिल्क बनने पर असर होता है और नवजात की नींद भी प्रभावित होती है।
यह है एक्सपर्ट की राय
- फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर डाइट ब्रेस्ट मिल्क के प्रोडक्शन को बढ़ा सकती है। वहीं, चिप्स, कैंडी और फास्ट फूड जैसे प्रोसेस्ड मील्स शुगर और अनहेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं और मिल्क की क्वालिटी और न्यूट्रिशनल वैल्यू पर असर डालते हैं।
- विटामिन-बी12, आयरन, विटामिन-डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर डाइट लें।
यह भी पढ़ें- ब्रेस्ट हेल्थ से जुड़ी इन बातों को महिलाओं को नहीं करना चाहिए नजरअंदाज
ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को हेल्दी डाइट लेनी चाहिए और खान-पान में किसी भी तरह की लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है,तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है,तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हर जिंदगी से।
Image Credit : Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों